UP: पैंट की मोहरी 16 इंच से छोटी देख नाराज हो गए टीचर, 150 छात्रों को वापस घर भेजा; पैरेंट्स का हंगामा
प्रिंसिपल विवेक चतुर्वेदी ने कहा कि छात्रों और उनके घर वालों को ड्रेस कोड की जानकारी दी गई थी। पैंट शर्ट आदि के विषय में बताया गया था, लेकिन 150 छात्रों ने इस नियम को नहीं माना था।

यूपी के गाजियाबाद के मोदीनगर में दयावती मोदी पब्लिक स्कूल के प्रबंधन ने बच्चों के लिए ड्रेस कोड को लेकर एक अजीब फरमान जारी कर दिया। इस फरमान पर खरे नहीं उतरने वाले 150 बच्चों को बुधवार सुबह स्कूल प्रबंधन ने घर वापस भेज दिया।
स्कूल प्रबंधन पर मनमानी का आरोप : स्कूल प्रबंधन के मुताबिक छात्रों को हिदायत दी गई थी कि उनकी पैंट की मोहरी 16 इंच से कम न हो। बुधवार को जांच में 150 स्टूडेंट्स के पैंट की मोहरी इस मानक पर खरी नहीं उतरी तो प्रबंधन ने उन्हें वापस घर जाने के लिए बोल दिया। इसको लेकर अभिभावकों ने नाराजगी जताई। कई लोगों ने इसका विरोध किया। सुनवाई नहीं होने पर हंगामा करना शुरू कर दिया। अभिभावकों ने स्कूल प्रबंधन पर मनमानी करने का आरोप लगाया।
Hindi News Today, 05 December 2019 LIVE Updates: देश-दुनिया की हर खबर पढ़ने के लिए यहां करें क्लिक
प्रिंसिपल ने कहा, पहले से दी गई थी जानकारी : सूचना मिली तो तहसीलदार उमाकांत तिवारी भी स्कूल पहुंचे और लोगों को किसी तरह शांत कराया। इस मामले में उन्होंने स्कूल प्रबंधक के साथ अभिभावकों की एक मीटिंग बुलाई। प्रिंसिपल विवेक चतुर्वेदी ने कहा कि छात्रों और उनके घर वालों को ड्रेस कोड की जानकारी दी गई थी। पैंट शर्ट आदि के विषय में बताया गया था, लेकिन 150 छात्रों ने इस नियम को नहीं माना था। लिहाजा उन पर सख्ती बरती गई और उन्हें स्कूल से वापस घर भेज दिया गया।
अभिभावकों का आरोप, बेतुका फरमान : आम तौर पर अभिभावकों का आरोप रहता है कि स्कूल प्रबंधन यूनिफॉर्म आदि को लेकर इसलिए सख्ती बरतते हैं ताकि अभिभावक बाहर से लेने की बजाए उन्हीं से ड्रेस खरीदें। उनका यह भी आरोप रहता है कि बाहर की बजाए स्कूल से ड्रेस खरीदना काफी महंगा रहता है। इसलिए जानबूझकर परेशान करने के लिए इस तरह के फरमान जारी किए जाते हैं। ऐसे फरमान बेतुके हैं।