श्याम बाबू: 14 साल कॉन्स्टेबल की नौकरी की, अब बने SDM, यूपी पुलिस के आईजी ने दी बधाई
कॉन्स्टेबल की नौकरी करते हुए ही उन्होंने ग्रैजुएशन और पोस्ट ग्रैजुएशन भी किया और यूपीपीएससी परीक्षा की तैयारी भी की। पहले पांच प्रयासों में उन्हें सफलता नहीं मिली लेकिन छठी बार में वे एसडीएम बन गए।

पांच बार की नाकामी के बाद छठी बार में एसडीएम बने यूपी पुलिस के कॉन्स्टेबल को प्रदेश के पुलिस महानिरीक्षक (आईजी) नवनीत सेकरा ने मिठाई खिलाकर बधाई दी। बलिया जिले के रहने वाले श्याम बाबू ने यूपीपीएससी-2016 परीक्षा में 52वीं रैंक हासिल की थी। आईजी सेकरा ने अपने ट्विटर हैंडल पर श्याम बाबू को मिठाई खिलाते हुए तस्वीर शेयर की। इसके साथ ही उन्होंने बधाई देकर श्याम बाबू को देश सेवा के लिए शुभकामनाएं भी दीं।
आईजी ने दिया ये संदेशः आईजी नवनीत सेकरा ने ट्विटर पर लिखा, ‘श्याम बाबू को 14 सालों की कड़ी मेहनत के बाद मिली सफलता के लिए बधाई। वे यूपीपीएससी (उत्तर प्रदेश लोक सेवा आयोग) परीक्षा में सफलता के बाद एसडीएम बने हैं। हम या तो बहाने ढूंढते हैं या सपनों को साकार करने के लिए मेहनत कर सकते हैं। उन्हें देश की सेवा के लिए मेरी शुभकामनाएं।’
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ऐसे बने एसडीएमः श्याम बाबू 12वीं पास करने के बाद से पुलिस विभाग में नौकरी करने लगे थे। वे करीब 14 साल तक वे प्रयागराज मुख्यालय में बतौर कॉन्स्टेबल तैनात थे। यहां पर नौकरी करते हुए ही उन्होंने ग्रैजुएशन और पोस्ट ग्रैजुएशन भी किया। वे करीब 10 साल से यूपीपीएससी परीक्षा की तैयारी कर रहे थे। पहले पांच प्रयासों में उन्हें सफलता नहीं मिली लेकिन छठी बार में वे एसडीएम बन गए।
पुलिस की छवि पर रखे विचारः श्याम बाबू ने मीडिया से बातचीत में पुलिस की छवि को लेकर भी अपने विचार रखे। उन्होंने कहा, ‘गांवों में अक्सर कहा जाता है कि पुलिस में है तो इधर-उधर से पैसा कमाता होगा, लेकिन अब युवा पीढ़ी धारणा बदल रही है। पुलिस और ग्रामीण जनता के बीच की दूरियों को कम करना होगा।’