UP: कानपुर के कार्डियोलॉजी अस्पताल में आग, हड़कंप के बीच शीशे तोड़ बाहर निकाले गए मरीज
अच्छी बात यह है कि अभी तक वहां पर किसी प्रकार के जान-माल के नुकसान की खबर नहीं है।

उत्तर प्रदेश के कानपुर में रविवार सुबह LPS Institute Of Cardiology के कार्डियोलॉजी विभाग में आग लग गई। जैसे ही लोगों को इसकी खबर हुई, वहां इस दौरान हड़कंप मच गया।
आनन-फानन मरीजों को सुरक्षित स्थानों पर ले जाने की कोशिश की गई। साथ ही दमकल विभाग को भी इस बारे में जानकारी दी गई। हालांकि, दमकल विभाग का दस्ता आग बुझाने के प्रयास में जुटा है। स्थानीय रिपोर्ट्स में सूत्रों के हवाले से बताया गया कि यह आग पहले माले पर इमरजेंसी वॉर्ड में लगी थी। अस्पताल प्रशासन का कहना है कि भूतल और प्रथम तल के शीशे तोड़कर सभी मरीजों को वहां से बाहर निकाल लिया गया। अच्छी बात यह है कि अभी तक वहां पर किसी प्रकार के जान-माल के नुकसान की खबर नहीं है।
घटना से जुड़ा एक वीडियो भी सोशल मीडिया पर सामने आया है, जिसमें कुछ लोग (अस्पताल प्रशासन से जुड़े और राहत-बचाव कार्य वाले) सीढ़ी लगाकर खिड़की के पास पहुंचते दिखे। वे शीशे तोड़कर मरीजों को बाहर निकालने का प्रयास कर रहे थे। इस दौरान वहां काफी हो-हल्ला मचा था।
इसी बीच, मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के दफ्तर (सीएमओ) की ओर से बताया गया कि सीएम ने मामले का संज्ञान लिया है। साथ ही रेस्क्यू कराए गए सभी मरीजों की फौरन देखभाल के निर्देश दिए हैं। उन्होंने इसके अलावा जिला प्रशासन से मामले की रिपोर्ट मांगी है और उच्च स्तरीय टीम को मौके पर जाकर अपनी रिपोर्ट जमा करने के लिए कहा है।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने घटना की जांच के लिए तीन सदस्यीय उच्चस्तरीय समिति गठित की है। जानकारी के मुताबिक, सीएम योगी ने प्रिंसिपल सेक्रेट्री मेडिकल एजुकेशन आलोक कुमार, डीजी फायर और कानपुर के कमिश्नर को घटना की जांच के आदेश दिए हैं। साथ ही आज ही अपनी रिपोर्ट जमा करने के लिए कहा है।
स्वरूप नगर थाना अध्यक्ष अश्वनी पांडे ने बताया कि कार्डियोलॉजी अस्पताल के भूतल पर स्थित स्टोर में सुबह करीब 8:30 बजे शॉर्ट सर्किट से आग लग गई। उन्होंने बताया कि भूतल स्थित वार्डों से सभी मरीजों को सुरक्षित निकाल लिया गया है और कुल 175 मरीजों को सुरक्षित वार्ड में ले जाया गया है। पांडे ने कहा कि फिलहाल खिड़कियों के शीशे तोड़कर धुआं बाहर निकालने की व्यवस्था कर दी गई है। उन्होंने बताया कि इस घटना में किसी के हताहत होने की फिलहाल कोई सूचना नहीं है।
पांडे ने कहा कि भूतल क्षेत्र में धुआं भर जाने के कारण पहली मंजिल की स्थिति के आकलन में दिक्कत आ रही है, लेकिन स्वास्थ्य कर्मचारी और दमकल विभाग के लोग खिड़कियों के शीशे तोड़कर यह पता लगाने की कोशिश कर रहे हैं कि कहीं अंदर कोई व्यक्ति फंसा तो नहीं रह गया है। हादसे के बाद कानपुर के पुलिस आयुक्त अमीम अरुण भी मौके पर पहुंचे गए।
बता दें कि यह कानपुर के बड़े सरकारी अस्पतालों में गिना जाता है। स्वरूप नगर थाना क्षेत्र के अंतर्गत इस हॉस्पिटल में दूर-दूर से भारी संख्या में मरीज दिल के इलाज और सर्जरी वगैरह के लिए आते हैं।