ओवैसी के गढ़ में योगी आदित्य नाथ का रोड शो, लगे ‘जय श्रीराम’ के नारे
योगी कहा कि कुछ लोग उनसे पूछते हैं कि हैदराबाद का नाम बदलकर भाग्यनगर किया जा सकता है। मैं कहता हूं कि ऐसा क्यों नहीं हो सकता।

हैदराबाद का ग्रेटर हैदराबाद म्युनिसिपल कॉर्पोरेशन चुनाव (HMCE) जीतने के लिए भाजपा ने पूरी ताकत झोंक दी है। एक दिसंबर को होने वाले निगम चुनाव में भाजपा के दिग्गज नेता लगातार तेलंगाना की राजधानी में सभाएं और रैलियां कर रहे हैं। इसी कड़ी में उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्य नाथ शनिवार को शहर के मलकाजगिरी में रोड शो करने पहुंचे। सैकड़ों की तादाद में भाजपा कार्यकर्ताओं ने उनका जोरशोर से स्वागत किया और ‘जय श्रीराम’ के नारे लगाए। रोड शो का वीडियो खुद सीएम योगी ने ट्विटर पर शेयर किया है। इसमें भगवा गमछा गले में डाले भाजपा कार्यकर्ता जोर-जोर से जय श्रीराम और भारत माता की जय का नारा लगा रहे हैं।
रोड शो में लोगों को संबोधित करते हुए सीएम योगी ने केंद्र सरकार की उपलब्धियों का जिक्र किया। उन्होंने कहा कि पीएम मोदी के मार्गदर्शन में गृहमंत्री अमित शाह ने अनुच्छेद 370 को निरस्त किया और जम्मू-कश्मीर में जमीन खरीदने के लिए हैदराबाद और तेलंगाना की अवाम को पूरी आजादी दी। योगी ने बिहार में एआईएमआईएम के एक विधायक का जिक्र कर कहा कि उन्होंने शपथ के दौरान ‘हिंदुस्तान’ शब्द का उच्चारण करने से इनकार कर दिया। ये हिंदुस्तान में रहते हैं मगर जब हिंदुस्तान के नाम पर शपथ लेने की बात आती है तो हिचकिचाते हैं। इससे मीम के असली चेहरे का पता चलता है।
योगी कहा कि कुछ लोग उनसे पूछते हैं कि हैदराबाद का नाम बदलकर भाग्यनगर किया जा सकता है। मैं कहता हूं कि ऐसा क्यों नहीं हो सकता। मैंने बताया कि जब भाजपा यूपी की सत्ता में आई हमने फैजाबाद का नाम बदलकर अयोध्या किया और इलाहाबाद का नाम बदलकर प्रयागराज किया। तो हैदराबाद का नाम बदलकर भाग्यनगर क्यों नहीं किया जा सकता? बता दें कि हैदराबाद को यहां के सांसद और एआईएमआईएम चीफ असदुद्दीन ओवैसी का गढ़ माना जाता है।
In a Road Show at Malkajgiri, Hyderabad. https://t.co/NyMQNobSJ1
— Yogi Adityanath (@myogiadityanath) November 28, 2020
इधर भाजपा के प्रवक्ता संबित पात्रा ने कहा कि हैदराबाद के लोगों को एक दिसंबर को हो रहे नगर निगम के चुनाव में यह तय करना होगा कि वे विकासोन्मुखी भाजपा का महापौर चाहते हैं या विभाजनकारी राजनीत करने वाली एआईएमआईएम का महापौर। उन्होंने कहा, ‘हैदराबाद के लोगों को यह चुनना होगा कि किसका महापौर बनने जा रहा है? यह भाजपा का महापौर होगा या एमआईएम (आईएमआईएम) का? भाजपा का विकासोन्मुखी महापौर या एमआईएम का सांप्रदायिक राजनीति, विभाजनकारी राजनीति वाला महापौर, क्योंकि यह पार्टी बहिष्कार की राजनीति करती है।’
Hindi News के लिए हमारे साथ फेसबुक, ट्विटर, लिंक्डइन, टेलीग्राम पर जुड़ें और डाउनलोड करें Hindi News App। Online game में रुचि है तो यहां क्लिक कर सकते हैं।