राजस्थान के उदयपुर में टेलर कन्हैयालाल की दिनदहाड़े हत्या ने पूरे देश को झकझोक कर रख दिया है। इस नृशंस हत्या के मामले में पुलिस ने दोनों आरोपियों रियाज और गौस मोहम्मद को गिरफ्तार कर लिया है। कन्हैयालाल ने 15 जून को पुलिस को पत्र लिखकर अपनी हत्या की आशंका जताई थी और सुरक्षा की मांग की थी लेकिन पुलिस की ओर से कोई पुख्ता कार्रवाई नहीं की गई। इसको लेकर भाजपा के दिग्गज नेता और केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह ने अशोक गहलोत पर निशाना साधा है और उनपर तुष्टीकरण की राजनीति करने का आरोप लगाया है।
केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह ने कहा, “उदयपुर की घटना पूरे देश को दहला देने वाली घटना है। गांव की कहावत है रोपे बबूल तो आम कहां से होई। जो देश में तुष्टीकरण की राजनीति चली उस राजनीति में हद हो गई है कि कुछ लोग आतंकवादी अफजल गुरु के लिए रात को न्यायालय के दरवाजे खटखटाने चले गए।”
भाजपा के वरिष्ठ नेता ने कहा, “आज गहलोत सरकार के कारण उसकी (कन्हैया लाल) हत्या हुई है। अगर गहलोत सरकार तुष्टीकरण की गहरी नींद में नहीं सोई होती तो जब केस हुआ उसी समय उसकी सुरक्षा का प्रबंध होना चाहिए था।”
एक टीवी चैनल से बात करते हुए गिरिराज सिंह ने कहा, “आजादी के बाद से जिस कांग्रेस और टुकड़े-टुकड़े ने तुष्टीकरण की राजनीति की, ये उसी का परिणाम है। और जिस ढ़ंग की घटना घटी, 11 तारीख को कन्हैयालाल पर गहलोत सरकार केस कर देती है, उसके लिए तत्परता होती है, उसकी हत्या हो जाती है। वो सुरक्षा की मांग करता रहा, उस पर गहलोत सरकार की जुबान चुप हो जाती है। और जब ये मामला वायरल होता है तब जाकर गहलोत सरकार हरकत में आती है।
केंद्रीय मंत्री ने सीएम गहलोत पर निशाना साधते हुए कहा कि गहलोत सरकार से लॉ एंड ऑर्डर नहीं संभल रहा है तो उन्हें अपने पद से इस्तीफा दे देना चाहिए। वहीं, उदयपुर घटना पर केंद्रीय मंत्री अनुराग ठाकुर ने भी सीएम गहलोत पर निशाना साधा। उन्होंने कहा, “कानून-व्यवस्था राज्य का विषय है, वह (अशोक गहलोत) राज्य के मुख्यमंत्री तो है लेकिन जिम्मेदारी से सदा बचते रहे हैं। कोई कार्रवाई नहीं की गई..ये पहला उदाहरण नहीं है बल्कि ऐसे कई उदाहरण जहां पर एक के बाद दूसरी घटनाओं को अंजाम दिया गया।”