Tripura Elections : आगामी त्रिपुरा विधानसभा चुनावों के लिए वाम मोर्चा ने अपने उम्मीदवारों की घोषणा कर दी है। इस घोषणा के बाद त्रिपुरा चुनाव में सीट-बंटवारे के फॉर्मूले को लेकर फिलहाल गठबंधन में सहयोगी कांग्रेस की ओर से कोई बयान नहीं आया है। लेफ्ट फ्रंट ने कांग्रेस के लिए 13 निर्वाचन क्षेत्रों पर अपने उम्मीदवार नहीं उतारने का फैसला किया है। यह सभी वह सीट हैं जहां 2018 के विधानसभा चुनाव में भाजपा ने जीत दर्ज की थी।
राज्य कांग्रेस के वरिष्ठ नेताओं ने कहा कि सीट-बंटवारे के फॉर्मूले के मुद्दे पर नई दिल्ली में केंद्रीय चुनाव समिति (सीईसी) द्वारा चर्चा की जा रही है। हम इस बिंदु पर कुछ भी कहने में सक्षम नहीं होंगे। पार्टी आलाकमान जल्द कोई फैसला लेगा और वो आपके सामने होगा।
Tripura Elections : क्या था पिछले विधानसभा चुनाव का आंकड़ा
कांग्रेस 2018 के चुनावों में अपना खाता खोलने में विफल रही थी, उसके एकमात्र मौजूदा विधायक सुदीप रॉय बर्मन ने भाजपा से पार्टी में लौटने के बाद पिछले साल अगरतला से उपचुनाव जीता था। यह सीट इन 13 सीट में शामिल है जिन्हें लेफ्ट फ्रंट ने कांग्रेस के लिए छोड़ा है। इन 13 में से कैलाशहर को छोड़कर पिछली बार बीजेपी जीती थी, जीतने वाले विधायक सरकार में महत्वपूर्ण पदों पर थे।
हालांकि, इनमें से ज्यादातर सीटों पर मार्जिन कम रहा था। सूत्रों के मुताबिक कांग्रेस के वरिष्ठ नेता जिन्होंने लेफ्ट के साथ सीट की बातचीत की थी, उन्होंने लेफ्ट फ्रंट से अपने उम्मीदवारों की घोषणा में देरी करने का अनुरोध किया था।
क्योंकि वह चाहते थे कि उन्हें दिल्ली आलाकमान से हरी झंडी मिल जाए। हालाँकि वाम मोर्चा उन्हें अनसुना कर 47 नामों की घोषणा कर दी है। त्रिपुरा प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष बिरजीत सिन्हा ने पहले 25 जनवरी तक उम्मीदवारों की सूची बनाने का वादा किया था, लेकिन अब यह कब होगा, यह कोई बताने को तैयार नहीं है।
Tripura Elections : कौनसी है 13 सीटें
कांग्रेस को दी गई 13 सीटें मोहनपुर (2018 में जीत का अंतर 5,176 वोट); अगरतला (7,382 वोट); टाउन बारडोवाली (11,178); बनमालीपुर (9,549); सूर्यमणिनगर (4,567); चारिलम (25,550); तेलियामुरा (7,179); माताबारी (1,569); कमलपुर (2,959); करमचेरा (7,336); कैलाशहर (4,834); धर्मनगर (7,287); और पचारथल (1,373) है।