हैदराबाद यूनिवर्सिटी के स्टूडेंट ने किया सुसाइड, लिखा था- मैं हमेशा दुखी क्यों रहता हूं ?
हैदराबाद यूनिवर्सिटी में पढ़ने वाले एक लड़के ने सुसाइड कर लिया। जिस लड़के ने सुसाइड किया है उसका नाम एन प्रवीण कुमार है।

हैदराबाद यूनिवर्सिटी में पढ़ने वाले एक लड़के ने सुसाइड कर लिया। जिस लड़के ने सुसाइड किया है उसका नाम एन प्रवीण कुमार है। वह फर्स्ट ईयर का स्टूडेंट था। उसकी डेड बॉडी शुक्रवार (16 सितंबर) को हॉस्टल के कमरे से मिली। वह अपने कमरे में पंखे से लटका हुआ मिला था। गाची बावली के पुलिस इंस्पेक्टर ने कहा, ‘उसके रूममेट ने बताया कि प्रवीण उस रात कमरे में अकेला था और वह खुद दूसरे दोस्त के कमरे में सोया हुआ था। वह सुबह 4:30 बजे 204 नंबर के अपने कमरे में वापस आया तो उसने देखा कि अंदर से दरवाजा बंद था। फिर उसने अपने कुछ और दोस्तों के साथ मिलकर दरवाजा तोड़ दिया। दरवाजा टूटते ही अंदर प्रवीण की बॉडी लटकती हुई दिखी।’ पुलिस ने बताया कि उन्हें प्रवीण के पास से कोई सुसाइड नोट नहीं मिला था।
प्रवीण हैदराबाद के ही शादनगर का रहने वाला था। 25 साल का प्रवीण फाइन आर्ट्स में मास्टर्स कर रहा था। उसने कुछ महीने पहले ही एडमिशन लिया था। वह एक ओबीसी परिवार से था। उसके पिता एन नरसिमहलु बीएसएनल के कार्मचारी हैं। इंडियन एक्सप्रेस की खबर के मुताबिक, प्रवीण ने भाई एन नवीन ने कहा कि गुरुवार की रात को ही उनकी प्रवीण से बात हुई थी। लेकिन प्रवीण ने ऐसी किसी बात का जिक्र नहीं किया था जिससे पता लगा कि वह परेशान है।
नोटबुक में जिक्र: पुलिस को प्रवीण के पास से दो नोटबुक, एक लैपटॉप, दो फोन मिले हैं। उसकी एक नोटबुक में कुछ हैरान कर देने वाली बातें लिखी हैं। 9 सितंबर को प्रवीण ने लिखा था कि उसके दिमाग में उस वक्त क्या चल रहा है। प्रवीण ने लिखा था, ‘मैं अच्छे से पढ़ क्यों नहीं पाता? मैं इतना डरा हुआ क्यों रहता हूं? मैं किसी के साथ रिलेशन में क्यों नहीं हूं? मैं किसी से अच्छे से बात क्यों नहीं कर पाता? मुझे अच्छे से पढ़ना होगा वर्ना मेरी जिंदगी का कोई मतलब नहीं है। मैं इतना दुखी क्यों रहता हूं ? मुझे ऐसा क्यों लगता है कि मैं अकेला हूं ? ‘