हैदराबाद में फिल्म निर्माता राम गोपाल वर्मा के खिलाफ एक प्रोडक्शन हाउस के साथ लाखों रुपये की धोखाधड़ी करने के आरोप में मामला दर्ज किया गया है। उन पर आरोप है कि प्रोडक्शन हाउस के साथ उन्होंने 56 लाख रुपये की धोखाधड़ी की है। शेखरा आर्ट क्रिएशन्स के कोप्पाड़ा शेखर राजू की ओर से दर्ज कराई गई शिकायत पर साइबराबाद पुलिस कमिश्नरेट के तहत मियापुर पुलिस स्टेशन में मामला दर्ज किया गया था।
पुलिस ने फिल्म निर्माता के खिलाफ एक प्रोडक्शन हाउस के मालिक से 56 लाख रुपये उधार लेने के बाद कथित रूप से धोखा देने के आरोप में यह मामला दर्ज किया है। पुलिस ने कहा कि मालिक की ओर से अदालत द्वारा भेजी गई शिकायत के आधार पर राम गोपाल वर्मा के खिलाफ मियापुर पुलिस स्टेशन में संबंधित आईपीसी की धाराओं के तहत मामला दर्ज किया।
शिकायतकर्ता के मुताबिक, वर्मा ने 2020 में एक तेलुगु फिल्म “दिशा” के प्रोडक्शन के लिए उनसे कुछ पैसे उधार लिए थे, लेकिन बाद में शिकायतकर्ता को धोखा दे दिया। शिकायतकर्ता ने कहा कि वह 2019 में एक कॉमन फ्रेंड के जरिए वर्मा से मिले थे। उन्होंने आरोप लगाया कि जनवरी 2020 के पहले हफ्ते में वर्मा ने फिल्म निर्माण के लिए शिकायतकर्ता से 8 लाख रुपये लिए।
इसके बाद वर्मा ने फिर से 20 लाख रुपये उधार देने का अनुरोध किया। शिकायतकर्ता ने यह राशि 22 जनवरी, 2020 को चेक के माध्यम से ऋण के रूप में दी थी। शिकायतकर्ता का कहना है कि उधार लेते वक्त वर्मा ने छह महीने के अंदर यह राशि चुकाने का वादा किया था। उन्होंने बताया कि फरवरी 2020 के दूसरे सप्ताह में फिर से वर्मा ने 28 लाख रुपये मांगे और इसके लिए अपनी फिल्म निर्माण में वित्तीय आवश्यकताओं का हवाला दिया।
शिकायतकर्ता ने आरोप लगाया, “विश्वास करते हुए, वर्मा को 28 लाख रुपये ट्रांसफर किए गए। वर्मा ने वादा किया था कि वह फिल्म दिशा की रिलीज पर या उससे पहले 56 लाख रुपये की पूरी राशि चुका देंगे।” शिकायतकर्ता ने कहा कि उनको जनवरी 2021 में पता चला कि वर्मा फिल्म दिशा के निर्माता नहीं थे। उन्होंने आरोप लगाया कि वर्मा ने झूठी बातें करके उनसे 56 लाख रुपये की धोखाधड़ी की है।