Navratri 2019: नवरात्र के पहले दिन बजरंग दल ने ऐसा फरमान सुनाया है, जिस पर विवाद हो सकता है। तेलंगाना में बजरंग दल के कार्यकर्ताओं ने नवरात्र के दौरान होने वाले गरबा व डांडिया कार्यक्रमों में आधार कार्ड दिखाने को अनिवार्य करने की मांग की है। उन्होंने आयोजकों से कहा है कि सभी इवेंट के एंट्री पॉइंट पर आधार कार्ड दिखाना अनिवार्य किया जाए, जिससे कार्यक्रम में गैर-हिंदुओं की एंट्री रोकी जा सके।
बजरंग दल ने कही यह बात: बजरंग दल ने शनिवार (28 सितंबर) को ‘गरबा और डांडिया’ आयोजकों से कहा कि ‘गैर-हिंदू समुदायों’ से जुड़े लोगों को गरबा स्थल में प्रवेश नहीं दिया जाए। ऐसे लोगों को रोकने के लिए नवरात्रि के दौरान होने वाले समारोहों में हिस्सा लेने वालों का आधार कार्ड अनिवार्य रूप से देखा जाए। संगठन ने आयोजकों से कहा कि गैर-हिंदुओं का पता लगाने के लिए प्रवेश स्थल पर आधार कार्ड अनिवार्य करें।
आयोजकों को लिखा खुला पत्र: बजरंग दल ने आयोजकों को लिखे एक खुले पत्र में दावा किया है कि पिछले कुछ वर्षों के दौरान गैर-हिंदू युवा इस तरह के समारोहों में प्रवेश करते हैं और महिला प्रतिभागियों के साथ दुर्व्यवहार करते हैं। बजरंग दल का दावा कि इस तरह के युवा उन लोगों के साथ मारपीट भी करते हैं, जो कथित पीड़ितों के बचाव के लिए आते हैं।
बाउंसरों पर भी लगाई रोक: बजरंग दल के मीडिया संयोजक एस कैलाश ने बताया, ‘‘डांडिया व गरबा आयोजित करने वालों से गैर-हिंदुओं को इवेंट में शामिल होने से रोकने के लिए एंट्री पॉइंट पर आधार दिखाना अनिवार्य करने के लिए कहा गया है। साथ ही, गैर-हिंदू बाउंसर्स भी इवेंट में तैनात नहीं करने के लिए बोला है।’’
इवेंट में मौजूद रहेंगे बजरंग दल के कार्यकर्ता: एस कैलाश ने बताया कि इस दौरान बजरंग दल के कार्यकर्ता इवेंट में मौजूद रहेंगे। अगर इस तरह के किसी मामले की सूचना मिलती है तो बजरंग दल तुरंत कार्रवाई करेगा। उन्होंने बताया कि इस फैसले का मकसद सिर्फ इतना है कि ऐसे उपद्रवियों को कार्यक्रम में जाने से रोका जाए, जो पूरे इवेंट को खराब कर सकते हैं।

