भाजपा की तमिलनाडु इकाई में चेन्नई पश्चिम में आईटी विंग के 13 पदाधिकारियों ने बुधवार को अचानक इस्तीफा सौंप दिया। इससे पार्टी में फूट पड़ गई। बीजेपी आईटी विंग के जिलाध्यक्ष अनबरासन कहते हैं, “मैंने सालों तक बीजेपी के लिए काम किया है। लोग जानते हैं कि मैंने कभी किसी पद की उम्मीद नहीं की। पिछले कुछ दिनों से असामान्य स्थिति को देखते हुए मैंने पार्टी से इस्तीफा देने का फैसला किया है।” बयान पर आईटी विंग के 10 जिला सचिवों और 2 जिला उप सचिवों के हस्ताक्षर हैं।
पार्टी में फूट से मची हलचल
पार्टी में अचानक हुए इस घटनाक्रम से हलचल मच गई है। अभी यह साफ नहीं इस्तीफे स्वीकार हुए या नहीं, लेकिन राज्य में भाजपा के अंदर इस तरह के असंतोष से पार्टी को चिंता जरूर सताने लगी है। दूसरी तरफ तमिलनाडु भाजपा अध्यक्ष के अन्नामलाई ने कहा है कि पार्टी छोड़कर दूसरे दलों में में जाने से साबित होता है कि राज्य में हमारी पार्टी आगे बढ़ रही है। उनके इस बयान पर एआईएडीएमके ने कड़ी प्रतिक्रिया दी और कहा कि भाजपा अपने बल पर सीटें नहीं जीत सकती है। एआईएडीएमके के सहयोग से ही उनके विधायक जीते हैं।
यूजर ने कहा- काम करने वाले बोलते नहीं
राज्य में पार्टी के अंदर इस अंसतोष पर सोशल मीडिया पर भी कमेंट आने लगे हैं। @AnuSatheesh5 नाम के एक यूजर ने कहा, “यदि लोग कभी किसी पद की अपेक्षा नहीं रखते तो वे कभी शिकायत नहीं करते, वे लोग चुपचाप अपना काम करेंगे और जो काम वे करते हैं वही उन्हें खास बनाता है।”
@kaja_hussain27 ने लिखा, “तमिलनाडु में कोई बीजेपी नहीं है, इसलिए उन्होंने पद से इस्तीफा दे दिया है। केरल और तमिलनाडु, दो राज्य, जहां बीजेपी अपनी सीमा पर पहुंच चुकी है। इससे आगे यह नहीं बढ़ सकता है, कर्नाटक में बीजेपी की मौजूदगी है, जहां बड़े पैमाने पर भ्रष्टाचार बीजेपी के लिए समस्याएं पैदा करता है।”
@jp6gsk ने कहा, “कुछ अच्छे और प्रभावी लोगों का जाना एक मुद्दा है। लेकिन मुद्दों को सुलझाया जा सकता है? इतने सालों बाद पार्टी क्यों छोड़े?” @Venki_Shastry ने लिखा, “तमिलनाडु, केरल, पश्चिम बंगाल आंध्र प्रदेश में सीटें हासिल करने की कोशिश करने के बजाय, भाजपा को उन राज्यों के लिए काम करने पर ध्यान देना चाहिए जो उन्हें विश्वास के साथ वोट देते हैं।”