जल्लीकट्टू पर अध्यादेश लाएगी तमिलनाडु सरकार, सीएम ने कहा- दो दिनों में होगा जल्लीकट्टू, प्रदर्शन खत्म करो
जल्लीकट्टू पर लगे बैन के खिलाफ पूरे तमिलनाडु में विरोध-प्रदर्शन हो रहे हैं।

तमिलनाडु सरकार जल्लीकट्टू के लिए अध्यादेश लाएगी। यह जानकारी तमिलनाडु के मुख्यमंत्री ओ पन्नीरसेलवम ने दी। सीएम पन्नीरसेलवम ने बताया कि तमिलनाडु सरकार ने गृह मंत्रालय को अध्यादेश का मसौदा सौंप दिया है। एक-दो दिन में राष्ट्रपति की मंजूरी मिल जाने के बाद अध्यादेश जारी किया जाएगा। मुख्यमंत्री ने प्रदर्शनकारियों से विरोध प्रदर्शन समाप्त करने को कहा है। न्यूज एजेंसी एएनआई ने पन्नीसेलवम के हवाले से लिखा है, ‘तमिलनाडु सरकार ने सुबह ही गृहमंत्रालय को संशोधन का ड्राफ्ट भेजा है। मुझे उम्मीद है कि इसे एक दो दिनों में मंजूरी मिल जाएगी। इसके बाद जल्लीकट्टू मनाने का रास्ता साफ हो जाएगा।’
मुख्यमंत्री ने बताया कि उन्होंने इस बारे में संविधान के विशेषज्ञों से चर्चा की है। इसके बाद फैसला लिया गया कि संशोधन को गृहमंत्रालय में मंजूरी के लिए भेजा जाएगा। उन्होंने कहा, ‘संशोधन का ड्राफ्ट केंद्र सरकार तक भेजने के अलावा मैंने कुछ सीनियर अधिकारियों को नियुक्त किया है, जो कि केंद्र सरकार के साथ काम करेंगे।’ न्यूज एजेंसी पीटीआई की रिपोर्ट के मुताबिक राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी से संशोधन पर मंजूरी के बाद तमिलनाडु सरकार एक अध्यादेश पास करेगी।
गुरुवार को पन्नीरसेलवम ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मुलाकात करके केंद्र द्वारा अध्यादेश पास करने की अपील की थी। लेकिन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि मामला कोर्ट का है और ऐसे में सरकार दखल नहीं दे सकती। हालांकि, उन्होंने तमिलनाडु सरकार को यह भरोसा दिलाया कि जल्लीकुट्टू के समर्थन में कोई भी कदम उठाया जाएगा, सरकार उसका समर्थन करेगी।

बता दें, जल्लीकट्टू पर सुप्रीम कोर्ट ने बैन लगा दिया। सुप्रीम कोर्ट के इस फैसले के खिलाफ पिछले कुछ दिनों से तमिलनाडु में विरोध-प्रदर्शन हो रहे हैं। तमिलनाडु के लोग जल्लीकट्टू पर लगाए गए बैन को हटाने की मांग कर रहे हैं। मरीना बीच पर हजारों लोग कई दिनों से डटे हुए हैं। इसके साथ ही कई धार्मिक गुरु और अभिनेता भी जल्लीकट्टू के बैन के खिलाफ प्रदर्शन कर रहे लोगों को समर्थन में आ गए हैं।

जल्लीकट्टू पर बैन लगाने लिए पेटा ने सुप्रीम कोर्ट में अपील की थी। इसके बाद पेटा ने केस जीत लिया, जिसके बाद तमिलनाडु में होने वाले जल्लीकट्टू पर बैन लगा दिया गया।