यूपी के मुजफ्फरनगर के दो परिवारों को कथित तौर कई साल पहले डरा-धमका कर मुस्लिम बना दिया गया था, लेकिन अब उन्हें फिर से हिंदू धर्म में परिवर्तन करा दिया गया था। इसको लेकर इन परिवारों के सदस्यों ने खुशी जताते हुए कहा कि गरीबी और बेसहारा होने को इसके लिए मुख्य वजह बताया। इन परिवारों को इनके पुराने हिंदू नाम बदल दिए गए थे। स्वामी यशवीर महाराज और स्वामी मृगेंद्र महाराज ने बताया कि मुसलमान बनाने के लिए इनके नाम भी बदल दिए थे। हिंदू धर्म में वापसी पर स्वामी ने उनके नाम फिर से हिंदू वाले रखे।
जिसका नाम शाहिस्ता था, वह अब राधा बन गई, बरखा का नया नाम वर्षा हुआ, रशीदा अब गीता, अकबर अब कृत, इकरा अब शीतल, गुल्लू अब रितिक, अहसान सचिन और हारून अब अरुण बन चुके हैं। इन लोगों ने मीडिया से कहा कि उन्हें गरीबी से मुक्ति का लालच देकर और डरा-धमकाकर हिंदू से मुसलमान बना दिया गया था।
काफी समय बाद इसकी जानकारी मुजफ्फरनगर के स्वामी यशवीर महाराज और स्वामी मृगेंद्र महाराज को इसकी जानकारी मिली तो उन्होंने तय कर लिया कि इनको हिंदू धर्म में फिर से वापसी करानी है।
स्वामी ने इन परिवारों और इनके सदस्यों से मुलाकात की और इनको इनके धर्म के बारे में जानकारी दी। हिंदू से मुस्लिम बने ये लोग जब धर्मवापसी होने के लिए तैयार हो गए तो स्वामी ने हवन पूजन और विधि विधान के साथ इनकी घरवापसी कराई और इनके नाम बदले।
इन परिवारों ने वापस हिंदू धर्म में आने पर खुशी जताते हुए कहा कि दादा-बाबा हिंदू थे, लेकिन मुस्लिम मौलानाओं ने उन्हें जबरन मुस्लिम बना दिया था। स्वामी यशवीर महाराज और स्वामी मृगेंद्र महाराज ने हवन-पूजन के बाद इनके सदस्यों को गंगाजल आचमन कराकर शुद्धिकरण कराया और मंत्रोच्चारण कर हिंदू धर्म में वापस लिया। स्वामी यशवीर ने बताया कि अब तक उन्होंने विभिन्न शहरों के सैकड़ों लोगों को हिंदू धर्म में वापसी कराई है।
जिले के बाघरा इलाके के स्वामी यशवीर महाराज और स्वामी मृगेंद्र महाराज ने इन परिवारों को पूजन और विधि विधान के साथ इन दो मुस्लिम परिवारों के आठ सदस्यों को गंगाजल के आगमन से शुद्धिकरण और मंत्रोच्चारण कर हिंदू धर्म में वापसी कराई है। उन्होंने बताया कि मुजफ्फरनगर के अलावा उन्होंने मेरठ के दो परिवारो को भी हिंंदू धर्म मं वापसी कराई है।
उन्होंने कहा कि हिंदू धर्म से मुस्लिम धर्म परिवर्तन का काम बहुत तेजी से चल रहा था, लेकिन योगी सरकार के आने के बाद इस पर लगाम कसी जा सकी है। हिंदुओं को मुस्लिम बनाने के साथ ही ये लोग उनके आधार कार्ड और अन्य दस्तावेजों में भी रातोंरात परिवर्तन करा देते थे, लेकिन भाजपा सरकार में यह नहीं हो पा रहा है।