विधीशा कुंतामाला
St. Stephen’s College: दिल्ली के सेंट स्टीफन कॉलेज के माली का बेटा पंकज यादव छात्रसंघ अध्यक्ष चुना गया है। नौ साल पहले उनके बड़े भाई रोहित यादव छात्रसंघ अध्यक्ष का चुनाव जीता था। पंकज के पिता इसी कॉलेज में एक माली के रूप में काम करते हैं। पंकज ने आधे से ज्यादा वोटों के साथ यह चुनाव जीता है। उन्हें 765 में से 497 वोट मिले हैं।
यूपी के प्रतापगढ़ से हैं पंकज यादव
पंकज यहां बीए थर्ड ईयर का स्टूडेंट हैं और पॉलिटिकल साइंस एवं हिस्ट्री में बीए की पढ़ाई कर रहे हैं। स्टीफंस कॉलेज में इससे पहले 2019 में चुनाव हुआ था, उस समय कोरोना काल के दौरान लॉकडाउन के चलते कॉलेज बंद था। पंकज उत्तर प्रदेश के प्रतापगढ़ के रहने वाले हैं और अपने तीन भाईयों में वह सबसे छोटे हैं। 2007 में उनका परिवार में दिल्ली शिफ्ट हो गया था। उनके पिता कॉलेज में माली हैं इसलिए उन्हें कॉलेज परिसर में ही आवास आवंटित किया गया है।
स्टाफ-वार्ड कोटा के जरिए मिला था एडमिशन
द इंडियन एक्सप्रेस से बात करते हुए पंकज ने कहा, “मैं 2007 से कैंपस में रह रहा हूं। मैं हमेशा अपने भाई की तरह अपने कॉलेज की बेहतरी के लिए काम करना चाहता हूं।” रोहित कुमार यादव 2014 में छात्र संघ के अध्यक्ष बने थे। रोहित और पंकज दोनों को स्टाफ-वार्ड कोटा के माध्यम से कॉलेज में एडमिशन मिला था। पंकज ने कहा, “मैंने अपने भाई के अभियान के आधार पर अपना अभियान तैयार किया था। मैंने अपना भाषण हिंदी में दिया, लेकिन मैंने उन छात्रों से अंग्रेजी में भी बात की जो हिंदी नहीं समझते थे। मैं हिंदी में अधिक सहज हूं। मैं हिन्दी समाज का उपाध्यक्ष भी हूं। मैं यह सुनिश्चित करना चाहता हूं कि हम केवल अंग्रेजी ही नहीं बल्कि हिंदी को भी आगे बढ़ाएं।”
अध्यक्ष बनने के बाद उनका लक्ष्य विकलांगों और महिलाओं के लिए विशेषरूप से काम करना है। उन्होंने कहा, “विकलांग लोगों के लिए सुविधाओं की बेहतरी की दिशा में काम करना, महिला सशक्तिकरण और सुरक्षा सुनिश्चित करना एवं किसी भी समुदाय के छात्रों के प्रति किसी भी तरह के भेदभाव को खत्म करना उनका लक्ष्य है।” उन्होंने कहा कि परिसर में विकलागों का जीवन आसान बनाने के लिए नई तकनीकों को लाने की कोशिश करेंगे। जैसे अगर कोई छात्र देख नहीं सकता है, तो उसके लिए ऐसी तकनीक हो कि आस-पास की चीजों को स्कैन करके उसे पता चले सके वह परिसर में किस जगह पर है।
बेटे की उपलब्धि पर पिता ने जताई खुशी
उनके पिता हरीश कुमार ने कहा, “मेरे पिता ने भी 1948 से स्टीफंस में लगभग 30 सालों तक माली के रूप में काम करते थे। मैं कैंपस में पैदा हुआ था और जब वह सेवानिवृत्त हुए तो मैंने उनका काम संभाल लिया।” उन्होंने कहा, “लोग हमेशा कहते थे कि माली का बेटा माली बनेगा, लेकिन मैंने कुछ और ही कहा। मैंने अपने बच्चों को शिक्षित किया और यह सुनिश्चित किया कि वे कॉलेज और हमारे देश का नाम रोशन करें… मेरे दोनों बेटों ने मुझे गौरवान्वित किया है।” बता दें कि दिल्ली के सेंट स्टीफंस कॉलेज की गिनती देश के अच्छे कॉलेजों में होती है। शशि थरूर और सचिन पायलट जैसे दिग्गज नेता इस कॉलेज से पढ़ाई कर चुके हैं।