Ramcharitmanas-Swami Prasad Maurya: समाजवादी पार्टी (Samajwadi Party) के नेता स्वामी प्रसाद मौर्य द्वारा रामचरितमानस पर दिए बयान पर बवाल रुकने का नाम नहीं ले रहा है। बता दें कि जहां सपा नेता पर अलग-अलग राज्यों में FIR दर्ज हुई है तो वहीं अब स्वामी प्रसाद मौर्य (Swami Prasad Maurya) ने कहा है कि इस मामले को उठाकर उन्हें खुशी हो रही है और वो अपने बयान पर झुकेंगे नहीं।
गौरतलब है कि सपा के राष्ट्रीय महासचिव स्वामी प्रसाद मौर्य ने हिंदू महाकाव्य रामचरितमानस की चौपाइयों को “पिछड़े-विरोधी और महिला-विरोधी” बताते हुए विवाद खड़ा कर दिया है। इस बीच हिंदुस्तान टाइम्स को दिए एक साक्षात्कार में 69 वर्षीय मौर्य ने इस विवाद पर बात करते हुए कहा कि वह अपने रुख से नहीं हटेंगे।
‘मैं भगवान राम नहीं बल्कि रामचरितमानस की कुछ चौपाइयों के खिलाफ हूं’:
उन्होंने कहा, “मैं किसी धर्म के खिलाफ नहीं हूं। मैं भगवान राम के खिलाफ नहीं हूं। हालांकि, मैं रामचरितमानस के कुछ चौपाइयों के खिलाफ हूं।” उन्होंने कहा कि उस काल में बाबा तुलसीदास को इस प्रकार लिखने के लिए किसने प्रेरित किया, यह महत्वपूर्ण नहीं है बल्कि महत्वपूर्ण बात यह है कि आज हमें महिलाओं और 600 से अधिक दलित उपजातियों के लिए सम्मान सुनिश्चित करने की आवश्यकता है और इसके लिए यदि हमें कुछ चौपाइयों को हटाना पड़े तो हमें करना होगा।
‘दलित, पिछड़े सिर्फ वोट के लिए हिंदू हैं?’:
मौर्य से पूछा गया कि ओबीसी भी तो हिन्दू हैं और उसी रामचरितमानस को मानते हैं जिसकी चौपाइयों का आप विरोध कर रहे हैं? इसपर सपा नेता ने कहा, “ठीक बात है लेकिन क्या पिछड़े, दलित और आदिवासी सिर्फ वोट के लिए हिंदू हैं? मुझे उनके हिंदू होने में कोई दिक्कत नहीं है। लेकिन वोट देने के बाद क्या वे सम्मान के हकदार नहीं हैं?”
‘पीछे नहीं हटूंगा’:
स्वामी प्रसाद मौर्य ने कहा कि मुझे खुशी है कि मैंने जो मुद्दा उठाया है उसको लेकर अब पूरे देश में बहस चल रही है। टीवी स्टूडियो और अखबारों से लेकर बोर्डरूम और शैक्षणिक संस्थानों तक इस मुद्दे पर चर्चा हो रही है। मैं चाहता हूं कि लोग सोचें और अगर यह बहस चलती रही तो निश्चित रूप से मंथन होगा और कुछ सकारात्मक परिणाम निकलेंगे। जहां तक मेरी बात है तो मैं अपनी ओर से सकारात्मक बदलाव के लिए प्रयास करता रहूंगा। इस पर पीछे नहीं हटूंगा।
स्वामी प्रसाद मौर्य पर एक और FIR:
वहीं उत्तर प्रदेश में एफआईआर दर्ज होने के बाद अब स्वामी प्रसाद मौर्य के खिलाफ मध्य प्रदेश के ग्वालियर में भी शिकायत दर्ज करवाई गई है। बता दें कि यह शिकायत हिंदू महासभा की तरफ से दर्ज करवाई गई है। शिकायत में समाजवादी पार्टी (सपा) के नेता स्वामी प्रसाद मौर्य के अलावा आठ अन्य लोगों के भी नाम दर्ज किए गए हैं।