प्रदेश में महिला सुरक्षा को लेकर विपक्ष के नेता और समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने योगी सरकार पर फिर निशाना साधा है। उन्होंने कहा कि राज्य में महिलाओं की सुरक्षा को लेकर सरकार कुछ नहीं कर रही है। कहा कि “जब से सरकार बनी है और सोमवार को विधानसभा का सत्र शुरू होने पर राज्यपाल महोदया भाषण दे रही थीं, उसी दिन अखबारों में खबर छपी थी कि 19 साल की बेटी के साथ बलात्कार हुआ। और बलात्कार कहां मुख्यमंत्री जी के क्षेत्र में, गोरखपुर में हुआ।
ये घटनाएं रुक नहीं रही हैं। थाने लगातार अराजकता के केंद्र बने हुए हैं। जिस तरह सेंसेक्स ऊपर-नीचे हो रहे हैं, उसी तरीके से थाने में दलाली ऊपर नीचे हो रही है।” जब उनसे पूछा गया भाजपा कह रही है कि केवल हंगामा हो रहा है तो उन्होंने कहा कि “अपनी बात कहने के लिए हंगामा कौन कह सकता है। हम अपनी बात रख रहे हैं।”
यूपी विधानसभा के बजट सत्र के दूसरे दिन अखिलेश यादव जब सदन में भाग लेने के लिए पहुंचे तो मीडिया वालों ने उन्हें घेर लिया। इस दौरान उन्होंने इस आरोप को खारिज कर दिया कि सदन में विपक्ष हंगामा कर रहा है। उन्होंने कहा कि अपनी बात कहना हंगामा करना नहीं है।
इससे पहले बजट सत्र की शुरुआत जोरदार हंगामे के साथ हुई। सत्र शुरू होते ही सपा विधायकों ने हंगामा शुरू कर दिया। करीब सवा घंटे तक चले राज्यपाल आनंदीबेन पटेल के भाषण के दौरान समाजवादी पार्टी विधायक ‘राज्यपाल वापस जाओ’ के नारे लगाते रहे। कई विधायक वेल तक पहुंच गए और सरकार विरोधी नारे लगाने लगे तथा महंगाई और बेरोजगारी के पोस्टर लहराए। हालांकि बाद में कार्यवाही मंगलवार को 11 बजे तक के लिए स्थगित कर दी गई।
यूपी विधानसभा चुनाव के बाद इस बजट सत्र में विपक्ष योगी सरकार के दोबारा सत्ता में आने पर उनके प्रति हमलावर है। महिला सुरक्षा, बेरोजगारी, महंगाई से लेकर वाराणसी और मथुरा में मंदिर-मस्जिद जैसे मुद्दों पर सदन में जोरदार बहस और सरकार को घेरने की तैयारी है। विपक्ष का कहना है कि सरकार अपने किसी भी वादे पर सफल नहीं दिख रही है। उनके सभी दावे झूठे हैं।