उत्तर प्रदेश में सत्तारूढ़ समाजवादी पार्टी (सपा) में कौमी एकता दल (कौएद) का विलय जल्द बहाल होने की अटकलों के बीच कौएद के बाहुबली विधायक मुख्तार अंसारी ने पूर्व में दोनों पार्टियों के विलय के सूत्रधार रहे वरिष्ठ काबीना मंत्री शिवपाल सिंह यादव से मुलाकात की। विधानसभा की कार्यवाही में हिस्सा लेने आए अंसारी ने विधानमंडल परिसर में संवाददाताओं को बताया कि उन्होंने अपने क्षेत्र के कुछ मामलों को लेकर लोकनिर्माण मंत्री शिवपाल यादव से मुलाकात की। इस दौरान दोनों के बीच करीब 45 मिनट तक बातचीत हुई। मऊ से विधायक अंसारी ने बताया कि उन्होंने मऊ में बिजली की समस्या, बुनकरों से जुड़ी दिक्कतों और गाजीपुर जिले में गंगा की बाढ़ की समस्या पर बातचीत की। यह पूछे जाने पर कि क्या इस बैठक में कौएद के सपा में विलय बहाल किए जाने के बारे में भी बातचीत हुई, उन्होंने कहा कि विलय के बारे में कोई बातचीत नहीं हुई।

अंसारी ने इतना जरूर कहा कि अब कौएद का सपा में विलय मुश्किल है। बहरहाल, गठबंधन की संभावना बनी हुई है। हालांकि इस बारे में कोई भी फैसला पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष उनके बड़े भाई अफजाल अंसारी और सपा मुखिया मुलायम सिंह यादव ही लेंगे। उन्होंने कहा कि उनकी पार्टी सांप्रदायिक ताकतों को पराजित करना चाहती है। उसके लिए सोच-समझकर निर्णय लिया जाएगा। इस बीच कौएद के अध्यक्ष अफजाल अंसारी ने कहा कि विलय बहाली के संबंध में अभी उन्हें सपा की तरफ से कोई संकेत नहीं मिला है। जब कोई आमंत्रण मिलेगा तो वे अपनी बात रखेंगे। उन्होंने भी संकेत दिए कि वे कौएद का सपा में विलय करने के बजाय गठबंधन को तरजीह देंगे।

मालूम हो कि बीती 21 जून को कौएद का सपा में विलय हुआ था। शिवपाल ने कौएद अध्यक्ष अफजाल अंसारी के साथ इसकी घोषणा की थी। यह विलय सपा मुखिया मुलायम सिंह यादव की अनुमति से शिवपाल की पहल पर हुआ था। हालांकि मुख्यमंत्री अखिलेश यादव के कड़े विरोध के बाद 25 जून को पार्टी संसदीय बोर्ड ने इस विलय को रद्द कर दिया था। बहरहाल, गत 15 अगस्त को सपा मुखिया मुलायम सिंह यादव द्वारा शिवपाल के खिलाफ पार्टी के अंदर साजिश किए जाने के आरोपों को लेकर फटकार लगाए जाने के बाद कौएद के सपा में विलय को बहाल किए जाने की अटकलें जोरों पर थीं।