उत्तर प्रदेश की 18वीं विधानसभा का पहला सत्र सोमवार (23 मई 2022) से शुरू हो गया है. सोमवार से बजट सत्र का आगाज हो गया, जिसकी शुरुआत राज्यपाल आनंदी बेन पटेल के अभिभाषण से हुई। समाजवादी पार्टी के विधायकों ने विभिन्न मुद्दों पर राज्य सरकार के खिलाफ विधानसभा के अंदर विरोध प्रदर्शन किया। पर सपा विधायक शिवपाल यादव और आजम खान के बेटे अब्दुल्ला आजम ने विधानसभा में मौजूद होने के बावजूद भी इस विरोध प्रदर्शन में हिस्सा नहीं लिया।
सपा का विधानसभा सत्र में हंगामा: उत्तर प्रदेश विधानसभा का सत्र शुरू होते ही विपक्ष के सदस्यों ने सदन में हंगामा शुरू कर दिया। विधानसभा में राज्यपाल आनंदीबेन पटेल के अभिभाषण शुरू करते ही सपा के विधायकों ने हाथों में पोस्टर और तख्त्यिां लेकर नारेबाजी करना शुरू कर दिया। हंगामे के बीच ही राज्यपाल ने अभिभाषण दिया।
पर इस दौरान आजम खान के बेटे विधायक अब्दुल्ला आजम और प्रगतिशील समाजवादी पार्टी (लोहिया) के प्रमुख शिवपाल सिंह यादव सपा विधायकों के साथ सदन में मौजूद जरूर रहे पर उन्होंने विरोध प्रदर्शन में हिस्सा नहीं लिया।
सीट पर बैठे रहे आजम खान के बेटे: समाजवादी पार्टी के विधायक उत्तर प्रदेश विधान सभा में किसानों को सस्ती बिजली देने, विपक्ष के लोगों पर झूठे मुकदमे न लगाने की अपील, शिक्षा और सिंचाई सस्ती करने की मांग लिखी तख्तियां लेकर विरोध कर रहे थे, पर उनके बीच खड़े शिवपाल यादव के हाथ में कोई तख्ती नहीं थी और वह बस फोटो खिंचवाने के लिए वहां खड़े थे।

वहीं, दूसरी ओर अब्दुल्ला आजम प्रदर्शन और नारे लगाते सपा विधायकों के बीच चुपचाप अपनी सीट पर बैठे नजर आए। जिससे ये साफ होता है कि इन दोनों नेताओं और अखिलेश यादव के बीच सबकुछ ठीक नहीं है।
विधायक दल की बैठक में नहीं पहुंचे: समाजवादी पार्टी और अखिलेश यादव से शिवपाल यादव और आजम खान की नाराजगी एक बार फिर सामने आई। यूपी विधानसभा का सत्र शुरू होने से एक दिन पहले सपा मुख्यालय में रविवार (22 मई) को विधायक दल की बैठक बुलाई गई थी। इस मीटिंग में आजम खान के अलावा उनके बेटे विधायक अब्दुल्ला आजम और प्रसपा के प्रमुख शिवपाल सिंह यादव भी शामिल नहीं हुए थे।