शिरोमणि अकाली दल “पंजाब में चल रही पुलिस की अतिरिक्त संवैधानिक कार्रवाई” में गिरफ्तार सभी सिख युवाओं को कानूनी सहायता प्रदान करेगा। पार्टी अध्यक्ष सुखबीर बादल ने मंगलवार को कहा कि अकाली दल यह सुनिश्चित करेगा कि आम आदमी पार्टी (AAP) सरकार द्वारा उन युवाओं के अधिकारों को कुचला नहीं जा सके। पार्टी की ओर से जारी एक बयान में उन्होंने कहा, “यह चौंकाने वाला था कि बड़ी संख्या में युवाओं को केवल संदेह के आधार पर अंधाधुंध गिरफ्तार किया जा रहा था।” सुखबीर बादल ने पंजाब में चल रही पुलिस कार्रवाई को “अतिरिक्त-संवैधानिक” करार दिया है।
पुलिस कार्रवाई को बताया “अतिरिक्त-संवैधानिक”
सुखबीर बादल ने एक ट्वीट किया, “हमारी कानूनी टीम जिलों में पार्टी नेताओं के साथ समन्वय करेगी और जहां जरूरी हो, फौरन कानूनी मदद करेगी। पार्टी नेताओं से यह भी कहा गया है कि सिख युवकों पर हो रहे दमन को पार्टी के साथ-साथ राज्य कमेटी के संज्ञान में लाया जाए ताकि उनके लिए न्याय सुनिश्चित किया जा सके।” बाद में उन्होंने एक बयान दिया, “यह चौंकाने वाला था कि बड़ी संख्या में युवाओं को केवल संदेह के आधार पर अंधाधुंध गिरफ्तार किया जा रहा था”। उन्होंने चल रही कार्रवाई को “अतिरिक्त-संवैधानिक” करार दिया।
बयान में अमृतपाल सिंह के नाम का जिक्र नहीं
खालिस्तान समर्थक अमृतपाल सिंह और उनके संगठन ‘वारिस पंजाब दे’ के सदस्यों पर चल रही पुलिस की कार्रवाई के बीच सुखबीर बादल का बयान आया है। हालांकि, उनके बयान में अमृतपाल सिंह के नाम का जिक्र नहीं है। पंजाब में शनिवार को पुलिस कार्रवाई शुरू होने के बाद से ही अमृतपाल सिंह फरार है। सुखबीर बादल ने कहा कि शिरोमणि अकाली दल के कानूनी प्रकोष्ठ के अध्यक्ष अर्शदीप सिंह कलेर के नेतृत्व में वरिष्ठ अधिवक्ताओं की एक राज्य स्तरीय समिति बनाई गई है। यह समिति जिलों में पार्टी नेताओं के साथ समन्वय करेगी और जहां जरूरा हो, तुरंत कानूनी सहायता मुहैया कराएगी।
NSA लागू करना किसी भी तरह से बुद्धिमानी नहीं- वल्टोहा
शिरोमणि अकाली दल नेता विरसा सिंह वल्टोहा ने आम आदमी पार्टी सरकार से पुलिस कार्रवाई के दौरान गिरफ्तार किए गए सिख युवकों के खिलाफ लगाए गए राष्ट्रीय सुरक्षा कानून (NSA) को तत्काल वापस लेने की मांग की। अमृतसर में एक संवाददाता सम्मेलन को संबोधित करते हुए वल्टोहा ने कहा कि यह देखकर हैरानी होती है कि पंजाब पुलिस ने राज्य सरकार के निर्देश पर कुछ सिख युवकों के खिलाफ एनएसए के तहत मामला दर्ज किया है और उन्हें असम की डिब्रूगढ़ जेल भेज दिया है। उन्होंने दावा किया कि एक सामान्य कानून और व्यवस्था की स्थिति में एनएसए को लागू करना किसी भी तरह से बुद्धिमानी नहीं कहा जा सकता है।
अमृतपाल सिंह की गिरफ्तारी को लेकर नहीं होना चाहिए नाटक
वल्टोहा ने कहा कि अकाली दल ने हमेशा इस बात की वकालत की है कि कानून का उल्लंघन करने वालों को सजा मिलनी चाहिए। उन्होंने कहा, “अगर पुलिस को अमृतपाल सिंह को गिरफ्तार करना ही था, तो वे उसे उस दिन सुबह उसके आवास से गिरफ्तार कर सकते थे। इस मामले में नाटक करने की कोई आवश्यकता नहीं थी। जो कुछ भी हुआ उससे आतंक और भय फैल गया है। सबसे दुर्भाग्यपूर्ण यह है कि राष्ट्रीय मीडिया सिखों और पंजाब को देशद्रोही के तौर पर पेश कर रहा है।”
Amritpal Singh Case: पंजाब पुलिस ने जारी की अमृतपाल की कई तस्वीरें, गिरफ्तारी की पूरी तैयारी। Video
विरसा सिंह वल्टोहा ने कहा, वैसे तो अमृतपाल सिंह के साथ हमारे वैचारिक मतभेद हो सकते हैं,लेकिन जिस तरह से उनके नाम का इस्तेमाल सिखों को देशद्रोही बताने के लिए किया जा रहा है, वह घोर निंदनीय है और इसे किसी भी कीमत पर बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।”
शिरोमणि अकाली दल (संयुक्त) का भी मान सरकार पर निशाना
उधर, शिरोमणि अकाली दल (संयुक्त) के अध्यक्ष और केंद्रीय मंत्री सुखदेव सिंह ढींडसा ने कहा कि पंजाब सरकार पिछले कुछ दिनों से राज्य में भय और तनाव का माहौल पैदा कर रही है। उन्होंने कहा, “निर्दोष सिख युवकों को जानबूझकर निशाना बनाया जा रहा है। अगर किसी की गलती सामने आती है तो कानून के अनुसार कार्रवाई की जा सकती है, लेकिन किसी भी घटना की आड़ में सरकार को प्रदेश में भय का माहौल बिल्कुल नहीं बनाना चाहिए।”