Sanjay Raut: शिवसेना (उद्धव ठाकरे गुट) के नेता संजय राउत को पात्रा चॉल घोटाला मामले में जमानत मिल गई है। 9 नवंबर को उन्हें आर्थर रोड जेल से रिहा कर दिया गया। वहीं जेल से रिहा होने के एक दिन बाद शिवसेना के राज्यसभा सांसद संजय राउत गुरुवार(10 नवंबर) को एनसीपी प्रमुख शरद पवार से मिलने उनके आवास पहुंचे।
पत्रकारों से बात करते हुए संजय राउत ने कहा कि वह 2-4 दिनों में महाराष्ट्र के उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस से मुलाकात करेंगे और जनता से जुड़े मुद्दों पर चर्चा करेंगे। इस दौरान राउत ने पीएम नरेंद्र मोदी और गृह मंत्री अमित शाह से भी मिलने के संकेत दिए। उन्होंने कहा कि मैं दिल्ली जाकर प्रधानमंत्री और गृह मंत्री से भी मिलूंगा।
बता दें कि संजय राउत के इस बयान को लेकर तरह-तरह के मायने निकाल रहे हैं। कुछ लोगों का कहना है कि जेल से बाहर निकलने के बाद संजय राउत के तेवर बदले नजर आ रहे हैं। वहीं कांग्रेस की भारत जोड़ो यात्रा पर संजय राउत ने कहा कि यह देश में कड़वाहट खत्म करने का आंदोलन है। उन्होंने कहा, “भाजपा को भी भारत जोड़ो यात्रा का समर्थन करना चाहिए।”
संजय राउत ने कहा कि ‘भारत जोड़ो यात्रा’ बीजेपी के खिलाफ नहीं है। बल्कि इस यात्रा का उद्देश्य देश भर के लोगों को एक साथ लाना है। भाजपा को इस यात्रा का स्वागत करना चाहिए।
महाराष्ट्र में एकनाथ शिंदे की सरकार पर संजय राउत ने कहा, “महाराष्ट्र में एक नई सरकार बनी है और मैं उनके कुछ अच्छे फैसलों का स्वागत करता हूं। डिप्टी सीएम देवेंद्र फडणवीस ने कुछ अच्छे फैसले लिए हैं। हालांकि, कुछ को लगता है कि राज्य वास्तव में सीएम फडणवीस हैं।”
इससे पहले जमानत मिलने के बाद शिवसेना सांसद सिद्धिविनायक मंदिर पहुंचे थे। वहां दर्शन के बाद संजय राउत ने कहा, “हमने ज़िंदगी में कभी गलत काम नहीं किया। मैंने 100 दिन से भी अधिक जेल में काटा, जिसे में कभी भूलूंगा नहीं। मुझे किसी से गिला शिकवा नहीं है। मुझे हमारी न्याय व्यवस्था ने न्याय दिया और मैं उनका आभारी हूं।” संजय राउत ने मीडिया के सामने सवाल किया कि मेरा क्या गुनाह है? मुझे जेल क्यों भेजा, मुझे अब तक नहीं पता। मुझे न्याय व्यवस्था में भरोसा है और आज वह भरोसा बढ़ गया है।