राजस्थान में 2023 के आखिर में विधानसभा चुनाव होने हैं। विधानसभा चुनाव से पहले तमाम राजनीतिक दल सक्रिय दिखाई दे रहे हैं। लेकिन खास चर्चा का विषय बने हुए हैं राजस्थान के पूर्व उपमुख्यमंत्री सचिन पायलट। गौरतलब है कि सचिन पायलट विधानसभा चुनाव से ठीक पहले प्रदेश भर के दौरे पर हैं और जनसभाओं को संबोधित कर रहे हैं। आज एक जनसभा के दौरान कांग्रेस नेता सचिन पायलट अपनी ही सरकार और मुख्यमंत्री अशोक गहलोत पर निशाना साधते हुए दिखाई दिए। सचिन पायलट ने नागौर में जनसभा के दौरान राजस्थान में शिक्षकों के लिए सामान्य ज्ञान परीक्षा के हाल ही में लीक होने का मुद्दा भी उठाया।
क्या कहा सचिन पायलट ने ?
सचिन पायलट ने नागौर में एक जनसभा को संबोधित करते हुए अपनी ही सरकार पर निशाना साधा। उन्होने कहा कि कभी प्रश्न पत्र लीक हो जाते हैं, कभी परीक्षा रद्द कर दी जाती है। यह बहुत दर्दनाक और परेशान करने वाला होता है। बच्चे, उनके माता-पिता एक शिक्षा के लिए कितनी परेशानी से गुजरते हैं। छात्र अपनी परीक्षा की तैयारी के लिए दिन-रात मेहनत करते हैं। सचिन पायलट ने कहा कि मुझे उम्मीद है कि सरकार छोटे-मोटे दलालों के बजाय बड़ी मछलियों के पीछे जाएगी। सचिन पायलट के इन हमलों ने गहलोत-पायलट विवाद को एक बार फिर गर्मा दिया है।
जाट इलाकों पर नजर, पायलट उतरे हैं मैदान में
एनडीटीवी की खबर के अनुसार सचिन पायलट के करीबी सूत्रों का कहना है कि उनके जनसंपर्क कार्यक्रम का उद्देश्य कांग्रेस को मजबूत करना और राजस्थान में अपनी राजनीतिक जगह बनाए रखना है। सूत्रों ने कहा कि यही कारण है कि वह जाट-किसानों की गढ़ी पर ध्यान केंद्रित कर रहे हैं, जो कांग्रेस का एक पारंपरिक आधार है।
सचिन पायलट ने नागौर में आज जनसभा की, यह एक जाट बहुल इलाका है। इस इलाके को भाजपा के पूर्व सहयोगी हनुमान बेनीवाल की राष्ट्रीय लोकतांत्रिक पार्टी (RLP) का घरेलू मैदान कहा जाता है । हनुमान बेनीवाल ने विवादास्पद कृषि कानून को लेकर भाजपा के साथ अपना गठबंधन तोड़ दिया था। माना जाता है कि उन्होंने पारंपरिक रूप से कांग्रेस को चुनने वाले जाट वोट बैंक में पैठ बना ली है।