Republic Day: तेलंगाना (Telangana) में हाई कोर्ट के दखल के बाद गवर्नर हाउस में रिपब्लिक डे समारोह का आयोजन किया गया। वहीं तेलंगाना सरकार ने तीसरे साल भी कार्यक्रम से दूरी बनाए रखी।
हैदराबाद के एक कार्यकर्ता और व्यवसायी के. श्रीनिवास ने 25 जनवरी को उच्च न्यायालय में लंच मोशन पेश किया। जिसमें सरकार समारोह आयोजित करने का निर्देश देने की मांग की गई थी। मामले का निस्तारण करते हुए कोर्ट ने सरकार को आदेश दिया कि वह जहां चाहे समारोह आयोजित करे, लेकिन रक्षा मंत्रालय द्वारा निर्धारित पारंपरिक परेड और मानक संचालन प्रक्रियाओं के संचालन पर ध्यान दे।
इसके बाद सरकार ने अंतिम समय में राजभवन में चाक-चौबंद व्यवस्था की और मुख्य सचिव ए शांति कुमारी, पुलिस महानिदेशक अंजनी कुमार और अन्य वरिष्ठ नौकरशाहों की उपस्थिति में कार्यक्रम को आगे बढ़ाया। वहीं मुख्यमंत्री के. चंद्रशेखर राव और उनके मंत्रिमंडल के सहयोगियों ने पिछले दो वर्षों की तरह इस कार्यक्रम में भाग नहीं लिया।
राज्यपाल तमिलिसाई सुंदरराजन ने की मुख्यमंत्री की आलोचना
राज्यपाल तमिलिसाई सुंदरराजन (Tamilisai Soundararajan) ने अपने संबोधन में अप्रत्यक्ष रूप से राव की यह कहते हुए आलोचना की कि कुछ लोग उन्हें पसंद नहीं करते हैं, लेकिन वह अपने कार्यक्रमों के साथ आगे बढ़ेंगे। उन्होंने कहा कि वह पिछले तीन वर्षों से न केवल राज्य की राज्यपाल थीं, बल्कि अपने जन्म के बाद से राज्य के साथ एक मजबूत बंधन बनाया है। उन्होंने कहा कि वह तेलंगाना के लोगों को बहुत पसंद करती हैं।
राज्यपाल सुंदरराजन ने कहा कि वो राज्य के विकास में अपनी भूमिका निभाएंगी, भले ही उन्हें कितनी भी बाधाओं का सामना करना पड़े। उन्होंने लोगों से तेलंगाना में लोकतंत्र और संविधान की रक्षा करने, राज्य की गरिमा और सम्मान को बनाए रखने का आह्वान किया। उन्होंने गजवेल के अपने निर्वाचन क्षेत्र में राव के फार्महाउस पर अप्रत्यक्ष रूप से इशारा करते हुए कहा कि यह कुछ लोगों के लिए फार्महाउस नहीं, बल्कि राज्य में सभी के लिए फार्म होना चाहिए। इस दौरान राज्यपाल ने सरकार के लिए एक विशाल सचिवालय परिसर के निर्माण का उल्लेख करते हुए कहा कि भवनों का निर्माण करना महत्वपूर्ण नहीं है, बल्कि राष्ट्र निर्माण को प्राथमिकता दी जानी चाहिए।