Swami Prasad Maurya Meets Akhilesh Yadav: समाजवादी पार्टी (Samajwadi Party) के एमएलसी स्वामी प्रसाद मौर्य (Swami Prasad Maurya) द्वारा रामचरितमानस (Ramcharitmanas) और सनातन धर्म को लेकर दिए गए विवादित बयाने के चलते सुर्खियों में बने हुए हैं। उनके विवादित बयान को लेकर उनकी ही पार्टी के तमाम नेताओं ने अखिलेश यादव से शिकायत की है। साथ ही उनके ऊपर कड़ी कार्रवाई की मांग की है।
माना जा रहा है कि मौर्य विवादित बयान के चलते अखिलेश यादव ने शनिवार को स्वामी प्रसाद मौर्य के साथ बैठक की। बैठक के बाद जब समाजवादी पार्टी के एमएलसी स्वामी प्रसाद मौर्य से पूछा गया कि क्या अखिलेश यादव रामचरितमानस पर आपके बयान के साथ खड़े हैं। इस पर स्वामी प्रसाद मौर्य ने कहा कि अखिलेश यादव हमारी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष हैं। वह सही समय पर बयान देंगे।
स्वामी प्रसाद मौर्य ने कहा कि इस देश के एससी, एसटी और पिछड़े वर्ग को न्याय दिलाने के लिए उनकी पार्टी सबसे पहले जाति आधारित जनगणना की मांग करेगी। उन्होंने कहा कि इसको लेकर वो केंद्र सरकार को पत्र लिखेंगे।
स्वामी प्रसाद मौर्य बसपा के एजेंट: रोली तिवारी मिश्रा
स्वामी प्रसाद मौर्य के विवादित बयान पर शुक्रवार को सपा नेता रोली तिवारी मिश्रा ने स्वामी प्रसाद मौर्य को लेकर बड़ा बयान दिया था। उन्होंने कहा था कि स्वामी बसपा के एजेंट हैं और वे 2024 से पहले पार्टी भी छोड़ सकते हैं। एक टीवी चैनल से बात करते हुए रोली तिवारी ने स्वामी प्रसाद मौर्य पर जमकर निशाना साधा।
रोली तिवारी मिश्रा ने कहा कि वो समाजवादी पार्टी की एक लीडर हैं, लेकिन स्वामी प्रसाद मौर्य डीलर हैं। वे बसपा के एजेंट हैं। मुझे तो लगता है कि मौर्य सपा को और ज्यादा नुकसान पहुंचाएंगे और हो सकता है कि वे 2024 से पहले पार्टी भी छोड़ दें। सपा नेता ने इस बात पर भी नाराजगी जाहिर की कि कोई कैसे भगवान राम और रामचरित मानस का अपमान कर सकता है।
रामचरितमानस को लेकर क्या बोले थे स्वामी प्रसाद मौर्य-
बता दें, कुछ पहले स्वामी प्रसाद मौर्य ने कहा था कि कई करोड़ लोग रामचरितमानस को नहीं पढ़ते, सब बकवास है। यह तुलसीदास ने अपनी खुशी के लिए लिखा है। उन्होंने कहा कि सरकार को इसका संज्ञान लेते हुए रामचरित मानस से जो आपत्तिजनक अंश है, उसे बाहर करना चाहिए या इस पूरी पुस्तक को ही बैन कर देना चाहिए। स्वामी प्रसाद मौर्य ने कहा कि तुलसीदास की रामचरितमानस में कुछ अंश ऐसे हैं, जिनपर हमें आपत्ति है, क्योंकि किसी भी धर्म में किसी को भी गाली देने का कोई अधिकार नहीं है।