बिहार में रामचरितमानस (Ramcharitmanas) पर चल रहे घमासान पर राज्य के उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव (Deputy CM Tejashwi Yadav) का भी बयान आ गया है। तेजस्वी यादव ने बिहार के शिक्षा मंत्री चंद्रशेखर यादव (Chandrashekhar Yadav) के बयान का खंडन नहीं किया है। लेकिन उन्होंने कहा कि संविधान बोलने का अधिकार देता है। इसके साथ ही तेजस्वी यादव ने बीजेपी पर भी निशाना साधा और उन पर मुद्दों से भटकाने का आरोप लगाया।
संविधान हमें बोलने की आजादी देता है- तेजस्वी यादव
तेजस्वी यादव ने मीडिया से बात करते हुए कहा कि शिक्षा मंत्री का बयान कोई मुद्दा थोड़ी है। वहीं जब महागठबंधन के टूटने को लेकर उनसे सवाल किया गया, तो उन्होंने कहा, “क्या यह कोई मुद्दा है? संविधान हमें बोलने की आजादी देता है। महंगाई और बेरोजगारी की बात कोई क्यों नहीं करता? बीजेपी असल मुद्दों से ध्यान भटकाने की कोशिश कर रही है। वे जो चाहें कर सकते हैं, महागठबंधन नहीं टूटेगा।”
बता दें कि चंद्रशेखर यादव के बयान के बाद जेडीयू और आरजेडी के गठबंधन को लेकर भी सवाल उठ रहे थे। आरजेडी ने अभी तक चंद्रशेखर यादव के बयान का खंडन नहीं किया है। वहीं पार्टी के अंदरूनी सूत्रों का मानना है कि पार्टी का शीर्ष नेतृत्व अपने मंत्री के साथ मजबूती से खड़ा है और यह एक सोची-समझी रणनीति है।
इन कयासों को बल इसलिए भी मिल जाता है क्योंकि इसके पहले कार्तिकेय सिंह का विभाग बदला गया था। वहीं पूर्व कृषि मंत्री सुधाकर सिंह को मंत्रिमंडल से इस्तीफा देना पड़ा था। लेकिन इस बार पार्टी चंद्रशेखर यादव का इस्तीफा लेने के मूड में नहीं दिख रही है। जेडीयू नेताओं ने चंद्रशेखर यादव के बयान को उनकी पार्टी का अंदरूनी मामला बताया है और उनसे ही एक्शन लेने के लिए कहा है।
जेडीयू अध्यक्ष ललन सिंह ने भी कहा कि यह बयान आरजेडी के नेता ने दिया है और इस पर उनको अपनी स्थिति स्पष्ट करनी चाहिए। वहीं जेडीयू के एमएलसी और प्रवक्ता नीरज कुमार ने कहा कि हम राम रहीम की संस्कृति में विश्वास करते हैं। हम गांधी के आदर्शों पर चलते हैं और उन्होंने मरने से पहले ‘हे राम’ कहा था।