RSS चीफ के विवादात्मक टिप्पणी को लेकर बोले पासवान, कहा- चुनावों के पहले ही ऐसे बयान क्यों?
भाजपा के सहयोगी और केंद्रीय मंत्री रामविलास पासवान ने आरक्षण पर आरएसएस के प्रचार प्रमुख के विवादास्पद बयान पर रविवार को कड़ी आपत्ति जताई और पूछा कि ऐसे बयान चुनावों के दौरान क्यों दिए जाते हैं।

भाजपा के सहयोगी और केंद्रीय मंत्री रामविलास पासवान ने आरक्षण पर आरएसएस के प्रचार प्रमुख के विवादास्पद बयान पर रविवार को कड़ी आपत्ति जताई और पूछा कि ऐसे बयान चुनावों के दौरान क्यों दिए जाते हैं। उन्होंने कहा कि इसी तरह का बयान बिहार चुनावों में राजग को महंगा साबित हुआ था।
नरेंद्र मोदी की सरकार में दलित चेहरा पासवान ने कहा कि वर्तमान आरक्षण व्यवस्था को रद्द करने के किसी भी प्रयास का लोजपा जोरदार विरोध करेगी। उन्होंने कहा कि आरएसएस के प्रवक्ता और इसके अखिल भारतीय प्रचार प्रमुख मनमोहन वैद्य द्वारा हाल में आरक्षण पर दिए गए बयान से लोग भ्रमित होंगे। पासवान ने कहा, ‘पिछली बार आरएसएस ने बिहार चुनावों के दौरान इसी तरह के बयान दिए थे और इस बार इसने उत्तर प्रदेश चुनावों के दौरान कहा है। मैं समझ नहीं पा रहा हूं कि चुनावों के दौरान इस तरह के बयान क्यों दिए जाते हैं’?
उन्होंने कहा, ‘इसके कारण बिहार में हमें काफी नुकसान हुआ था। आरएसएस स्वतंत्र संगठन है और मुझे नहीं मालूम कि वह इस तरह का बयान क्यों देते हैं। इस तरह के बयानों से स्वाभाविक तौर पर लोग भ्रमित होंगे’। आरएसएस के प्रचार प्रमुख मनमोहन वैद्य ने शुक्रवार को आरक्षण नीति की समीक्षा की वकालत कर विवाद पैदा कर दिया और कहा कि आंबेडकर भी इसे हमेशा के लिए जारी रखने के पक्ष में नहीं थे। इस बयान से भाजपा को पांच राज्यों के विधानसभा चुनाव में नुकसान होने की संभावना है’।