Ram Mandir News: अयोध्या में राम मंदिर का निर्माण तेजी से पूरा किया जा रहा है। मंदिर का करीब 70 फीसदी काम पूरा हो चुका है। जनवरी 2024 के तीसरे सप्ताह में इसमें भगवान राम की मूर्ति की स्थापना की जाएगी और उसी दिन से भक्तों के दर्शन और पूजा करने की व्यवस्था की जाएगी। राममंदिर के निर्माण के लिए महाराष्ट्र के चंद्रपुर के जंगलों से सागौन की लकड़ी का उपयोग किया जाएगा।
महाराष्ट्र से मंगाई जा रही लकड़ी
राम मंदिर निर्माण के लिए लगभग 1855 घन फीट सागौन की लकड़ी चंद्रपुर के जंगलों से मंगाई गई है। इसके लिए 1.32 करोड़ रुपये का समझौता किया गया है। जल्द ही यह लकड़ी अयोध्या पहुंचाई जाएगी। इस लड़की का इस्तेमाल रामलला के मंदिर में किया जाएगा।
क्यों खास है यह लकड़ी?
महाराष्ट्र वन विकास निगम के सहायक प्रबंधक जीए मोटकर ने बताया कि देहरादून वन अनुसंधान संस्थान ने राम मंदिर ट्रस्ट को सिफारिश की कि चंद्रपुर और गढ़चिरौली में सबसे अच्छी गुणवत्ता वाली लकड़ी मिल सकती है। यह लकड़ी बहुत अच्छी किस्म की होती है। सेंट्रल विस्टा के निर्माण में भी इन लकड़ियों का इस्तेमाल किया गया है।
पीएम मोदी करेंगे मूर्ति स्थापना
जनवरी 2024 में पीएम मोदी कर कमलों से राम लला की मूर्ति की स्थापना की जाएगी। आपको बता दें कि इन खम्भों को तराशने का कार्य 1992 से चल रहा था। श्री राम जन्मभूमि कार्यशाला में कारीगर लगातार इनको तराशने में लगे थे। 2024 में श्री राम जन्मभूमि मंदिर भले ही श्रद्धालुओं के लिए खोल दिया जाएगा और वह अपने आराध्य रामलला का दर्शन इस भव्य राम मंदिर में कर पाएंगे, लेकिन मंदिर पूरी तरह बनकर 2025 में तैयार होगा।
अयोध्या में लागू होगा कॉमन बिल्डिंग कोड
अयोध्या को श्रीरामजन्मभूमि मंदिर के आसपास के इलाकों में कॉमन बिल्डिंग कोड लागू करने का आदेश दिया है। इसके तहत राम मंदिर के आस-पास की सभी इमारतें एक ही आकार और रंग में बनाई जाएंगी।