बीजेपी की निलंबित प्रवक्ता नूपुर शर्मा द्वारा पैगंबर मोहम्मद को लेकर की गई विवादित टिप्पणी का विरोध मुस्लिम समुदाय के लोग तो कर ही रहे हैं, वहीं अब बीजेपी के अन्दर भी विरोध के सुर उठने लगे हैं। नूपुर शर्मा के बयान के बाद बीजेपी के अल्पसंख्यक समाज के नेता भी असहज महसूस कर रहे हैं। राजस्थान की बीजेपी पार्षद तबस्सुम मिर्जा ने पार्टी की सदस्यता से इस्तीफा दे दिया है।
भाजपा पार्षद तबस्सुम मिर्जा ने सोमवार को पार्टी के राजस्थान प्रदेश बीजेपी अध्यक्ष सतीश पूनिया और कोटा जिलाध्यक्ष कृष्ण कुमार सोनी को अपना इस्तीफा भेजा है। कोटा नगर निगम, दक्षिण के वार्ड संख्या 14 से तबस्सुम मिर्जा बीजेपी पार्षद हैं। उन्होंने अपने इस्तीफे में कहा कि मौजूदा परिस्थितियों में उनके लिए पार्टी के साथ काम करना जारी रखना संभव नहीं है।
राजस्थान के बीजेपी अध्यक्ष को लिखे पत्र में तबस्सुम मिर्जा ने पार्टी का सदस्य होने पर खेद जताया और बीजेपी पर नाकामी का आरोप लगाया। उन्होंने कहा, “अगर मैं भाजपा की सदस्य बनी रही और इतना कुछ (पैगंबर के खिलाफ) होने के बावजूद पार्टी का समर्थन करती रही तो मुझसे बड़ा अपराधी कोई नहीं होगा। अब मेरी चेतना जाग गई है और मैं पार्टी में काम करना जारी नहीं रख सकती। भाजपा अपने उन कार्यकर्ताओं को नियंत्रित करने में नाकाम रही है, जो उनके ‘नबी’ की आलोचना करते हैं।”
वहीं कोटा जिले के बीजेपी अध्यक्ष कृष्ण कुमार सोनी ने समाचार एजेंसी पीटीआई से बात करते हुए कहा कि उन्हें अभी किसी भी पार्षद का इस्तीफा नहीं मिला है। जबकि तबस्सुम मिर्जा ने कहा है कि उन्होंने अपना इस्तीफा डाक और ई-मेल के जरिए प्रदेश अध्यक्ष सतीश पूनिया और जिला अध्यक्ष कृष्ण कुमार सोनी को भेजा है। तबस्सुम मिर्जा पिछले 10 सालों से बीजेपी में हैं।
बता दें कि एक टीवी चैनल पर बहस के दौरान पूर्व बीजेपी प्रवक्ता नूपुर शर्मा ने पैगंबर मोहम्मद पर विवादित टिप्पणी की थी और इसके बाद से ही मुस्लिम समुदाय में आक्रोश है। अरब देशों ने भी नूपुर शर्मा की टिप्पणी पर विरोध दर्ज कराया था। मुस्लिम संगठन नूपुर शर्मा की गिरफ़्तारी की मांग कर रहा है।