राजस्थान संकटः गुजरात सभी राज्यों पर क्यों करें शासन? हम दो भाइयों का ये शासन नहीं करेंगे बर्दाश्त- ममता का मोदी-शाह पर निशाना
राजस्थान में जारी राजनीतिक रस्साकशी के बीच प्रदेश के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने मंगलवार को विश्वास जताया कि मौजूदा राजनीतिक संग्राम में 'जीत हमारी ही होगी क्योंकि सत्य हमारे साथ है' और दावा किया कि राज्य सरकार पांच साल का अपना कार्यकाल पूरा करेगी ।

पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने मंगलवार को भाजपा नीत राजग सरकार पर आरोप लगाया कि वह केंद्रीय एजेंसियों एवं धन बल का इस्तेमाल करके विपक्ष शासित राज्यों की चुनी हुई सरकारों को गिराने के प्रयास के लिए ‘‘साजिश रच’’ रही है। उन्होंने ‘शहीद दिवस’ पर अपनी पहली डिजिटल रैली को संबोधित करते हुए कहा, ‘‘केंद्र सरकार द्वारा बंगाल की चुनी हुई सरकार को अस्थिर करने के लिए केंद्रीय एजेंसियों और धनबल का इस्तेमाल करके एक षड्यंत्र रचा जा रहा है। भाजपा देश की तोड़फोड करने वाली अब तक की सबसे बड़ी पार्टी है।’’
उन्होंने कहा, ‘‘जब देश कोविड-19 महामारी से लड़ने में व्यस्त है, भाजपा मध्य प्रदेश के बाद राजस्थान और पश्चिम बंगाल की चुनी हुई सरकारों को अस्थिर करने में व्यस्त है।’’ तृणमूल कांग्रेस प्रमुख ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और गृहमंत्री अमित शाह के गुजराती मूल की ओर इशारा करते हुए राजस्थान में राजनीतिक उथल-पुथल को लेकर केंद्र पर तीखा हमला बोलते हुए कहा, ‘‘गुजरात को सभी राज्यों पर शासन क्यों करना चाहिए? हम दो भाइयों (नरेंद्र मोदी और अमित शाह) का यह शासन बर्दाश्त नहीं करेंगे। संघीय ढांचे की क्या जरूरत है? एक राष्ट्र-एक पार्टी प्रणाली बना दें।’’
इससे पहले, राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने कहा है कि जो लोग कांग्रेस पार्टी को धोखा दे रहे हैं, वे जनता को अपने मुंह तक नहीं दिखा पाएंगे। इससे पहले, राजस्थान के स्पीकर सीपी जोशी ने विधानसभा में राजस्थान हाईकोर्ट के आदेश की चर्चा विधानसभा सचिव से की। इसी बीच, एक ऑपरेशन के दौरान उदयपुर में Special Operations Group (SOG) ने 1.25 करोड़ रुपए दो लोगों की कार से बरामद किए हैं। एटीएस और एसओजी इन लोगों ने इस बारे में पूछताछ कर रही है।
राजस्थान में जारी राजनीतिक रस्साकशी के बीच प्रदेश के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने मंगलवार को विश्वास जताया कि मौजूदा राजनीतिक संग्राम में ‘जीत हमारी ही होगी क्योंकि सत्य हमारे साथ है’ और दावा किया कि राज्य सरकार पांच साल का अपना कार्यकाल पूरा करेगी । गहलोत कांग्रेस विधायक दल की बैठक को संबोधित कर रहे थे। बैठक के बाद जारी एक बयान के अनुसार गहलोत ने कहा,’ सत्य ही ईश्वर है ईश्वर ही सत्य है और सत्य हमारे साथ है इसलिए हर हाल में जीत हमारी होगी । सत्य की होगी।’
उन्होंने कहा, ‘जो लोग लुका छिपी का खेल खेल रहे हैं वे सत्य पर नहीं हो सकते, क्योंकि सत्य कभी छिपता नहीं है।’ मुख्यमंत्री ने विधायकों से कहा कि आज पूरे मुल्क में लोकतंत्र को कमजोर करने की कोशिश की जा रही है लेकिन राजस्थान के कांग्रेस के विधायक पूरी दृढ़ता से प्रदेश में लोकतंत्र को बचाने के लिए लड़ाई लड़ रहे हैं जो सत्य की विजय होने तक जारी रहेगी।
इससे पहले, राजस्थान मामले पर हाईकोर्ट में सुनवाई पूरी हुई। कोर्ट अब इस मसले पर 24 जुलाई को फैसला सुनाएगा। कोर्ट ने तब तक स्पीकर को भी इस मामले पर सुनवाई करने से रोक दिया है। वहीं सीएम अशोक गहलोत ने कैबिनेट मीटिंग बुलायी है। माना जा रहा है कि इस बैठक में विधानसभा का विशेष सत्र बुलाने और फ्लोर टेस्ट कराने को लेकर चर्चा हो सकती है।
Highlights
राजस्थान विधानसभा के अध्यक्ष सी पी जोशी ने कांग्रेस के 19 विधायकों को जारी अयोग्यता के नोटिस पर कार्यवाही अब 24 जुलाई की शाम तक स्थगित रखने का फैसला किया है। जोशी ने मंगलवार को उच्च न्यायालय की खंडपीठ के आग्रह पर यह फैसला किया। विधानसभा सचिवालय के बयान के अनुसार उच्च न्यायालय में प्रकरण लम्बित होने के कारण राजस्थान विधानसभा के अध्यक्ष डॉ. सी.पी. जोशी ने न्यायिक औचित्य व न्यायिक गरिमा को दृष्टिगत रखते हुए 19 विधायकों को दिये गये नोटिस पर की जाने वाली कार्यवाही को 24 जुलाई की सायंकाल तक स्थगित किया है। उल्लेखनीय है कि कांग्रेस विधायक दल की बैठक में शामिल होने के लिए जारी व्हिप का उल्लंघन करने के लिए जोशी ने सचिन पायलट सहित 19 विधायकों को नोटिस जारी किया था।
कांग्रेस के वरिष्ठ नेता सलमान खुर्शीद ने मंगलवार को राजस्थान संकट से निपटने के लिए एक सम्मानजनक सूत्र (फार्मूला) अपनाने की वकालत की। साथ ही वह सचिन पायलट के साथ तालमेल बिठाने के भी पक्ष में दिखाई दिए, जिन्होंने मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के खिलाफ बगावत कर दी है। कांग्रेस के नेता होने के नाते और उनके करीबी मित्र रहे दिवंगत कांग्रेस नेता राजेश पायलट के पुत्र को बचपन से ही बहुत अच्छे से जानने वाले खुर्शीद ने कहा कि वह राजस्थान में जारी घटनाक्रम से काफी निराश हैं। पायलट को पार्टी में वापस लाने के सवाल पर उन्होंने कहा कि किसी भी राज्य के किसी भी नेता को जोकि पार्टी में वापस आना चाहता है उसकी वापसी के प्रयास करने चाहिए।
सीबीआई ने राजस्थान के पुलिस अधिकारी विष्णुदत्त विश्नोई की चुरु में 23 मई को कथित आत्महत्या के मामले में कांग्रेस विधायक कृष्णा पूनिया और राज्य के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के ओएसडी, देव राम सैनी से मंगलवार को पूछताछ की। अधिकारियों ने बताया कि दिल्ली से सीबीआई की विशेष अपराध शाखा की एक टीम राजगढ़ के थाना प्रभारी (एसएचओ), विश्नोई की मौत के सिलसिले में बयान दर्ज करने के लिए जयपुर में मौजूद है। उनका शव चुरु में अपने आधिकारिक निवास में पंखे से लटका मिला था। अधिकारियों ने कहा कि टीम ने सैनी से करीब दो घंटे और पूनिया से लगभग डेढ़ घंटे उनके आवास पर पूछताछ की। अधिकारियों ने कहा कि ओलंपियन पूनिया से इस मामले में दूसरी बार पूछताछ की गई है। इससे पहले सोमवार शाम को एजेंसी ने जयपुर में उनके आवास पर उनसे लगभग तीन घंटे पूछताछ की थी।
पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने मंगलवार को भाजपा नीत राजग सरकार पर आरोप लगाया कि वह केंद्रीय एजेंसियों एवं धन बल का इस्तेमाल करके विपक्ष शासित राज्यों की चुनी हुई सरकारों को गिराने के प्रयास के लिए ‘‘साजिश रच’’ रही है। बनर्जी ‘शहीद दिवस’ पर तृणमूल कांग्रेस की एक आनलाइन रैली को संबोधित कर रही थीं। उन्होंने परोक्ष तौर पर भाजपा की ओर इशारा करते हुए घोषणा की कि पश्चिम बंगाल ‘‘बाहरी’’ नहीं बल्कि उसके अपने लोगों द्वारा शासित किया जाता रहेगा। बनर्जी ने आरोप लगाया कि केंद्र ने बंगाल को संसाधनों से वंचित किया है और कहा कि जनता राज्य के साथ किये गए अन्याय के लिए उसे उचित जवाब देगी।
भाजपा ने मंगलवार को कांग्रेस नेता राहुल गांधी द्वारा नियमित ट्वीट कर केंद्र सरकार की आलोचना किए जाने पर उन्हें आड़े हाथों लेते हुए तंज कसा कि कांग्रेस अब केवल ‘‘ट्वीट की पार्टी’’ बनकर रह जाएगी क्योंकि वह जनता के बीच कोई काम नहीं रही है और ‘‘एक के बाद एक राज्य गंवाए जा रही है।’’ केंद्रीय मंत्री प्रकाश जावड़ेकर ने पूर्व कांग्रेस अध्यक्ष पर पलटवार करते हुए कहा कि कोरोना काल में सरकार की उपलब्धियों को लेकर उनका तंज न सिर्फ कांग्रेस की हताशा और निराशा का परिणाम है बल्कि ‘‘देश की जनता और कोरोना योद्धाओं का अपमान भी है।’’ सूचना एवं प्रसारण मंत्री ने संवाददाताओं से बातचीत में कहा कि कोरोना के खिलाफ लड़ाई में भारत की उपलब्धि ये है कि आज अमेरिका, यूरोप और ब्राजील के मुकाबले देश में कोरोना के औसत मामले, उपचाराधीन मामले और मृत्यु दर बेहद कम हैं।
राजस्थान उच्च न्यायालय ने मंगलवार को विधानसभा अध्यक्ष से कांग्रेस के बागी विधायकों के खिलाफ अयोग्यता नोटिस पर कार्रवाई 24 जुलाई तक टालने का आग्रह किया। विधानसभा अध्यक्ष के वकील ने इस बारे में बताया । अदालत सचिन पायलट और 18 बागी विधायकों की याचिका पर अपना फैसला 24 जुलाई को सुनाएगी। उच्च न्यायालय ने राजस्थान के विधानसभा अध्यक्ष द्वारा अयोग्यता नोटिस पर किसी भी कार्रवाई से सचिन पायलट और कांग्रेस के अन्य बागी विधायकों को चार दिनों की राहत प्रदान की थी। मुख्यमंत्री गहलोत के खिलाफ बगावत करने के बाद पायलट को उप मुख्यमंत्री पद और प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष पद से बर्खास्त किया जा चुका है।
अशोक गहलोत ने संवाददाताओं से कहा, ‘‘निकम्मा एवं नकारा’ होने के बावजूद सचिन पायलट सात साल तक प्रदेश कांग्रेस के अध्यक्ष रहे, लेकिन पार्टी के हित को ध्यान में रखते हुए किसी ने इस पर सवाल नहीं उठाया। हिंदुस्तान में राजस्थान एकमात्र ऐसा राज्य है जहां सात साल में प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष को बदलने की कभी मांग नहीं हुई। हम जानते थे कि ‘निक्कमा’ है, ‘नकारा’ है, कुछ काम नहीं कर रहा है ... खाली लोगों को लड़वा रहा है। फिर भी राजस्थान में हमारी संस्कृति ऐसी है, हम नहीं चाहते थे कि दिल्ली में लगे कि राजस्थान वाले लड़ रहे हैं। उनका मान सम्मान रखा।’
केन्द्रीय मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत ने ऑडियो टेप कांड और राजस्थान के सियासी हालात को लेकर कहा है कि इसकी स्क्रिप्ट गहलोत ने ही लिखी है और वही इसके डायरेक्टर और प्रोड्यूसर हैं। शेखावत ने कहा कि गहलोत सचिन पायलट का राजनीतिक करियर खत्म और मुझे बदनाम करना चाहते हैं।
केन्द्रीय मंत्री प्रकाश जावड़ेकर ने राहुल गांधी पर निशाना साधते हुए कहा है कि राहुल गांधी हर रोज ट्वीट कर केन्द्र सरकार पर निशाना साध रहे हैं। इस तरह कांग्रेस सिर्फ ट्वीट की पार्टी बनकर रह जाएगी क्योंकि वह जनता के बीच जाकर कुछ नहीं कर रहे हैं।
कांग्रेसी नेता दिग्विजय सिंह मलिंगा के आरोप पर सचिन पायलट ने चुप्पी तोड़ी है। उन्होंने सोमवार को ANI से कहा- मैं ऐसे बेबुनियाद और फर्जी आरोपों से हैरान होने के बजाय दुखी हूं। यह पूरी तरह से मेरी छवि को खराब करने के लिए किया गया है। इसलिए भी किया गया, क्योंकि कांग्रेस के सदस्य रहते हुए मैंने सूबे में पार्टी नेतृत्व को लेकर सवाल दागे। ये कोशिशें मुझे बदनाम करने और मेरी साख पर हमला करने के मकसद से की गई हैं। जिस भी विधायक ने मेरे खिलाफ ऐसे आरोप लगाए हैं, मैं उनके खिलाफ सख्त से सख्त कानूनी कदम उठाऊंगा। दरअसल, सिंह ने आरोप लगाया था कि पायलट ने उन्होंने राज्यसभा चुनाव में क्रॉस वोटिंग के लिए 35 करोड़ रुपए की पेशकश की थी।
राजस्थान पुलिस के डीजीपी भूपेन्द्र यादव ने हरियाणा के डीजीपी और दिल्ली पुलिस कमिश्नर को पत्र लिखकर एसओजी की पूछताछ में सहयोग की अपील की है। बता दें कि बीते दिनों राजस्थान एसओजी की टीम हरियाणा के नूंह स्थित होटल में कांग्रेस के बागी विधायकों से पूछताछ करने पहुंची थी लेकिन हरियाणा पुलिस ने एसओजी की टीम को कई घंटे तक होटल के अंदर प्रवेश नहीं करने दिया था।
जम्मू कश्मीर के पूर्व सीएम उमर अब्दुल्ला ने छत्तीसगढ़ के सीएम भूपेश बघेल को कानूनी कार्रवाई की धमकी दी है। दरअसल भूपेश बघेल ने एक इंटरव्यू के दौरान सवाल उठाते हुए कहा था कि कश्मीर में उमर अब्दुल्ला की रिहाई के पीछे क्या सचिन पायलट हैं? इस पर उमर अब्दुल्ला ने बघेल पर मानहानि का मुकदमा करने की धमकी दी है।
राजस्थान में आज कांग्रेस विधायक दल की बैठक होनी है। यह बैठक जयपुर के होटल फेयरमोंट में आयोजित होगी, जहां अभी कांग्रेस और गहलोत समर्थक विधायक ठहरे हुए हैं।
राजस्थान विधानसभा स्पीकर का हाईकोर्ट में पक्ष रख रहे वरिष्ठ वकील अभिषेक मनु सिंघवी का कहना है कि राजस्थान मामले में कोर्ट की सुनवाई प्री-मैच्योर और अधिकार क्षेत्र के बाहर है। सिंघवी ने कहा कि स्पीकर ने अभी सिर्फ बागी विधायकों को नोटिस जारी किया है और उन्हें अयोग्य नहीं ठहराया है, इसलिए इस मामले पर सुनवाई जल्दबाजी है।
गहलोत सरकार फ्लोर टेस्ट के जरिए बहुमत साबित कर सकती है। इसके लिए विधानसभा का विशेष सत्र बुलाया जा सकता है। यह सत्र बुधवार को बुलाया जाएगा। नियमों के मुताबिक यदि गहलोत सरकार बहुमत साबित करने में सफल हो जाती है तो विपक्ष 6 महीने तक अविश्वास प्रस्ताव नहीं ला सकेगा।
पूर्व मंत्री विश्वेंद्र सिंह ने सोमवार को आरोप लगाया कि राजस्थान सरकार लोकतंत्र का गला घोंट रही है। सिंह ने अपने बयान का एक वीडियो जारी किया। इसमें उन्होंने कहा है, ‘''जिस तरीके से राजस्थान की सरकार लोकतंत्र का गला घोंट रही है वह किसी से छुपी हुई बात नहीं। परसों तक मैं उनका कैबिनेट मंत्री था और आज मुझ पर एसओजी, एसीबी के केस लगा दिए गए हैं।''’ सिंह ने आगे कहा, ‘''इन केसों का क्या अर्थ निकलता है, हमने कोई बेईमानी नहीं की। बेबाकी से बोलने वाला आदमी हूं, बेबाकी से बोलता रहूंगा। हमने पार्टी के खिलाफ कोई काम नहीं किया, न ही कर रहे हैं। केवल नेतृत्व बदलने की मांग हुई थी जो अब भी वही है।''’
राजस्थान में जारी राजनीतिक रस्साकशी के बीच कांग्रेस विधायक गिर्राज सिंह मलिंगा ने सोमवार को आरोप लगाया कि तत्कालीन उपमुख्यमंत्री सचिन पायलट ने उनसे पार्टी छोड़कर भाजपा में जाने के बारे में चर्चा की थी और इसके लिए धन की पेशकश भी की थी। हालांकि पायलट ने इस आरोप को ''आधारहीन व अफसोसजनक'' बताते हुए खारिज कर दिया और कहा कि विधायक से यह बयान दिलवाया गया है और वह उनके खिलाफ कड़ी कानूनी कार्रवाई करेंगे।
राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने कांग्रेस के बागी नेता सचिन पायलट पर निशाना साधते हुए सोमवार को कहा कि जिस ''निकम्मे एवं नकारा'' प्रदेशाध्यक्ष को इतना मान सम्मान दिया गया वही पार्टी की पीठ में छुरा भोंकने को तैयार हो गया।
कांग्रेस विधायक दल की बैठक मंगलवार को होगी। पार्टी सूत्रों के अनुसार बैठक मंगलवार सुबह 11 बजे जयपुर दिल्ली राष्ट्रीय राजमार्ग स्थित उस होटल में आयोजित की गई है, जिसमें मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के नेतृत्व वाली सरकार के समर्थन में सभी विधायक ठहरे हुए है। सूत्रों ने बताया कि बैठक का एजेंडा अभी तक स्पष्ट नहीं है।
राजस्थान भाजपा के अध्यक्ष सतीश पूनियां ने किसी भी मामले की सीबीआई द्वारा से पहले राज्य सरकार की पूर्वानुमति अनिवार्य करने संबंधी अधिसूचना पर सवाल उठाते हुए सोमवार को कहा कि सरकार के इस फैसले से स्पष्ट है कि ‘दाल में कुछ काला है।’ अधिसूचना के संबंध में यहां एक संवाददाता सम्मेलन में पुनियां ने कहा, ‘‘राज्य सरकार की अधिसूचना के अनुसार, उसकी सहमति के बाद ही सीबीआई किसी भी मामले की जांच कर सकेगी, पहले कुछ विशेष मामलों में सीबीआई प्रदेश सरकार की पूर्वानुमति के बिना भी सीधे तौर पर जांच कर सकती थी। लेकिन 19 जुलाई को राज्य सरकार ने अधिसूचना जारी कर अब सभी मामलों में राज्य सरकार की पूर्वानुमति अनिवार्य कर दी है।’’ पूनियां ने कहा, ‘‘इससे स्पष्ट है कि दाल में कुछ काला है और मुख्यमंत्री ने कुछ छिपाने के लिये ऐसा फैसला लिया है।’’
राजस्थान सरकार ने एक अधिसूचना जारी कर कहा है कि भारत सरकार को दिल्ली विशेष पुलिस गठन (सीबीआई) के डीएसपीई कानून 1946 की धारा तीन के तहत किसी अपराध की जांच के लिए अब राज्य सरकार की पूर्व सहमति लेनी होगी। अधिकारियों के अनुसार इस कानून के तहत आने वाले अपराधों में अब राज्य सरकार की 'सामान्य सहमति' मान्य नहीं होगी बल्कि मामले दर मामले के आधार पर सहमति लेनी होगी। राज्य सरकार के गृह विभाग इस बारे में एक अधिसूचना जारी की है। अतिरिक्त मुख्य सचिव गृह रोहित कुमार सिंह ने कहा, ‘‘इसके प्रशासनिक प्रावधान तो पहले ही थे इसे कल को अधिसूचित किया गया।’’
राजस्थान विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष गुलाबचन्द कटारिया ने पुलिस महानिदेशक को पत्र लिखकर ऑडियो टेप मामले में कांग्रेस नेताओं के खिलाफ दी गई शिकायत पर कार्रवाई करने की मांग की है। कटारिया ने अपने पत्र में कहा है कि भाजपा प्रवक्ता लक्ष्मीकान्त भारद्वाज ने 17 जुलाई को कांग्रेस के राष्ट्रीय प्रवक्ता रणदीप सुरजेवाला, प्रदेश अध्यक्ष गोविन्द सिंह डोटासरा आदि के खिलाफ शिकायत देकर भाजपा की छवि को क्षति पहुंचाने, फर्जी दस्तावेजों के आधार पर राजद्रोह जैसे अपराध में गलत तरीके से फंसाने, व्यक्ति की निजता भंग करने और भारतीय तार अधिनियम का उल्लंघन करने का आरोप लगाया था। उनकी शिकायत पर कृपया कार्रवाई करें।
राजस्थान उच्च न्यायालय ने सोमवार को सचिन पायलट और 18 अन्य असंतुष्ट कांग्रेसी विधायकों की याचिका पर सुनवाई शुरू की। इस याचिका में विधानसभा अध्यक्ष द्वारा उन्हें भेजे गए अयोग्यता नोटिस को चुनौती दी गई है। विधानसभा अध्यक्ष की तरफ से पेश हुए वकील अभिषेक मनु सिंघवी ने दलील दी कि याचिका अपरिपक्व है क्योंकि सदन से विधायकों को अयोग्य ठहराये जाने पर फैसला लिया जाना अभी बाकी है। उन्होंने कहाकि विधानसभा अध्यक्ष द्वारा जारी कारण बताओ नोटिस पर अदालत के हस्तक्षेप की कोई गुंजाइश नहीं है। कांग्रेस की प्रदेश इकाई में मची खींचतान के बीच पायलट खेमा शुक्रवार को अदालत पहुंचा था। मुख्य न्यायाधीश इंद्रजीत महंती और न्यायमूर्ति प्रकाश गुप्ता ने शुक्रवार को सुनवाई की थी और दलीलें सुनी थीं। अदालत ने शुक्रवार को असंतुष्ट विधायकों के वकील हरीश साल्वे की दलीलें सुनी थीं। अदालत की कार्यवाही सोमवार सुबह शुरू हुई और भोजनावकाश के बाद भी जारी रही।
19 बागी विधायकों के खिलाफ यूथ कांग्रेस ने सभी जिला मुख्यालयों के बाहर सोमवार को प्रदर्शन किया। यह जानकारी राजस्थान IYC अध्यक्ष और विधायक गणेश गोगरा ने दी। वह डूंगरपुर से विधायक हैं।
मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी (माकपा) के राज्य सचिव अमराराम ने सोमवार को कहा कि मौजूदा राजनीतिक घटनाक्रम में राजस्थान विधानसभा में शक्ति परीक्षण की स्थिति नहीं आई है और यदि आई तो पार्टी निर्णय करेगी और उसको लागू करेगी। उन्होंने कहा, ‘‘कोई विधायक यदि हमारे निर्णय के खिलाफ जायेगा तो उस पर कार्रवाई होगी।’’ उल्लेखनीय है कि 200 सदस्यों वाली विधानसभा में माकपा के दो विधायक बीकानेर के डूंगरगढ से गिरधारी महिया और भादरा से बलवान पूनियां हैं। माकपा कार्यालय में संवाददाताओं से अमराराम ने कहा, ‘‘राजस्थान में जिस तरीके से राजनीतिक लॉकडाउन है..मैं समझता हूं दुर्भाग्यपूर्ण है। भाजपा, कांग्रेस के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष से मिलकर जिस तरह की खरीद-फरोख्त का खेल हो रहा है ...माकपा उसकी कड़े शब्दों में निंदा करती है।’’ उन्होंने कहा, ‘‘राज्यसभा के चुनाव के दौरान सत्तापक्ष और मुख्य विपक्षी दल जिस तरह से होटलों में कैद था और आज भी जिस तरह से कैद हो रहे है मैं समझता हूं दुर्भाग्यपूर्ण है।’’
राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने सचिन पायलट पर तीखा हमला बोलते हुए सोमवार को कहा कि वह सात साल प्रदेश कांग्रेस समिति के अध्यक्ष रहे लेकिन किसी ने उन्हें हटाने की मांग कभी नहीं की। गहलोत ने कहा कि इतिहास में यह पहला उदाहरण होगा कि पार्टी का प्रदेश अध्यक्ष अपनी ही पार्टी की सरकार को गिराने के षडयंत्र में शामिल रहा। उन्होंने हैरानी जताते हुए कहा, ‘‘जिस प्रदेशाध्यक्ष पायलट को प्रदेश में इतना सम्मान मिला वह कांग्रेस की पीठ में छुरा भोंकने को तैयार हो गया।’’ उन्होंने कहा कि बहुमत उनके साथ है और सरकार को कोई दिक्कत नहीं है। गहलोत ने संवाददाताओं से कहा, ‘‘राजस्थान एकमात्र ऐसा राज्य है जहां सात साल में प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष को बदलने की कभी मांग नहीं हुई। हमें पता था कि यहां कुछ नहीं हो रहा है। हम जानते थे कि वह 'निक्कमा' और 'नकारा' है, फिर भी पार्टी हित को देखते हुए हमने कभी सवाल नहीं उठाया।’’
कांग्रेस विधायक राजेंद्र गुडा का कहना है कि संजय जैन ने आठ महीने पहले उनसे संपर्क किया था। उसने मुझसे वसुंधरा जी से मिलने को कहा था। उसके अलावा अन्य एजेंट भी थे लेकिन वह अपनी कोशिशों में सफल नहीं हुए। संजय जैन लंबे समय से सक्रिय था। गुडा ने कहा कि हमारे पास 100 से ज्यादा विधायकों का समर्थन है। अगर हमारे पास बहुमत नहीं होता तो भाजपा फ्लोर टेस्ट की मांग करती। उन्हें पता है कि हमारे पास बहुमत है इसलिए वह फ्लोर टेस्ट के लिए नहीं बोल रहे हैं।
राजस्थान में विपक्ष के नेता गुलाबचंद कटारिया ने राज्य के डीजीपी को पत्र लिखकर कहा है कि वे भाजपा नेता लक्ष्मीकांत भारद्वाज की शिकायत पर कांग्रेस नेता महेश जोशी, रणदीप सुरजेवाला और उन सब नेताओं के खिलाफ केस दर्ज करें, जिन्होंने झूठी ऑडियो क्लिप्स रिलीज की हैं और झूठे बयान दिए हैं। गौरतलब है कि केंद्रीय मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत पहले ही कांग्रेस पर उन्हें फंसाने का आरोप लगा चुके हैं।
राजस्थान के सीएम अशोक गहलोत ने कहा है कि जब वे पहले राज्य में सरकार गिराने की आशंका जताते थे, तब कोई भी इस पर विश्वास नहीं करता था। उन्होंने कहा कि पायलट सिर्फ अपने सीधी-सादी दिखावट की वजह से मीडिया को प्रभावित करते हैं। गहलोत ने कहा कि भाजपा हर जगह गेम खेल रही है। जब कांग्रेस ने कहा कि वह अपनी जगह से हिलेगी नहीं, तब पायलट ने कह दिया कि वे तीसरा मोर्चा बनाएंगे। ये राजस्थान सरकार को गिराने की साजिश है।
केंद्रीय मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत ने अपने ऊपर लगे विधायकों की खरीद-फरोख्त के आरोपों पर और कथित ऑडियो क्लिप को लेकर स्पेशल ऑपरेशन ग्रुप के नोटिस पर जवाब दिया है। उन्होंने कहा कि पुलिस ने मेरे निजी सचिव के जरिए मुझे नोटिस भिजवाया है। उन्होंने मुझसे बयान देने और वॉयस सैंपल देने के लिए कहा है। मैं पहले इस ऑडियो क्लिप की सच्चाई की पुष्टि करना चाहता हूं। किसने ये क्लिप रिकॉर्ड कीं, किसकी मर्जी से ये हुआ। मेरे दरवाजे हमेशा जांच के लिए खुले हैं।
इससे पहले भारतीय ट्राइबल पार्टी (बीटीपी) ने दावा किया कि वह अब राज्य में किंगमेकर की पोजिशन में है। पार्टी के अध्यक्ष महेशभाई सी वसावा का कहना है कि हमारे सदन के 200 में से सिर्फ 2 सदस्य हैं लेकिन हम किंगमेकर की स्थिति में हैं। बता दें कि बीटीबी अशोक गहलोत को समर्थन देने का ऐलान कर चुकी है।
कांग्रेस नेता कपिल सिब्बल ने पूछा है कि कांग्रेस के विधायक हरियाणा में क्या कर रहे हैं। क्या वे किसी मीटिंग का हिस्सा हैं या बिना बताए ही छुट्टियां मना रहे हैं। क्या होगा अगर वे जयपुर आ जाएं। सिब्बल ने कहा पूरी दुनिया को पता है वे किस से मिल रहे हैं और क्या कर रहे हैं। सिब्बल ने कहा कि स्पीकर यह फैसला करने के लिए पूरी तरह स्वतंत्र हैं कि किसकी पार्टी की सदस्यता खत्म की जानी है, क्योंकि वे संवैधानिक तौर पर नियुक्त अधिकारी हैं।
कांग्रेस प्रवक्ता रणदीप सुरजेवाला ने राजस्थान में सियासी हलचल के बीच भाजपा पर तंज कसा है। सुरजेवाला ने कहा कि भाजपा ठीक से यह दावा तक नहीं कर पा रही कि कांग्रेस के पास विधानसभा में बहुमत नहीं है। सुरजेवाला ने पूछा कि आखिर 48 घंटे में ऐसा क्या बदल गया है कि उनके राजस्थान के अध्यक्ष सतीश पूनिया को डर बैठ गया और वे विश्वास मत की मांग नहीं करने की बात करने लगे।
राजस्थान में विधायकों को मिले नोटिस पर सिंघवी को जवाब देते हुए पायलट गुट के वकील हरीश साल्वे ने कहा कि विधानसभा का सत्र नहीं चल रहा है, ऐसे में व्हिप का कोई मतलब ही नहीं है। इस दौरान सुनवाई के बीच कोर्ट के बाहर हंगामा हो गया। वकीलों को अंदर जाने से रोक दिया गया। कोर्ट नंबर-1 में एंट्री को लेकर गार्ड और वकीलों के बीच कहासुनी हो गई। इसके बाद कुछ वकील धरने पर बैठ गए।
राजस्थान विधानसभा के स्पीकर सीपी जोशी की ओर से हाईकोर्ट में केस लड़ रहे वकील अभिषेक मनु सिंघवी ने दलील दी है कि पायलट गुट की याचिका प्री-मैच्योर है, इसे खारिज किया जाना चाहिए। स्पीकर ने अभी सिर्फ नोटिस ही जारी किए हैं, कोई फैसला नहीं लिया है। स्पीकर के आदेश को सिर्फ सीमित आधार पर ही चुनौती दी जा सकती है, लेकिन पायलट गुट की याचिका में ऐसा कोई आधार नहीं है।
राजस्थान में सचिन पायलट और उनके समर्थक विधायकों की बगावत के बाद मची उठापटक पर कांग्रेस की वरिष्ठ नेता मार्गरेट अल्वा ने तंज कसा है। उन्होंने कहा कि आखिर क्यों राजस्थान के पूर्व उपमुख्यमंत्री इतनी जल्दी में थे। शायद उन्हें लगता था कि वे भाजपा में शामिल हो कर 45 साल की उम्र तक प्रधानमंत्री बन सकते हैं।
कांग्रेस विधायकों की खरीद-फरोख्त के आरोपों में घिर गजेंद्र सिंह शेखावत को राजस्थान SOG ने नोटिस जारी कर पूछताछ के लिए बुलाया है। एक दिन पहले ही कांग्रेस ने दावा किया था कि लीक ऑडियो टेप में गजेंद्र सिंह शेखावत की आवाज है। इस मामले में उनके खिलाफ एक एफआईआर भी दर्ज हुई है।
राजस्थान विधानसभा के स्पीकर सीपी जोशी की तरफ से हाईकोर्ट में वरिष्ठ वकील अभिषेक मनु सिंघवी पक्ष रख रहे हैं। इससे पहले सिंघवी ने शुक्रवार को इस मामले की सुनवाई के दौरान विधायकों को नोटिस का समय बढ़ाकर 21 जुलाई शाम 5 बजे तक करने का प्रस्ताव दिया था, जिसे कोर्ट की तरफ से मान लिया गया था।
राजस्थान हाईकोर्ट अब थोड़ी ही देर में स्पीकर से नोटिस पाए बागी कांग्रेस विधायकों की याचिका पर सुनवाई करेगी। विधानसभा स्पीकर सीपी जोशी ने सभी 19 विधायकों को नोटिस भेज उनकी सदस्यता रद्द करने पर जवाब मांगा था। हाईकोर्ट ने शुक्रवार को कहा था कि पायलट कैंप के विधायकों पर 21 जुलाई तक कोई कार्रवाई नहीं की जा सकती।
कांग्रेस ने आरोप लगाया है कि हाल ही में विधायकों की खरीद-फरोख्त से जुड़ा जो ऑडियो लीक हुआ है, उसमें केंद्रीय मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत का नाम आया है। लेकिन जांच एजेंसियों को उनसे पूछताछ नहीं करने दी जा रही। शेखावत को पद छोड़ना चाहिए। इस पर पलटवार करते हुए शेखावत ने भी ट्वीट में कहा कि प्रदेश में बलात्कार व हत्या जैसी झकझोरने वाली घटनाएं हो रही हैं और गहलोत सरकार होटल में मुगल-ए-आजम देखने में मशगूल है।
राजस्थान विधानसभा के स्पीकर ने कांग्रेस से बगावत करने वाले कुल 19 विधायकों को नोटिस भेज उनसे अयोग्यता पर जवाब मांगा था। इसके लिए उनके पास फिलहाल 21 जुलाई तक का समय है। जिन विधायकों को ये नोटिस दिया गया है, उनमें सचिन पायलट, रमेश मीणा, इंद्राज गुर्जर, गजराज खटाना, राकेश पारीक, मुरारी मीणा, पीआर मीणा, सुरेश मोदी, भंवर लाल शर्मा, वेदप्रकाश सोलंकी, मुकेश भाकर, रामनिवास गावड़िया, हरीश मीणा, बृजेन्द्र ओला, हेमाराम चौधरी, विश्वेन्द्र सिंह, अमर सिंह, दीपेंद्र सिंह और गजेंद्र शक्तावत शामिल हैं।
राजस्थान में विपक्ष के नेता गुलाबचंद कटारिया का कहना है कि बीजेपी ने कभी भी राज्य में फ्लोर टेस्ट की मांग नहीं की थी और अभी भी नहीं कर रहे हैं। हम उनके झगड़े को देख रहे हैं और जब समय सही होगा हम कुछ करेंगे और इस दिशा में चर्चा करेंगे। लेकिन अभी हमें बेवजह इस मामले में घसीटा जा रहा है। बता दें कि कांग्रेस लगातार आरोप लगा रही है कि विधायकों की खरीद-फरोख्त के पीछे भाजपा का हाथ है।
राजस्थान में खरीद-फरोख्त की आशंका के बीच होटल फेयरमोंट में रखे गए विधायकों को एकजुट रखने के लिए सरकार हर सुविधा मुहैया करा रही है। उन्हें खाने से लेकर कुकिंग तक के टिप्स दिए जा रहे हैं। इसके अलावा सभी विधायक साथ मिलकर हॉल में टीवी देखते भी देखे गए हैं। बता दें कि गहलोत सरकार बागी विधायकों को ढूंढने की कोशिश में भी जुटी है।
राजस्थान में जारी सियासी जोर आजमाइश अभी लंबी खिंच सकती है। दरअसल, सीएम अशोक गहलोत ने शनिवार को राज्यपाल कलराज मिश्र से मुलाकात की थी। इस मुलाकात को शिष्टाचार भेंट बताया गया, लेकिन सूत्रों के हवाले से खबर आ रही है कि सीएम ने राज्यपाल से विधानसभा का विशेष सत्र बुलाए जाने की संभावना पर चर्चा की है।
कांग्रेस पार्टी के राष्ट्रीय प्रवक्ता रणदीप सुरजेवाला ने कहा है कि बीजेपी केवल सरकार गिराने और सत्ता हथियाने के काम में जुटी है। देश में कोरोना वायरस और कई राज्यों में बाढ़ जैसे संकट से निपटने पर उसका ध्यान नहीं है। कहा कि राजस्थान सरकार अपना कार्यकाल पूरा करेगी। सीएम गहलोत को सदन का समर्थन प्राप्त है।
कांग्रेस पार्टी के प्रवक्ता रणदीप सुरजेवाला ने कहा, ‘‘विश्वास मत की मांग करना या नहीं करना राजस्थान के मंत्रिमंडल और मुख्यमंत्री का विशेषाधिकार है। वे उचित फैसला लेंगे।’’ राज्य विधानसभा में कांग्रेस के पास बहुमत नहीं होने के भाजपा के दावे पर उन्होंने कहा कि बीते 48 घंटे में ऐसा क्या बदल गया कि भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष सतीश पूनिया इतने डर गए हैं कि विश्वास मत की मांग ही नहीं कर रहे।
कांग्रेस के सूत्रों ने विधानसभा सत्र बुलाए जाने की संभावना से इनकार नहीं किया। पार्टी के मुख्य प्रवक्ता रणदीप सुरजेवाला ने कहा कि इसके बारे में फैसला करने का राज्य मंत्रिमंडल तथा मुख्यमंत्री का विशेषाधिकार है और ‘‘वे उचित फैसला लेंगे।’’ सूत्रों के मुताबिक कांग्रेस विधानसभा का सत्र बुलाने पर विचार कर रही है ताकि सचिन पायलट के नेतृत्व वाले बागी विधायकों के खेमे के सामने केवल यही विकल्प रहे कि या तो वे सरकार के पक्ष में मतदान करें अथवा उन्हें अयोग्य करार दे दिया जाए।
कांग्रेस ने रविवार को कहा कि राजस्थान विधानसभा में पार्टी के पास स्पष्ट बहुमत है। पार्टी के बागी विधायकों ने विधानसभा अध्यक्ष द्वारा भेजे गए अयोग्य करार देने संबंधी नोटिस को चुनौती दी है और राजस्थान उच्च न्यायालय में सोमवार को उनकी याचिकाओं पर सुनवाई होनी है।