IRCTC: रिजर्वेशन चार्ट बनने के बाद भी यात्री देख सकेंगे सीट खाली है या नहीं, रेलवे कर रहा इंतजाम
रेल मंत्री पीयूष गोयल को यात्रियों की कई बार शिकायत मिलीं, जिसमें कहा गया कि उन्हें (यात्रियों) यह जानकारी नहीं मिल पाती की कितनी सीटें खाली हैं।

रेलवे बोर्ड को केंद्रीय रेल मंत्री पीयूष गोयल से रिजर्वेशन सॉफ्टवेयर में एक प्रणाली विकसित करने के लिए निर्देश मिले हैं, ताकि जनता को ट्रेनों के लिए डेटा को पारदर्शी बनाया जा सके। सूत्रों के हवाले से मिली जानकारी के मुताबिक रेल मंत्री पीयूष गोयल को यात्रियों की कई बार शिकायत मिलीं, जिसमें कहा गया कि उन्हें (यात्रियों) यह जानकारी नहीं मिल पाती की कितनी सीटें खाली हैं और कितनी केवल यात्रा टिकट परीक्षक यानी टीटीई पर निर्भर हैं। शिकायत में कहा गया कि इससे भ्रम पैदा हो सकता है। इंडियन एक्सप्रेस के दिल्ली कॉन्फिडेंशियल में छपी खबर के मुताबिक शिकायतें तब मिली जब फाइनल रिजर्वेशन चार्ट तैयार हो गया। अधिकारियों का कहना है कि वो तत्काल एक ऐसे सिस्टम पर काम कर रहे हैं जिसमें सार्वजनिक रूप से ट्रेन में मौजूद सीटों को देखा जा सके कि वो खाली है कि नहीं। खास बात यह है कि इसमें यात्रियों को अपनी निजी जानकारी भी साझा नहीं करनी होगी।
जानना चाहिए कि गोयल ने ट्रेन 18 के दिल्ली से वाराणसी तक जाने की पुष्टि कर दी है। इसकी जानकारी देते हुए उन्होंने बुधवार को कहा कि ट्रेन का सफर आठ घंटे का होगा और इसकी गति इस मार्ग पर सबसे तीव्र गति वाली ट्रेन से डेढ़ गुना ज्यादा होगी। रेलवे कहता रहा है कि उसने ट्रेन के दो मार्गों दिल्ली से भोपाल और दिल्ली से वाराणसी का प्रस्ताव दिया था लेकिन यह पहली बार है जब इसके मार्ग की आधिकारिक रूप से पुष्टि की गई।
रेल मंत्री गोयल ने कहा कि हमने ट्रेन का सफल परीक्षण कर लिया है और सुझावों को लागू किया जा रहा है। जल्द ही ट्रेन राष्ट्र का सर्मिपत की जाएगी और हमने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से इसे हरी झंडी दिखाने का अनुरोध किया है। यह ट्रेन आठ घंटों में दिल्ली से वाराणसी की दूरी तय करेगी। अब तक दोनों शहरों के बीच चलने वाली सबसे तीव्र गति वाली ट्रेन साढ़े ग्यारह घंटे का समय लेती है।’