महिलाओं की इज्जत नहीं करता RSS, राहुल गांधी का वार- अपने संगठन में जगह क्यों नहीं दी?
कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने संघ पर निशाना साधते हुए कहा कि अगर आप महिलाओं का सम्मान करते, तो उन्हें अपने संगठन में बराबर का स्थान देते।

तमिलनाडु में इसी साल के मध्य में विधानसभा चुनाव होने वाले हैं। इसी सिलसिले में कांग्रेस नेता राहुल गांधी आज कोयंबटूर और तिरुप्पुर में रैली करने पहुंचे। जहां कोयंबटूर में राहुल ने जीएसटी के प्रावधान बदलने की बात कही, वहीं तिरुप्पुर में उन्होंने सीधा राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) पर निशाना साधा। राहुल ने यहां कहा कि संघ महिलाओं की इज्जत करना नहीं जानता। यहां तक कि उसने अपने संगठन में भी महिलाओं को जगह नहीं दी है।
संघ पर क्या बोले राहुल गांधी?: कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने तिरुप्पुर में रैली के दौरान कहा कि महिलाओं को बिना समान अधिकार दिए कोई देश प्रगति नहीं कर सकता। दुर्भाग्यपूर्ण बात है कि जो संगठन आज भारत को नियंत्रित करता है, वह तानाशाही है और पुरुषवाद का समर्थक है। यहां तक कि महिलाओं को भी संघ में जगह नहीं दी गई है।
राहुल ने आगे कहा, “संघ शुरुआत से ही महिलाओं के साथ भेदभाव करता आ रहा है। जाहिर है कि जो संस्थान महिलाओं को शामिल नहीं करता, वह उनका सम्मान भी नहीं करता। अगर आप महिलाओं का सम्मान करते, तो उन्हें अपने संगठन में बराबर का स्थान देते।”
‘कोयंबटूर में अर्थव्यवस्था को लेकर बरसे थे राहुल’: राहुल ने इससे पहले कोयंबटूर में रैली में हिस्सा लिया था। यहां उन्होंने कहा था कि केंद्र में उनकी पार्टी की सरकार बनने पर माल एवं सेवा कर (जीएसटी) को फिर से नया स्वरूप दिया जाएगा। उन्होंने लघु एवं मझोले उद्योगों के प्रतिनिधियों के साथ संवाद में यह भी भरोसा दिलाया कि कांग्रेस की सरकार में ‘एक कर, न्यूनतम’ के सिद्धांत पर अमल किया जाएगा।
MSME के जरिए चीन से आगे निकल सकता है भारत: कांग्रेस नेता ने कहा, ‘‘मेरी सोच है कि अगर भविष्य में हम चीन, बांग्लादेश या अन्य देशों के साथ स्पर्धा में आगे निकलना चाहते हैं तो यह एमएसएमई के माध्यम से ही हो सकता है।’’ उनके मुताबिक, लघु एवं मझोले उद्योग देश में रोजगार सृजन की रीढ़ की हड्डी हैं। उन्होंने दावा किया कि देश इस वक्त रोजगार देने असमर्थ है और अर्थव्यवस्था तबाह हो गई है। राहुल गांधी ने एक सवाल के जवाब में कहा कि अगर केंद्र में कांग्रेस की सरकार आती है तो जीएसटी की व्यवस्था को नया स्वरूप दिया जाएगा। उन्होंने कहा, ‘‘जीएसटी की मौजूदा व्यवस्था नहीं चल सकती। इससे एमएसएमई पर बड़ा भार पड़ेगा और हमारा आर्थिक तंत्र ध्वस्त हो जाएगा।’’