सोनिया गांधी के आवास 10 जनपथ पर हुई मुलाकात के बाद अमरिंदर ने कहा कि इस बैठक के दौरान राज्य से जुड़े मुद्दों पर चर्चा हुई और यह मुलाकात संतोषजनक रही। हालांकि मीडिया में आई खबरों के मुताबिक सीएम ने प्रदेश अध्यक्ष नवजोत सिंह सिद्धू की शिकायत भी की।
सूत्रों का कहना है कि एक घंटे से अधिक समय तक चली इस मुलाकात के दौरान मंत्रिमंडल में फेरबदल को लेकर मुख्य रूप से चर्चा की गई। इस दौरान पार्टी के प्रदेश प्रभारी हरीश रावत भी मौजूद थे। इसके अलावा बैठक में खास तौर पर सिद्धू के रवैए को लेकर चर्चा हुई। सीएम ने कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी से सिद्धू को लेकर कहा कि ज्यादा अकड़ अच्छी नहीं होती है। इस मुलाकात के बारे में पूछे जाने पर हरीश रावत ने संवाददाताओं से कहा कि कांग्रेस अध्यक्ष ने सलाह दी है कि संगठन और सरकार मिलकर काम करें तथा मुख्यमंत्री अमरिंदर सिंह और प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष नवजोत सिंह सिद्धू को अपने दायरे में रहकर काम करना है, एक दूसरे के साथ सहयोग करना है।
पंजाब प्रदेश कांग्रेस के संगठन में शीर्ष स्तर पर बदलाव के बाद अमरिंदर सिंह ने पहली बार सोनिया गांधी से मुलाकात की। कांग्रेस की राज्य इकाई में कई हफ्तों तक बनी टकराव की स्थिति के बाद पिछले दिनों पूर्व मंत्री नवजोत सिंह सिद्धू को प्रदेश कांग्रेस कमेटी का अध्यक्ष नियुक्त किया गया था।
बाद में मुख्यमंत्री के मीडिया सलाहकार रवीन ठुकराल ने अमरिंदर सिंह के हवाले से ट्वीट किया, “कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी जी से मिला और राज्य से जुड़े कई मुद्दों पर चर्चा की। उनके साथ बिताया गया एक घंटे का समय बहुत संतोषजनक रहा।”
नवजोत सिद्धू पंजाब कांग्रेस प्रधान बनने के बाद से ही आक्रामक रुख अपनाए हुए हैं। ताजपोशी के बाद से ही सिद्धू लगातार पंजाब में अपनी ही पार्टी की सरकार को घेर रहे हैं। पंजाब में वर्ष 2017 के दौरान हुए विधानसभा चुनाव के दौरान कैप्टन अमरिंदर सिंह ने गुटका साहिब हाथ में लेकर नशा तस्करों के खिलाफ एक माह में कार्रवाई करने समेत कई बड़ी-बड़ी घोषणाएं की थी। सिद्धू सीएम पर अपने वादे पूरे करने के लिए दबाव बना रहे हैं।