पंजाब में आम आदमी पार्टी ने करिश्मा दिखाते हुए 117 सदस्यीय विधानसभा में 92 सीटें हासिल कर ली। पंजाब में आम आदमी पार्टी के उम्मीदवारों ने लगभग सभी विरोधी दिग्गज नेताओं को परास्त किया। जीवन ज्योत कौर ने अमृतसर पूर्व से सिद्धू और बिक्रम सिंह मजीठिया को हराया। वहीं गुरमीत सिंह ने लंबी विधानसभा क्षेत्र से 96 वर्षीय प्रकाश सिंह बादल को चुनाव मैदान में हराया। आइए जानते हैं उन नेताओं के बारे में जिन्होंने दिग्गजों को मात दी।
लाभ सिंह उगोके ने सीएम चन्नी को दी करारी शिकस्त: पंजाब के मुख्यमंत्री चरणजीत सिंह चन्नी को दोनों सीटों से हार का सामना करना पड़ा। संगरूर जिले की भदौड़ सीट से भी चन्नी चुनाव लड़ रहे थे लेकीन आम आदमी पार्टी के लाभ सिंह उगोके ने चन्नी को 37,220 वोटों से हराया। लाभ सिंह 12वीं पास हैं और उन्होंने प्लंबर का कोर्स किया हुआ है। अपने गांव में लाभ सिंह एक छोटी से मोबाइल रिपेयरिंग की दुकान चलाते हैं। जबकि उनकी मां सरकारी स्कूल में प्राइवेट सफाई सेवक हैं। लाभ सिंह ने चुनावी हल्फनामे में अपनी कैश संपत्ति 75 हजार बताई थी। साथ ही उनके पास 2014 मॉडल की एक पुरानी मोटरसाइकिल भी है।
गुरमीत सिंह खुड्डिया ने प्रकाश सिंह बादल को पटखनी दी: लंबी विधानसभा क्षेत्र में आम आदमी पार्टी के उम्मीदवार गुरमीत सिंह ने पंजाब के दिग्गज नेता प्रकाश सिंह बादल को उनके गढ़ में पटखनी दी। गुरमीत सिंह ,पूर्व सांसद स्वर्गीय जगदेव सिंह के पुत्र हैं। प्रकाश सिंह बादल 1997 से लेकर 2017 तक लगातार लंबी विधानसभा क्षेत्र से जीतते आ रहे थे। गुरमीत सिंह ने प्रकाश सिंह बादल को 11,396 वोटों से हराया। गुरमीत सिंह ने अपनी अधिकतर राजनीति कांग्रेस से की। लेकिन पिछले साल जुलाई में लंबी विधानसभा क्षेत्र को नजरअंदाज करने का आरोप लगाकर गुरमीत सिंह ने कांग्रेस छोड़ आम आदमी पार्टी जॉइन कर ली थी।
जीवन ज्योत कौर ने सिद्धू और मजीठिया जैसे दिग्गजों को हराया: अमृतसर ईस्ट से आम आदमी पार्टी की उम्मीदवार जीवन ज्योत कौर ने बिक्रम सिंह मजीठिया और नवजोत सिंह सिद्धू जैसे दिग्गजों को हराया। जीवन ज्योत कौर को 39,679 वोट मिले, जबकि सिद्धू को 32,929 वोट हासिल हुए। जीवन ज्योत कौर ने 6750 वोटों से सिद्धू को हराया। जीवन ज्योत कौर एक सामाजिक कार्यकर्ता हैं और श्री हेमकुंड एजुकेशन सोसाइटी के लिए काम करती है। उन्होंने झुग्गी बस्तियों में जाकर सेनेटरी पैड भी बांटा है और इसी कारण जीवन ज्योत कौर को ‘पैड-वुमन ऑफ पंजाब’ के नाम से भी जाना जाता है। जीवन ज्योत कौर ने 2015 में आम आदमी पार्टी ज्वाइन की थी और उसके बाद से लगातार पार्टी के लिए काम करती रहीं।
जगदीप कंबोज ने सुखबीर सिंह बादल को दी शिकस्त: जलालाबाद से आम आदमी पार्टी के उम्मीदवार जगदीप कंबोज ने शिरोमणि अकाली दल के मुख्यमंत्री पद के उम्मीदवार सुखबीर सिंह बादल को 30 हजार से अधिक वोटों से हराया। जगदीश कंबोज के पिता सुरेंद्र कंबोज कांग्रेस में रहें और 20 साल तक राजनीति में सक्रिय थे। 10 साल पहले जगदीप कंबोज ने भी कांग्रेस ज्वाइन की और जलालाबाद में कांग्रेस के कई पदों पर भी रहे।
2019 के चुनाव में सुखबीर सिंह बादल ने जब यह सीट छोड़ी और उपचुनाव का ऐलान हुआ तब जगदीप कंबोज यहां से कांग्रेस के टिकट पर चुनाव लड़ना चाहते थे, लेकिन कांग्रेस ने टिकट नहीं दिया। उसके बाद उन्होंने कांग्रेस छोड़कर निर्दलीय चुनाव लड़ा और चुनाव हार गए। उसके बाद उन्होंने आम आदमी पार्टी जॉइन कर ली और फिर पार्टी ने 2022 के विधानसभा चुनाव में उन्हें टिकट दिया और उन्होंने सुखबीर सिंह बादल को हरा दिया।
अजीत पाल सिंह ने कैप्टन अमरिंदर सिंह को हराया: आम आदमी पार्टी विधायक अजीत पाल सिंह ने पटियाला से पंजाब के पूर्व मुख्यमंत्री और पंजाब लोक कांग्रेस के मुखिया कैप्टन अमरिंदर सिंह को 15 हजार से अधिक वोटों से हराया। अजीत पाल सिंह का परिवार और वह खुद पहले शिरोमणि अकाली दल में रह चुके हैं। अजीत पाल सिंह 2011 में शिरोमणि अकाली दल के टिकट पर मेयर भी बन चुके हैं।