Punjab News: पंजाब के अमृतसर में सीमा पर तैनात सीमा सुरक्षा बल (BSF) के जवानों ने एक पाकिस्तानी ड्रोन (Pakistani Drone) को मार गिराया। ये ड्रोन भारतीय सीमा में प्रवेश कर रहा था। जब भारतीय जवानों की नजर इसपर पड़ी,तुरंत इसे जवानों ने मार गिराया। इसके बाद बीएसएफ ने क्षेत्र की घेराबंदी कर दी और सम्बंधित जांच एजेंसियों को सूचना दी गई।
अधिकारियों ने बताया कि बीएसएफ के जवानों ने सोमवार देर रात अमृतसर शहर (Amritsar City) से करीब 40 किलोमीटर दूर बॉर्डर पर चाहरपुर गांव के पास भारतीय क्षेत्र में एक ड्रोन को घुसते देखा। इसके बाद जवानों ने ड्रोन पर गोलियां चलाईं और इसे गिराया गया। बीएसएफ के पीआरओ ने मीडिया को बताया, “इसके अलावा बीएसएफ ने आंशिक रूप से क्षतिग्रस्त स्थिति में 1 हेक्साकॉप्टर को सफेद रंग की पॉलीथीन में संदिग्ध वस्तु के साथ बरामद किया, जो गाँव चाहरपुर के पास सीमा पर बाड़ के पास एक खेत में पड़ा हुआ था।”
बीएसएफ के डीआईजी गुरदासपुर प्रभाकर जोशी ने बीएसएफ कर्मियों को सम्मानित किया, जिन्होंने पंजाब के अमृतसर में गांव चाहरपुर के पास आईबी की बाड़ के भारतीय हिस्से में एक खेत में सफेद रंग की पॉलीथीन में एक संदिग्ध वस्तु के साथ एक हेक्साकॉप्टर लाया था।
25 नवंबर की रात भी ड्रोन घुसपैठ की कोशिश
बता दें कि पिछले दो महीनों में ड्रोन घुसपैठ की ये चौथी घटना है। इससे पहले 25 नवंबर की रात में BSF ने एक पाकिस्तानी ड्रोन को अमृतसर में ढेर किया था। सर्च ऑपरेशन में चीन का क्वाडकॉप्टर (Quadcopter) भी बरामद हुआ था। अमृतसर में BSF कमांडेंट जसबीर सिंह ने बताया था कि बीती रात BSF के ट्रूप ने इस ड्रोन को देखा और फायर करके इसे गिराया गया। इसे गिराने के लिए 6 राउंड फायरिंग की गई थी।
वहीं 8 नवंबर को भी पंजाब के फिरोजपुर में भारत-पाकिस्तान सीमा के जगदीश इलाके में पाकिस्तान की ओर से ड्रोन की घुसपैठ की घटना हुई थी। रात में करीब तीन बार पाकिस्तान की ओर से ड्रोन आते हुए देखे गए थे। जिसके बाद उनको गिराने के लिए बीएसएफ के जवानों सैकड़ों गोलियां चलाईं थीं। जबकि पिछले महीने भी पंजाब के अमृतसर में बॉर्डर पर BSF ने पाकिस्तानी तस्करों की एक और कोशिश को नाकामयाब किया था। ड्रोन के साथ पाकिस्तानी तस्करों ने नशे की खेप भी भेजी थी, जिसे BSF के जवानों ने जब्त किया था। ड्रोन के साथ एक काले रंग का पैकेट भी बंधा हुआ था। खेप का कुल वजन तकरीबन 2.500 किलोग्राम के करीब था।