Punjab Municipal Election Result HIGHLIGHTS: पंजाब निकाय चुनाव में हार पर अमित शाह का बयान- अब तक राज्य में हमारी भूमिका सीमित, पर अब होगा बदलाव
मोहाली नगर निगम चुनाव में भी कांग्रेस ने दर्ज की जीत, पार्टी को 50 में से 37 वार्डों में मिली सफलता

Punjab Municipal Election Results 2021 HIGHLIGHTS: पंजाब निकाय चुनाव में भाजपा की हार पर केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने जवाब दिया है। उन्होंने एबीपी न्यूज के कार्यक्रम में कहा कि पंजाब में अभी तक अकाली दल और बीजेपी का गठबंधन था। इसलिए हमारा रोल लिमिटेड रोल था। पर अब पंजाब में हमारा रोल बड़ा होगा। शाह ने कहा कि यह काम कोई रातों-रात नहीं होता। चुनाव के नतीजों को इसके साथ नहीं जोड़ा जाना चाहिए। इस बीच उन्होंने जम्मू-कश्मीर, राजस्थान और अन्य राज्यों में अपनी चुनावी जीत के बारे में बताया और कहा कि पंजाब में हम पार्टी को आगे बढ़ाएंगे और लोगों को मनाएंगे।
गौरतलब है कि पंजाब में सत्तारूढ़ दल- कांग्रेस ने सात नगर निगमों में जीत हासिल कर ली है और मोगा नगर निगम में सबसे बड़ी पार्टी बन कर उभरी है। पंजाब के मंत्री बलबीर सिंह सिद्धू के भाई अमरजीत सिंह सिद्धू ने वार्ड नंबर दस से जीत हासिल की है।
पंजाब के मुख्यमंत्री अमरिंदर सिंह ने राज्य में हुए निकाय चुनावों में कांग्रेस की जीत को न सिर्फ कांग्रेस की विकास-परक नीतियों और कार्यक्रमों की जीत बताया बल्कि इसे मुख्य विपक्षी दलों- शिअद, आप और भाजपा- के “जन विरोधी कृत्यों” को “पूर्णत: खारिज” करना करार दिया।
पंजाब में 8 नगर निगम और 109 नगरपालिका परिषद-नगर पंचायतों के 2302 वॉर्डों में हुए चुनाव के नतीजे आने शुरू हो गए हैं। पंजाब के सात नगर निगमों में से छह में प्रदेश में सत्तारूढ़ कांग्रेस ने जीत हासिल की है, वहीं सातवें नगर निगम में सबसे बड़ी पार्टी के रूप में उभरी है। पार्टी ने शहरी निकाय के चुनावों में विपक्षी दलों का सूपड़ा साफ कर दिया है।
केंद्र सरकार के तीन कृषि कानूनों के खिलाफ जारी किसान आंदोलन की पृष्ठभूमि में नगर निगमों के प्रदेश में हुये चुनाव में कांग्रेस ने बठिंडा, होशियारपुर, कपूरथला, अबोहर, बटाला एवं पठानकोट में जबरदस्त जीत दर्ज की है। हालांकि, मोगा में कांग्रेस सबसे बड़ी पार्टी के रूप में उभरी है और बहुमत से वह छह सीट पीछे रह गयी है।
सत्तारूढ़ कांग्रेस ने बुधवार को पंजाब में शहरी निकाय चुनाव में भारी जीत दर्ज की थी। उसने छह नगर निगमों में जीत हासिल की जबकि मोगा नगरनिगम में सबसे बड़ी पार्टी बन कर उभरी। उसने 109 नगर परिषदों और नगर पंचायतों में से ज्यादातर में जीत हासिल की।
Highlights
पंजाब में सत्तारूढ़ कांग्रेस ने मोहाली नगर निगम चुनाव में जीत दर्ज की है। पार्टी को 50 वार्ड में से 37 वार्ड में जीत हासिल हुई है। अधिकारियों ने यह जानकारी दी। उन्होंने बताया कि मतगणना हो चुकी है, जिनमें से कांग्रेस ने 37 वार्ड में जीत दर्ज की है, वहीं 13 वार्ड में निर्दलीय प्रत्याशियों ने जीत दर्ज की है।
कांग्रेस के राज्यसभा सांसद दीपेंद्र हुड्डा ने पंजाब के मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह और अन्य पार्टी पदाधिकारियों को नगर निकाय चुनावों में कांग्रेस की जीत के लिए बधाई दी।
पंजाब के बरनाला नगर निगम के वार्ड नंबर दो और तीन पर निर्दलीय प्रत्याशी ने जीत दर्ज की है। जबकि वार्ड संख्या एक पर अकाली दल समर्थित उम्मीदवार ने जीत हासिल की है। वहीं वार्ड संख्या 4 कांग्रेस के हिस्से आयी और पांच पर अकाली दल ने कब्जा जमाया। वार्ड नंबर 6 में कांग्रेस और वार्ड 7 पर अकाली दल समर्थित प्रत्याशी ने जीत दर्ज की है।
पंजाब के संगरूर जिले के पांच वार्ड अमरगढ़, लोंगवाल, सुनाम, अहमदगढ़ और धूरी के नतीजे आ गये हैं। स्थानों से कांग्रेस ने 49 सीटों पर जीत दर्ज की है। शिरोमणी आकाली दल को छह सीटें मिली है। चार सीटों पर आप विजयी हुई है, जबकि 15 सीटों पर निर्दलीय उम्मीदवारों ने जीत दर्ज की है। बीजेपी यहां भी अपना खाता नहीं खोल पायी।
बठिंडा में कांग्रेस पार्टी ने बड़ी जीत दर्ज की है। कांग्रेस नेता मनप्रीत सिंह ने ट्वीट कर यह जानकारी दी है। यहां पर 53 साल बाद कांग्रेस ने यह करिश्मा किया है। जब बठिंडा में कांग्रेस पार्टी का मेयर होगा । इससे पहले यहां पर शिरोमणि अकाली दल का कब्जा था।
केंद्र सरकार के तीन कृषि कानूनों के खिलाफ जारी किसान आंदोलन की पृष्ठभूमि में नगर निगमों के प्रदेश में हुये चुनाव में कांग्रेस ने बठिंडा, होशियारपुर, कपूरथला, अबोहर, बटाला एवं पठानकोट में जबरदस्त जीत दर्ज की है। ये कानून भाजपा पर भारी पड़े और हार का सामना करना पड़ा।
केंद्र सरकार के तीन कृषि कानूनों के खिलाफ जारी किसान आंदोलन की पृष्ठभूमि में नगर निगमों के प्रदेश में हुये चुनाव में कांग्रेस ने बठिंडा, होशियारपुर, कपूरथला, अबोहर, बटाला एवं पठानकोट में जबरदस्त जीत दर्ज की है।
प्रदेश में सत्तारूढ़ कांग्रेस को भारी जीत मिलने से पार्टी में उत्साह है। इसने इन चुनावों के लिये 2,037 उम्मीदवार मैदान में उतारे थे. वहीं, शिअद ने 1,569, भाजपा ने 1,003, आप ने 1,606 तथा बसपा ने 160 उम्मीदवार मैदान में उतारे थे. इन चुनावों के लिये 2,832 निर्दलीय उम्मीदवार भी मैदान में थे.
पंजाब के मंत्री बलबीर सिंह सिद्धू के भाई अमरजीत सिंह सिद्धू ने वार्ड नंबर दस से जीत हासिल की है। मोहाली नगर निगम चुनाव के लिए मतगणना बृहस्पतिवार को शुरू हुई। दो केन्द्रों पर बुधवार को दोबारा चुनाव कराए गए थे।
सत्तारूढ़ दल ने सात नगर निगमों में जीत हासिल कर ली है और मोगा नगर निगम में सबसे बड़ी पार्टी बन कर उभरी है। पंजाब के मंत्री बलबीर सिंह सिद्धू के भाई अमरजीत सिंह सिद्धू ने वार्ड नंबर दस से जीत हासिल की है।
मोहाली चुनाव में अब तक का सबसे बड़ा उलटफेर हो गया है। पूर्व मेयर कुलवंत सिंह चुनाव हार गए हैं। उन्हें कांग्रेस के अमरीक सिंह सोमल ने मात दी। मोहाली चुनाव में अब तक का सबसे बड़ा उलटफेर हो गया है। पूर्व मेयर कुलवंत सिंह चुनाव हार गए हैं। उन्हें कांग्रेस के अमरीक सिंह सोमल ने मात दी।
कांग्रेस नेता मनप्रीत सिंह बादल ने ट्वीट करते हुए कहा कि 53 साल में पहली बार यहां कांग्रेस का मेयर बनेगा। वहीं पिछले बार के नतीजों की बात करें तो अकाली दल अव्वल था। पार्टी ने 2044 में से सबसे ज्यादा 813 वॉर्डों में जीत दर्ज की थी। इस बार ज्यादातर नगर निगम और नगर परिषदों में उसे बड़ी हार झेलनी पड़ रही है। 2015 में अकेले शिरोमणि अकाली दल ने 34 नगर परिषदों और नगर पंचायतों में अपना अध्यक्ष बनवाया था। उस वक्त अकाली दल का बीजेपी के साथ गठबंधन भी था और तब दोनों दलों ने मिलकर 27 नगर परिषदों और नगर पंचायतों में संयुक्त रूप से अध्यक्ष बनाए थे।
सुनाम में भाजपा के पंद्रह प्रत्याशी चुनाव मैदान में थे। जिन्हें मात्र चौदह सौ वोट मिले हैं। मात्र तीन प्रत्याशी ही तीन अंकों में वोट हासिल कर सके हैं। प्रदेश के कई नगर काउंसिलों में ऐसे ही हालात सामने आए हैं।
बठिंडा निगम चुनाव में मिली हार के बाद भाजपा के प्रदेश सचिव और चार प्रत्याशियों ने प्रदेश के चुनाव आयोग को लिखित शिकायत भेजकर बताया कि चुनाव नतीजों में जिला प्रशासनिक अधिकारियों के साथ मिलकर सत्ता पक्ष के लोगों ने छेड़छाड़ की है। शिकायत भेजने वालों में भाजपा की वार्ड नंबर 27 से प्रत्याशी सरीना गोयल, वार्ड नंबर 21 से रिंकू बाला, वार्ड नंबर 26 से मोहन वर्मा, वार्ड नंबर 14 से वीर पुहानिया का नाम शामिल है।
पंजाब के सात नगर निगमों में से छह में प्रदेश में सत्तारूढ़ कांग्रेस ने जीत हासिल की है वहीं सातवें नगर निगम में वह सबसे बड़ी पार्टी के रूप में उभरी है । पार्टी ने शहरी निकाय के चुनावों में विपक्षी दलों का सूपड़ा साफ कर दिया है। केंद्र सरकार के तीन कृषि कानूनों के खिलाफ जारी किसान आंदोलन की पृष्ठभूमि में नगर निगमों के प्रदेश में हुये चुनाव में कांग्रेस ने बठिंडा, होशियारपुर, कपूरथला, अबोहर, बटाला एवं पठानकोट में जबरदस्त जीत दर्ज की है । हालांकि, मोगा में कांग्रेस सबसे बड़ी पार्टी के रूप में उभरी है और बहुमत से वह छह सीट पीछे रह गयी है।
कांग्रेस ने पंजाब के निकाय चुनाव में अपनी बड़ी जीत के बाद बुधवार को कहा कि यह प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और भाजपा को राज्य की जनता की ओर से दिया गया करारा जवाब है। पार्टी के मुख्य प्रवक्ता रणदीप सुरजेवाला ने ट्वीट किया, ‘‘पंजाब के खेतों में उगी आक्रोश की फसल ने मोदी और भाजपा द्वारा निर्ममता, निर्दयता, कटुवाक्यों और भ्रम की गगनचुम्बी चोटी पर बैठे होने के मतिभ्रम को करारा जवाब दिया है..पंजाब का श्राप...भाजपा ड्राप..!’’
प्रदेश में सत्तारूढ़ कांग्रेस ने इन चुनावों के लिये 2,037 उम्मीदवार मैदान में उतारे थे। वहीं, शिअद ने 1,569, भाजपा ने 1,003, आप ने 1,606 तथा बसपा ने 160 उम्मीदवार मैदान में उतारे थे । इन चुनावों के लिये 2,832 निर्दलीय उम्मीदवार भी मैदान में थे । कृषि कानूनों के मसले पर पिछले साल शिअद ने भाजपा की अगुवाई वाली राजग से नाता तोड़ लिया था । दोनों दल इस चुनाव में अकेले लड़े थे । स्थानीय निकायों के लिये प्रदेश में 14 फरवरी को मतदान कराया गया था जिसमें 70 प्रतिशत से अधिक मतदाताओं ने अपने मताधिकार का इस्तेमाल किया था।
पंजाब प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष सुनील जाखड़ ने कहा कि प्रदेश की जनता ने भाजपा, शिअद एवं आप की ‘‘नकारात्मक राजनीति’’ को खारिज कर दिया है। जाखड़ ने संवादददाताओं से कहा, ‘‘हमने विकास के एजेंडे पर चुनाव लड़ा । इस जीत से हमारे कार्यकर्ताओं को और अधिक कठिन मेहनत करने की प्रेरणा मिलेगी ।’’ मोगा में किसी भी राजनीतिक दल को बहुमत नहीं मिला है और ऐसे में निर्दलीय उम्मीदवारों का समर्थन महत्वपूर्ण होगा ।
केंद्र सरकार के तीन कृषि कानूनों के खिलाफ जारी किसान आंदोलन की पृष्ठभूमि में नगर निगमों के प्रदेश में हुये चुनाव में कांग्रेस ने बठिंडा, होशियारपुर, कपूरथला, अबोहर, बटाला एवं पठानकोट में जबरदस्त जीत दर्ज की है । हालांकि, मोगा में कांग्रेस सबसे बड़ी पार्टी के रूप में उभरी है और बहुमत से वह छह सीट पीछे रह गयी है। एक अन्य नगर निगम के लिये मतों की गिनती का काम बृहस्पतिवार को होगा । इसके अलावा 109 नगर परिषद के चुनाव परिणाम भी आने की संभावना है।
कृषि कानूनों के खिलाफ किसानों के जारी प्रदर्शन के बीच पंजाब में हुए स्थानीय निकाय चुनाव में सत्तारुढ़ कांग्रेस को धमाकेदार जीत मिली है तो वीजेपी हार गई है।.और आम आदमी पार्टी को करारी शिकस्त का सामना करना पड़ा है। सनी देओल के संसदीय क्षेत्र में बीजेपी की एक उम्मीदवार को महज 9 वोट ही मिले हैं।
हरियाणा के बाद अब पंजाब में हुए निकाय चुनाव के नतीजों ने भारतीय जनता पार्टी को निराश किया है। वहीं, कांग्रेस ने पंजाब के स्थानीय निकाय चुनाव में बाजी मार ली है। कांग्रेस ने सात में से छह नगर निगमों में जीत दर्ज की है। जबकि, इस चुनाव में शिरोमणि अकाली दल को करारा झटका हैं और पार्टी अपने सबसे बड़े गढ़ बठिंडा में बुरी तरह हार गयी है। बठिंडा में बादल परिवार का असर रहा है. दरअसल, प्रकाश सिंह बादल का पैतृक गांव बठिंडा में ही आता है, लेकिन पार्टी को यहां कांग्रेस ने बुरी तरह मात दी है।
निकाय चुनाव में कांग्रेस गुरदासपुर में ही नहीं बल्की और भी जहगों पर विरोधियों को पस्त कर दिया है. गुरदासपुर के अलावा पठानकोट, भठिंडा, कपूरथला में भी कांग्रेस ने अधिकतर वार्ड्स में जीतती दिख रही है।
कांग्रेस ने पंजाब के निकाय चुनाव में अपनी बड़ी जीत के बाद बुधवार को कहा कि यह प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और भाजपा को राज्य की जनता की ओर से दिया गया करारा जवाब है। पार्टी के मुख्य प्रवक्ता रणदीप सुरजेवाला ने ट्वीट किया, ‘‘पंजाब के खेतों में उगी आक्रोश की फसल ने मोदी और भाजपा द्वारा निर्ममता, निर्दयता, कटुवाक्यों और भ्रम की गगनचुम्बी चोटी पर बैठे होने के मतिभ्रम को करारा जवाब दिया है..पंजाब का श्राप...भाजपा ड्राप..!’’
कांग्रेस ने पंजाब के निकाय चुनाव में अपनी बड़ी जीत के बाद बुधवार को कहा कि यह प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और भाजपा को राज्य की जनता की ओर से दिया गया करारा जवाब है। पार्टी के मुख्य प्रवक्ता रणदीप सुरजेवाला ने ट्वीट किया, ‘‘पंजाब के खेतों में उगी आक्रोश की फसल ने मोदी और भाजपा द्वारा निर्ममता, निर्दयता, कटुवाक्यों और भ्रम की गगनचुम्बी चोटी पर बैठे होने के मतिभ्रम को करारा जवाब दिया है..पंजाब का श्राप...भाजपा ड्राप..!’’
पंजाब प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष सुनील जाखड़ ने कहा कि प्रदेश की जनता ने भाजपा, शिअद एवं आप की ‘‘नकारात्मक राजनीति’’ को खारिज कर दिया है। जाखड़ ने संवादददाताओं से कहा, ‘‘हमने विकास के एजेंडे पर चुनाव लड़ा । इस जीत से हमारे कार्यकर्ताओं को और अधिक कठिन मेहनत करने की प्रेरणा मिलेगी।’’ मोगा में किसी भी राजनीतिक दल को बहुमत नहीं मिला है और ऐसे में निर्दलीय उम्मीदवारों का समर्थन महत्वपूर्ण होगा।
पंजाब के सात नगर निगमों में से छह में प्रदेश में सत्तारूढ़ कांग्रेस ने जीत हासिल की है वहीं सातवें नगर निगम में सबसे बड़ी पार्टी के रूप में उभरी है । पार्टी ने शहरी निकाय के चुनावों में विपक्षी दलों का सूपड़ा साफ कर दिया है।
पंजाब के स्थानीय निकाय चुनावों में कांग्रेस सातों नगर निगमों में जीत चुकी है. मोगा, होशियारपुर, कपूरथला, बठिंडा, पठानकोट, बटाला और अबोहर में कांग्रेस की जीत हो चुकी है. किसान आंदोलन के बीच बीजेपी को यहां बड़ा झटका लगा है. पंजाब कांग्रेस के नेताओं ने जीत पर खुशी जताई है.
गुरदासपुर में कांग्रेस ने 29, अकाली दल ने 27, भाजपा ने 20, आम आदमी पार्टी ने 18 उम्मीदवार उतारे थे, लेकिन कांग्रेस को छोड़कर कोई भी दल एक भी सीट नहीं पा सका है। मतदाताओं ने कांग्रेस पर भरोसा जताते हुए सभी दलों को खारिज कर दिया।
पठानकोट नगर निकाय के नतीजे भाजपा के लिए थोड़ा राहत देने वाले रहे हैं। जहां बाकी 8 नगर निकायों में पार्टी दहाई के आंकड़े तक नहीं पहुंच पाई, वहीं यहां भाजपा को 11 वॉर्डों में जीत मिली। हालांकि, कांग्रेस 50 में से 37 वॉर्ड जीतकर सबसे ऊपर रही। इसके अलावा एक सीट अकाली दल और एक सीट अन्य के खाते मे गई है।
पंजाब में नगर निकाय चुनावों के नतीजे घोषित होने शुरू हो गए हैं। हालांकि, मोहाली नगर निगम के चुनावों का परिणाम गुरुवार को आएगा। यहां पर चुनाव आयोग ने वार्ड नंबर 10 के बूथ नंबर 32 व 33 में दोबारा चुनाव करवाने के आदेश दिए हैं।
करतारपुर नगरपरिषद के 15 वार्डों में कांग्रेस और निर्दलीय उम्मीदवारों ने बाजी मारी है। यहां से अकाली दल, भाजपा व आम आदमी पार्टी का सूपड़ा साफ हो गया है। यहां से 6 सीटों पर कांग्रेस जीती है, जबकि 9 सीटें आजाद उम्मीदवारों के खाते में गईं।
पंजाब के फिरोजपुर में कांग्रेस ने सभी पार्टियों का सूपड़ा साफ कर दिया, यहां पार्टी को 33 में से 33 वॉर्ड में जीत मिली। कांग्रेस विधायक परमिंदर सिंह पिंकी ने कहा कि ऐसा पहले कभी नहीं हुआ। दूसरी तरफ जालंधर में निर्दलीयों को 54 फीसदी सीटें मिली हैं, जबकि कांग्रेस उम्मीदवारों को 43 फीसदी सीटों पर जीत मिली है।
किन नगरपालिकाओं में कांग्रेस को मिली जीत?: अब तक आए आंकड़ों के मुताबिक, कांग्रेस को अबोहर, बठिंडा, कपूरथला, होशियारपुर और मोगा में जीत मिल चुकी है। वहीं बटाला, पठानकोट और होशियारपुर में कांग्रेस बाकी विपक्षी दलों से आगे है। इन सभी सीटों पर कांग्रेस ने लगभग एकतरफा जीत दर्ज की है। उसे सिर्फ मोगा में अकाली दल की तरफ से थोड़ी चुनौती मिली। हालांकि, बाकी सभी नगरपालिकाओं में उसका दबदबा बना रहा।
कपूरथला में कांग्रेस ने एकतरफा तरीके से जीत हासिल की। कोई भी पार्टी दहाई का आंकड़ा नहीं छू पाई। कुल 50 वॉर्डों में से 43 में से कांग्रेस ने जीत हासिल की है, जबकि अकाली दल को 3 सीटें मिलीं। बाकी सीटें निर्दलीय प्रत्याशियों के खाते में गई हैं। यानी भाजपा और आम आदमी पार्टी को अब तक किसी वॉर्ड में विजयी नहीं मिली है।
पंजाब में निकाय चुनावों में कांग्रेस को बड़ी बढ़त मिली है। यहां पार्टी ने अमरगढ़ में 5 सीटें जीती हैं, जबकि अकाली दल को 5 सीटें मिली हैं। दूसरी तरफ लोंगवाल में कांग्रेस को 9 और निर्दलीयों को 6, सुनाम में कांग्रेस को 19 और निर्दलीयों को 4, अहमगढ़ में कांग्रेस को 5 और आप, अकाली दल को 1-1, धुरी में कांग्रेस को 11 और निर्दलीय को 8 सीटें मिली हैं।
पंजाब के मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह ने कहा है कि चुनाव में होने वाली हार को देखकर विपक्ष कांग्रेस पर आधारहीन आरोप लगा रहा है। दरअसल, विपक्षी दलों ने सत्तारूढ़ कांग्रेस पर रविवार को मतदान केंद्रों पर ‘‘कब्जा’’ करने और ‘‘हिंसा में संलिप्त रहने’’ के आरोप लगाए थे।
पंजाब के निकाय चुनाव में कांग्रेस ज्यादातर जिलों में दबदबा बनाती दिख रही है। यहां गुरदासपुर में कांग्रेस ने सभी 29 सीटों पर जीत दर्ज की है। वहीं बटाला और पठानकोट में भी कांग्रेस तेजी से जीत की तरफ बढ़ती नजर आ रही है। जालंधर के फिलौर में तो कांग्रेस को 15 में से 11 सीटों पर जीत मिली है, जबकि अकाली दल और भाजपा दोनों के ही खाते नहीं खुल पाए। तीन सीटें निर्दलीयों को मिलीं, जबकि एक बसपा के खाते में गई।
अमृतसर जिले की अजनाला तहसील में अकाली दल आगे निकल गई है। यहां पर कुल 15 वार्ड में से 8 अकाली और 7 कांग्रेस के खाते में गए हैं। दूसरी तरफ मजीठा में भी अकाली दल 10 वॉर्ड पर आगे हैं, जबकि कांग्रेस के खाते में सिर्फ दो वॉर्ड हैं। हालांकि, राईया, जंडियाला में कांग्रेस निर्णायक बढ़त हासिल करती दिख रही है।
नगर निकाय चुनाव के नतीजे आने शुरू हो गए हैं। डेरा बस्सी में कांग्रेस ने 8 महानगरपालिका सीटों पर जीत दर्ज की, वहीं अकाली दल को 2 सीट और निर्दलीय को एक सीट मिली है। दूसरी तरफ जालंधर में अकाली दल को 201 सीटें मिली हैं, जबकि कांग्रेस को सिर्फ 6 सीटों पर ही संतोष करना पड़ा है। दोनों ही जगह भाजपा और आप को कोई फायदा होता नहीं दिख रहा।
पंजाब में नगर निकाय चुनाव में मतगणना जारी है। इस बीच सत्ताधारी कांग्रेस पर चुनाव में गड़बड़ी के आरोप लगे हैं। पंजाब विधानसभा में विपक्ष के नेता हरपाल सिंह चीमा ने कहा कि मतदान के दौरान हुई हिंसा की घटना से साफ है कि मुख्यमंत्री अमरिंदर सिंह लोकतंत्र के हत्यारे हैं। चीमा ने कहा कि पंजाब के लोगों को बचाने के बजाय सीएम अपने गुंडों को बचा रहे हैं। उन्हें तुरंत अपने पद से इस्तीफा दे देना चाहिए।
पंजाब के लुधियाना में निकाय चुनाव के शुरुआती नतीजों में कांग्रेस और शिरोमणि अकाली दल के बीच कांटे की टक्कर देखने को मिल रही है। यहां दोनों पार्टियों ने चार-चार वार्डों में जीत दर्ज की है। फिलहाल अन्य जिलों में भी वोटों की गिनती जारी है।
पंजाब नगर निकाय चुनावों में मतगणना की शुरुआत हो चुकी है। हालांकि, राज्य चुनाव आयोग के मुताबिक, SAS नगर में वोटों की गिनती 18 फरवरी को होगी। दरअसल, यहां आयोग ने गड़बड़ी की आशंका के चलते दोबारा मतदान करवाया था। ऐसे में चुनाव के नतीजों का ऐलान भी एक दिन बाद किया जाएगा।
पंजाब के रोपड़ में नगर निकाय चुनाव की मतगणना से पहले ही रोपड़ में ईवीएम से छेड़छाड़ के आरोपों पर अकाली और कांग्रेस नेता आमने-सामने आ गए। मोरिंडा में खालसा कॉलेज मोरिंडा में रखी ईवीएम मशीनों में देर रात छेड़छाड़ की अफवाह ने पूरे शहर की नींद उड़ा दी। सोमवार रात करीब 10 बजे पूर्व अकाली पार्षद जगपाल सिंह जोली और कुछ आजाद उम्मीदवार खालसा कॉलेज के अंदर चले गए। उनका कहना है कि उनके पास एसडीएम की परमिशन है। सूचना पर कांग्रेसी समर्थक इकट्ठे हो गए। उनके साथ पहुंचे जिला योजना बोर्ड के चेयरमैन विजय शर्मा टिंकू ने पुलिस कर्मियों को खरी-खोटी सुनाई। इसके बाद पूर्व अकाली पार्षद जोली का मेडिकल करवाया गया।
नगर निकाय चुनावों के लिए भाजपा, कांग्रेस, आम आदमी पार्टी और अकाली दल ने अपने-अपने उम्मीदवारों को मौका दिया है। हालांकि, इसके बावजूद सबसे ज्यादा 2832 उम्मीदवार निर्दलीय प्रत्याशी हैं। इसके बाद कांग्रेस के 2037, अकाली दल के 1569, भाजपा के 1003, आम आदमी पार्टी के 1606 और बहुजन समाज पार्टी (बसपा) के 160 उम्मीदवार मैदान में हैं।
पंजाब में आठ नगर निगमों के लिए 400 और 109 नगरपालिका परिषदों-नगर पंचायतों के लिए 1902 सदस्य चुने जाएंगे। पंजाब में 8 नगर निगमों अबोहर, बठिंडा, बटाला, कपूरथला, मोहाली, होशियारपुर, पठानकोट, मोगा और 109 नगर पालिका परिषदों और नगर पंचायतों के लिए रविवार को चुनाव हुए थे।