बिहार: सड़क और पुल शिलान्यास के सहारे पीएम मोदी करेंगे चुनावी प्रचार का आगाज, हफ्ते भर में 18,000 करोड़ की आठ मेगा प्रोजेक्ट से शुरुआत
बिहार में कोरोनावायरस के बढ़ते मामलों के बावजूद इसी साल चुनाव होने की संभावना है, ऐसे में पीएम वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए परियोजनाओं की शुरुआत कर सकते हैं।

बिहार में विधानसभा चुनावों के करीब आते-आते सियासी सरगर्मियां तेज हो गई हैं। जहां सीएम नीतीश कुमार के नेतृत्व वाले एनडीए ने अपने पिछले शासनकाल की उपलब्धियों को गिनाना शुरू कर दिया है, वहीं तेजस्वी यादव समेत पूरा विपक्ष नीतीश सरकार पर कोरोनाकाल के दौरान जनता की अनदेखी करने का आरोप लगा रहा है। इस बीच प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी चुनाव में दल का पक्ष मजबूत करने के लिए 11 से 18 सितंबर के बीच सड़क और पुल से जुड़ी आठ बड़ी परियोजनाओं का उद्घाटन कर सकते हैं।
बताया गया है कि पीएम वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए समारोह में अलग-अलग प्रोजेक्ट्स को हरी झंडी दिखाएंगे। इन परियजोना की लागत 15 से 18 हजार करोड़ रुपए के करीब है। सड़क निर्माण मंत्री नंदकिशोर यादव के मुताबिक, पीएम का कार्यक्रम होना तय है। पर इसकी तारीखों की सूचना अभी नहीं मिल पाई है। उन्होंने बताया कि कई परियोजनाओं के लिए निर्माण एजेंसी का भी चयन हो गया है। कुछ अन्य के लिए चयन प्रक्रिया अंतिम चरण में है।
किन सड़क और पुल परियोजनाओं को मिल सकती है मंजूरी?
रिपोर्ट्स के मुताबिक, पटना-गया-डोभी नेशनल हाईवे, रजौली-बख्तियारपुर नेशनल हाईवे, आरा-मोहनिया नेशनल हाईवे, नरेनपुर-पूर्णिया हाईवे, पटना रिंग रोड (कन्हौली-रामनगर) प्रोजेक्ट, गांधी सेतु के समानांतर नया पुल, भागलपुर में नया बिक्रमशिला सेतु, और बिहपुर में फुलौत पुल का शिलान्यास होगा। पीएम मोदी के साथ इस कार्यक्रम में केंद्रीय सड़क परिवहन मंत्री नितिन गडकरी और मुख्यमंत्री नीतीश कुमार शामिल रहेंगे।
पिछले विधानसभा चुनाव में किया था 1.25 लाख करोड़ रुपए के पैकेज का ऐलान
गौरतलब है कि पीएम मोदी ने 2015 के विधानसभा चुनाव से पहले प्रचार अभियान के दौरान बिहार के लिए सवा लाख करोड़ के पैकेज का ऐलान किया था। इसके अलावा पीएम ने पहले के पैकेजों से बची 40 हजार करोड़ की अतिरिक्त राशि देने का भी ऐलान किया था। तब भाजपा बिहार में लोजपा के साथ अकेले ही खड़ी थी और जेडीयू-राजद और कांग्रेस का महागठबंधन उसके सामने था।