Ram Rahim Parole: दुष्कर्म और हत्या के जुर्म में सजा काट रहे डेरा सच्चा सौदा प्रमुख गुरुमीत राम रहीम की पैरोल को लेकर लगातार सवाल खड़े हो रहे हैं। इस मामले में हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर ने भी कहा था कि इस पैरोल में उनकी सरकार का कोई रोल नहीं है। वहीं टाइम्स नाऊ के मुताबिक जब राम रहीम के पैरोल पेपर्स चेक किए गए तो पता चला कि इसमें कहा गया है कि ‘राम रहीम को अच्छे आचरण अधिनियम के तहत रिहा किया गया था।’
इसके पहले भी गुरमीत राम रहीम कई बार पैरोल की मांग कर चुका है। साल 2019 में राम रहीम की पैरोल को लेकर चंडीगढ़ उच्च न्यायालय ने राम रहीम की पैरोल को यह कहते हुए खारिज कर दिया था कि यह कानून और व्यवस्था की समस्या पैदा करेगा लेकिन बाद में अच्छे आचरण को देखते हुए उसे पैरोल मिल गई। बार-बार मिल रही पैरोल को देखकर सोशल मीडिया पर भी लोगों ने नाराजगी जाहिर की है।
सिरसा पुलिस ने बताया पहले से अच्छा हो गया है आचरण
इसके पहले राम रहीम की पैरोल के लिए हरियाणा की सिरसा पुलिस ने भी उसके आचरण को लेकर सिफारिश की थी। सिरसा पुलिस ने बताया था कि जेल में राम रहीम के आचरण में काफी सुधार आया है और वो पहले की तुलना में अब ज्यादा अच्छे व्यवहार से लोगों के साथ पेश आता है। सिरसा पुलिस के जेल अधीक्षक ने सिरसा जिला प्रशासन को लिखे अपने पत्र में, इस पर उनकी राय मांगी थी। राम रहीम को अगस्त 2017 में दो महिलाओं के साथ बलात्कार करने का दोषी ठहराया गया था इसके बाद जनवरी 2019 में राम रहीम को 16 साल पुराने मामले में एक पत्रकार की हत्या के लिए तीन अन्य लोगों के साथ आजीवन कारावास की सजा सुनाई गई थी।
पैरोल पर बाहर आने के बाद से जारी है विवाद
राम रहीम के पैरोल पर बाहर आने के बाद लगातार विवाद बढ़ता ही जा रहा है। एक रेप और मर्डर के दोषी को बार-बार पैरोल मिलने पर सोशल मीडिया पर भी लोगों ने सवाल उठाए हैं। वहीं पंजाब के एक मंत्री ने राम रहीम के आश्रम पहुंचकर राम रहीम का आशीर्वाद भी लिया है। मंत्री के राम रहीम के आश्रम पहुंचने का वीडियो भी सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है। पत्रकार गगनदीप सिंह ने वो वीडियो शेयर किया है जिसमें पंजाब के कैबिनेट मंत्री फौजा सिंह सरारी फिरोजपुर जिले के डेरा सच्चा सौदा ‘नाम चर्चा घर’ में पहुंचे हैं वीडियो में ये भी दिखाई दिया कि वहां उन्हें सम्मानित भी किया गया।