AMU का जिन्ना विवाद अब जामिया पहुंचा, संगठन का दावा- JMI में हिंदू छात्रों को मिल रही धमकी
विरोध प्रदर्शन के आयोजकों में से एक राहुल तिवारी ने कहा, ‘‘परिसर के चरमपंथी संगठन कठुआ बलात्कार कांड और एएमयू विवाद के बाद से हिंदू छात्रों को धमकी दे रहे हैं। परिसर के भीतर दो हिंदू छात्रों की पिटाई की गई। हमने धमकी से मुकाबला करने के लिए यह प्रदर्शन किया।’’

जामिया मिल्लिया इस्लामिया विश्वविद्यालय के निकट एक रैली आयोजित करने वाले संगठन ने बुधवार को कहा कि वह परिसर के भीतर हिंदू छात्रों को मिल रही धमकी का विरोध कर रहा है। जामिया का छात्र होने का दावा करने वाले छात्रों के एक समूह ने मंगलवार शाम छह बजे के करीब गेट नंबर सात तक मार्च निकाला और पाकिस्तान के संस्थापक मोहम्मद अली जिन्ना के खिलाफ कथित तौर पर नारेबाजी की। प्रदर्शनकारियों ने ‘‘जिन्ना प्रेमी देश छोड़ो’’ और “हिंदुओं को डराना बंद करो” जैसे नारे लगाए। विरोध प्रदर्शन के आयोजकों में से एक राहुल तिवारी ने कहा, ‘‘परिसर के चरमपंथी संगठन कठुआ बलात्कार कांड और एएमयू विवाद के बाद से हिंदू छात्रों को धमकी दे रहे हैं। परिसर के भीतर दो हिंदू छात्रों की पिटाई की गई। हमने धमकी से मुकाबला करने के लिए यह प्रदर्शन किया।’’
विश्वविद्यालय का छात्र होने का दावा करने वाले तिवारी ने कहा, ‘‘इस तरह के संगठन न सिर्फ हिंदू छात्रों के खिलाफ हैं, बल्कि उन लोगों के भी खिलाफ हैं जो उनकी विचारधारा का समर्थन नहीं कर रहे हैं। यह चार सप्ताह से हो रहा है।’’ इस बीच, विश्वविद्यालय प्रशासन ने दिल्ली पुलिस से इसके आस-पास की सुरक्षा बढ़ाने का अनुरोध किया है।
विश्वविद्यालय के मीडिया समन्वयक ने पीटीआई से कहा, ‘‘यद्यपि जिन्ना की कोई तस्वीर या उससे संबंधित कुछ भी नहीं है, फिर भी विश्वविद्यालय के इतिहास को देखते हुए समूह इस तरह के नारे लगाकर हिंसा भड़काने का प्रयास कर रहा है।’’ उन्होंने कहा, ‘‘हमने दिल्ली पुलिस से विश्वविद्यालय के सभी प्रवेश द्वार के निकट सुरक्षा कड़ी करने को कहा है।’’ दिल्ली पुलिस ने कहा कि वह ‘हाई अलर्ट’ पर है और किसी भी अप्रिय घटना से निपटने के लिए तैयार है।