देश में लगातार ओमीक्रोन और कोविड -19 के नए-नए केस सामने आ रहे हैं और सभी राज्यों की सरकारों को केंंद्र की ओर से स्पष्ट रूप से गाइडलाइंस जारी कर उसका पूरी तरह पालन कराने को कहा गया है, इसके बावजूद कुछ लोग इसका मजाक उड़ा रहे हैं। गुजरात में सरकार की ओर से सख्त हिदायत पर भी लोग नहीं सुधर रहे हैं। आम लोगों के साथ-साथ राजनीतिक दलों के नेता भी इस लापरवाही में जिम्मेदार हैं।
राज्य के तापी जिले में एक भाजपा नेता के यहां सोमवार की रात शादी समारोह में हजारों लोग डीजे की धुन पर नाचते-गाते दिखे। इसका वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हुआ तो हंगामा मचा। राज्य सरकार ने साफ तौर पर कहा है कि शादी समारोह में डेढ़ सौ से ज्यादा लोग नहीं शामिल हों, लेकिन इस निर्देश का साफ तौर पर उल्लंघन किया गया।
सोमवार को तापी जिले के डोलवन ब्लॉक में भाजपा के तहसील उपाध्यक्ष सुनंदा के परिवार में आयोजित विवाह कार्यक्रम में हजारों लोग शामिल हुए और डीजे की धुन पर जमकर नाचे गाए। हालांकि मामले में पुलिस ने संज्ञान लेकर कार्रवाई शुरू कर दी है।
उधर, केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मांडविया ने मंगलवार को कहा कि 10 जनवरी से 50 लाख से अधिक स्वास्थ्यकर्मियों, अग्रिम पंक्ति के कर्मियों और 60 वर्ष और उससे अधिक उम्र के नागरिकों को कोविड-19 टीके की एहतियाती खुराक दी गई है। सुबह सात बजे तक की रिपोर्ट के अनुसार पिछले 24 घंटे की अवधि में टीके की लगभग 80 लाख खुराक दिये जाने के साथ ही देश में दी गई खुराकों की संख्या 158.04 करोड़ से अधिक हो गई है।
मांडविया ने ट्वीट किया, ‘‘एक और दिन, एक और मील का पत्थर 50 लाख से अधिक स्वास्थ्यकर्मियों, अग्रिम पंक्ति के कर्मियों और 60 वर्ष या उससे अधिक आयु के नागरिकों को 10 जनवरी से एहतियाती खुराक मिली है। मैं उन सभी लोगों से जल्द से जल्द अपनी खुराक लेने का अनुरोध करता हूं जो एहतियाती खुराक प्राप्त करने के योग्य हैं।’’
दूसरी तरफ गुजरात सरकार ने उच्चतम न्यायालय को बताया है कि उसने अब तक कोविड-19 से जान गंवाने वाले मरीजों के परिजनों की ओर से किए गए 68,370 दावों में से हर मामले में 50 हजार रुपये का मुआवजा मंजूर किया है। अधिकारियों ने मंगलवार को कहा कि इस तरह के दावों से संबंधित कार्यवाही के बारे में यह सूचना राज्य सरकार की ओर से शीर्ष अदालत में 14 जनवरी को दाखिल हलफनामे में दी गई है।
राज्य के स्वास्थ्य विभाग के मुताबिक कोविड-19 से गुजरात में गत सोमवार तक मरने वालों की कुल संख्या 10,164 थी। राज्य सरकार पहले ही कोविड-19 से मरने वालों की कुल संख्या से जुड़े विवाद पर स्थिति साफ कर चुकी है। राज्य सरकार ने कहा कि पिछले साल शीर्ष अदालत की ओर से कोरोना से मौत के मामले संबंधित परिभाषा में बदलाव किए जाने के बाद कोविड-19 से मरने वालों की संख्या में बढ़ोतरी दर्ज की गई है।
कोविड पीड़ितों के परिवार के सदस्यों को अनुग्रह राशि के भुगतान पर शीर्ष अदालत द्वारा सुनी जा रही विभिन्न राज्यों की याचिकाओं के मद्देनजर गुजरात सरकार ने 16 जनवरी, 2022 को एक अनुपालन रिपोर्ट तैयार की थी। रिपोर्ट में राज्य सरकार ने कहा कि उसे 89,633 आवेदन प्राप्त हुए हैं, जिसमें कोविड-19 से मौतों के लिए मुआवजे की मांग की गई है, जिसमें से 58,840 दावों का निपटारा करते हुए राशि आवेदकों को वितरित कर दी गई है।