Bihar: उत्तर प्रदेश (Uttar Pradesh) के अयोध्या (Ayodhya) में भव्य राम मंदिर (Ram Mandir) का निर्माण कार्य जारी है, लेकिन राम मंदिर को लेकर कई तरह धमकियां मिलती रही हैं। ऐसी ही धमकी एक बार फिर सामने आई है। इस बार अयोध्या में राम मंदिर को गिराने की धमकी दी गई है। इस मामले में प्रतिबंधित संगठन पॉपुलर फ्रंट ऑफ इंडिया (PFI) के तीन संदिग्ध सदस्यों को राष्ट्रीय जांच एजेंसी (NIA) ने शनिवार (4 जनवरी, 2023) सुबह हिरासत में लिया।
तीनों को बिहार पुलिस (Bihar Police) के साथ संयुक्त अभियान में मोतिहारी जिले के चकिया अनुमंडल के कुआंवां गांव से एनआईए ने हिरासत में लिया। एनआईए और अन्य केंद्रीय एजेंसियां अज्ञात स्थान पर संदिग्धों से पूछताछ कर रही हैं।
सूत्रों के मुताबिक, सोशल मीडिया पर एक वीडियो वायरल होने के बाद एनआईए (NIA) ने कार्रवाई शुरू की थी। जहां उस्मान नाम के एक व्यक्ति ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म फेसबुक पर लाइव जाकर राम मंदिर को गिराने और उसी जगह बाबरी मस्जिद बनाने की धमकी दी थी। उस्मान नाम का युवक सोशल मीडिया पर तब लाइव आया था, जब 31 जनवरी को नेपाल से अयोध्या के लिए देवशिला यात्रा गुजर रही थी। यह यात्रा उस वक्त बिहार से होकर जा रही थी।
सूत्रों का कहना है कि इस वायरल वीडियो के सिलसिले में एनआईए ने शनिवार सुबह मोतिहारी में कार्रवाई की और पीएफआई के 3 संदिग्धों को हिरासत में लिया। एनआईए तीनों संदिग्धों से पूछताछ कर रही थी और पटना पीएफआई मॉड्यूल के साथ उनके लिंक का पता लगाने की कोशिश कर रही थी, जिसका पिछले जुलाई में भंडाफोड़ हुआ था।
इससे पहले NIA ने PFI के चार आरोपियों के खिलाफ चार्जशीट दायर की थी
इससे पहले राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) ने बिहार पॉपुलर फ्रंट ऑफ इंडिया (पीएफआई) मामले में चार आरोपियों के खिलाफ चार्जशीट दायर की थी, जिसमें कहा गया था कि “आतंक और हिंसा के कृत्यों को अंजाम देने के इरादे से आपराधिक साजिश रची गई थी। बिहार की राजधानी पटना में एनआईए की विशेष अदालत में आतंकवाद रोधी एजेंसी ने आरोप पत्र दायर किया था। आरोपी व्यक्तियों के खिलाफ भारतीय दंड संहिता (आईपीसी) की कई विभिन्न धाराओं में मामला दर्ज किया गया था। सभी आरोपी बिहार के अलग-अलग जिलों के रहने वाले थे।