देश के कई राज्यों में भीषण गर्मी की मार पड़ रही है। महाराष्ट्र में तो लू के कारण पांच लोगों की मौत तक हो चुकी है। इसी बीच लोगों को गर्मी से राहत दिलाने के लिए मेक इन इंडिया ने एक नई सौगात मिट्टी से बना पानी का बोतल बाजार में उतारा है। केंद्रीय मंत्री निर्मला सिथारमन ने ट्विटर पर एक पोस्ट कर इस बोतल के बारे में बताया है। उन्होंने ट्वीट किया गर्मियो के लिए शानदार, पर्यावरण के अनुकूल, दिखने में बढ़ियां और कहीं भी आसानी से लेकर जाने के लिए काफी हल्की, मेक इन इंडिया। इस बोतल का निर्माण मिट्टी कूल द्वारा किया गया है।
इस बोतल में मिट्टी के खास पदार्थ का इस्तेमाल किया गया है जिससे कि यह बोतल पानी को खुद ही ठंडा करने का काम करेगी। वहीं इस बोतल को लेकर मिट्टी कूल का कहना है कि इसे कारीगरों ने हाथों से बनाया है। इसमें 100 प्रतिशत प्राकृतिक मिट्टी का इस्तेमाल किया गया है और इसमें किसी भी प्रकार की कोई मिलावट नहीं है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा कंपनियों से अनुरोध किया जा रहा है कि वे मैक इन इंडिया के तहत अपने समान का निर्माण भारत में करें।
Great for summer, eco friendly too. Looks classy, light to carry. #MakeInIndia pic.twitter.com/USnalNm0xY
— Nirmala Sitharaman (@nsitharaman) March 31, 2017
इस बोतल को मेक इन इंडिया के तहत भारत में ही बनाया गया है। मिट्टी कूल वाली इस बोतल को बनाने वाले प्रजापति मनसुखभाई की कहानी उनकी इस बोतल से ज्यादा दिलचस्प है। एक कुम्हार के परिवार से ताल्लुक रखने वाले मनसुखभाई को लोग उनके पहले अविष्कार रेफरिजरेटर से जानते हैं जो कि बिना बिजली के चलता है। मनुसखभाई ने बताया कि उस समय कई पत्रकार और फोटोग्राफर आए जिन्होंने टूटे हुए मटकों की तस्वीर खींची और यह दिखाया कि यह है गरीब का रेफरिजरेटर। इसके बाद मैने फैसला लिया कि मैं भी एक ऐसा रेफरिजरेटर बनाऊंगा, जो कि बाकी रेफरिजरेटर की तरह ही चीजों को ठंडा करे। इस रेफरिजरेटर में केवल फर्क यह होगा कि यह अन्य रेफरिजरेटर की तरह बिजली से नहीं कुदरती तौर पर चीजों को ठंडा करे। इसके लिए मनसुखभाई ने काफी मेहनत की और इस रेफरिजरेटर का निर्माण पूरा किया।