उत्तर भारत में सर्दी के बीच कोहरे का सितम जारी, अभी राहत की उम्मीद नहीं, Indian Railway की ट्रेनें लेट, कई रद्द
उत्तर भारत में ठंड कहर बरपा रही है। साथ ही घने कोहरे की वजह से रेल यातायात बाधित है। कई ट्रेनें लेट हैं और कई रद्द कर दी गई हैं। पहाड़ोें पर हो रही बर्फबारी का असर दिख रहा है।

उत्तर भारत में ठंड और कोहरा कहर बरपा रहा है। पहाड़ों पर हो रही बर्फबारी का असर साफ दिख रहा है। मौसम विभाग का अनुमान है कि अभी कोहरे और शीतलहर से राहत नहीं मिलने वाली है। दिल्ली में पारा दो डिग्री तक पहुंच गया। कोहरे का असर सड़क और रेल यातायात पर भी साफ दिखाई दे रहा है। शुक्रवार को इंडियन रेलवे ने कई ट्रेनें रद्द कर दीं। इसके अलावा बहुत सी ट्रेनें देरी से चल रही हैं।
उत्तर पश्चिम से बर्फीली हवाएं 17 से 20 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से चल रही हैं। इसके असर से बिहार और उत्तर प्रदेश में तापमान में काफी गिरावट दर्ज की गई। पटना में शुक्रवार को न्यूनतम तापमान 8 डिग्री के आसपास रहने का अनुमान है। दिल्ली और उत्तर प्रदेश में भी तेज हवाओं की वजह से पारा गिर गया है। श्रीनगर में पारा -8 डिग्री पहुंच गया और ठंड ने 25 साल का रेकॉर्ड तोड़ दिया। वहां डल झील जम गई है और लोग झील के ऊपर क्रिकेट खेलते नज़र आए।
उत्तर प्रदेश में ऑरेंज अलर्ट- मौसम विभाग ने पश्चिमी यूपी से तराई के जिलों में भयंकर ठंड की वजह से ऑरेंज अलर्ट जारी कर दिया है। मुजफ्फरनगर, सहारनपुर, शामली, अलीगढ़, मेरठ, मुरादाबाद, रामपुर, बरेली, बिजनौर, बहराइच, गोंडा, बस्ती, गोरखपर में बेहद ठंडे दिन का अलर्ट जारी किया गया है। शीतलहर और कोहरे की वजह से दिन में भी ठंड से राहत नहीं मिलने वाली। कोहरे का असर उत्तर प्रदेश के सभी जिलों में देखने को मिल रहा है।

ट्रेनें।
राजस्थान, पंजाब, हरियाणा, चंडीगढ़. पश्चिम बंगाल, असम और त्रिपुरा में भी कोहरा छाया है। श्रीगंगानगर में रात में पारा 2.4 डिग्री के आसपास पहुंच गया। घने कोहरे की वजह से दृश्यता कम हो गई जिससे यातायात बाधित रहा। पंजाब में दिन के पारे में 4 डिग्री तक गिरावट दर्ज की गई। मौसम विभाग ने यहां अगले पांच दिनों तक कड़ाके की ठंड पड़ने का अनुमान जताया है।
हरियाणा में भी 17 जनवरी तक कड़ाके की ठंड पड़ने का अनुमान है। हालांकि यह मौसम गेहूं की फसल के लिए अनुकूल है। संभावनाएं हैं कि हरियाणा में ठंड इस बार रेकॉर्ड तोड़ सकती है। 20 जनवरी को तापमान अब तक के न्यूनतम स्तर पर जा सकता है। तापमान जब 4 डिग्री तक जाता है तो पाला जमने की संभावना बढ़ जाती है।