दिल्ली: उप मुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया भी आए सीबीआइ जांच के घेरे में
प्राथमिक जांच में मामले के तथ्य सही पाए जाते हैं तो सिसोदिया के खिलाफ मामला दर्ज हो सकता है।

आप सरकार के विवादित सोशल मीडिया अभियान ‘टाक टु एके’ में बरती गई भारी गड़बड़ियों पर सीबीआइ ने दिल्ली के उप मुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया के खिलाफ प्राथमिक जांच दर्ज की है। प्राथमिक जांच में मामले के तथ्य सही पाए जाते हैं तो सिसोदिया के खिलाफ मामला दर्ज हो सकता है। सीबीआइ की इस कार्रवाई से अरविंद केजरीवाल सरकार सकते में आ गई है और उसने केंद्र सरकार पर बदले की कार्रवाई करने का आरोप लगाया है। एक अन्य मामले में सीबीआइ ने बुधवार को आप के मंत्री सत्येंद्र जैन की बेटी सौम्या की दिल्ली सरकार की मोहल्ला क्लीनिक परियोजना की सलाहकार के रूप में नियुक्ति के सिलसिले में प्राथमिक जांच दर्ज की।
बुधवार को मनीष सिसोदिया के खिलाफ सीबीआइ जांच की खबर फैलतेही आप के आला नेता आपा खो बैठे। मनीष सिसोदिया ने फौरन प्रधानमंत्री मोदी को निशाना बनाया और ट्वीट कर कहा : ‘स्वागत है मोदी जी, आइए मैदान में…कल सुबह आपकी सीबीआइ का दफ्तर और घर में इंतजार करूंगा…देखते हैं कितना जोर है आपके बाजुए-कातिल में’। मुख्यमंत्री अरव्ािंद केजरीवाल ने और भी तल्ख अंदाज में ट्वीट किया : ‘मोदी जी, इसीलिए आपको कायर कहता हूं…गोवा और पंजाब में हार रहे हो, तो सीबीआइ का गेम शुरू कर दिया’।गौरतलब है कि केजरीवाल का विवादित कार्यक्रम टाक टु एके , बीते साल 17 जुलाई को हुआ था। आरोप है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के एक कार्यक्रम की नकल के तौर परयह आयोजन था। लेकिन इस कार्यक्रम में सवाल और पहले से तयशुदा और आसान थे। इस कार्यक्रम को सीधा प्रसारण कहा गया था और इसमें कथित तौर पर सिसोदिया और केजरीवाल की मिलीभगत थी। भाजपा और कांग्रेस ने उसी वक्त आरोप लगाया था कि इस पूर्वनियोजित कार्यक्रम में भारी अनियमितता बरती गई है। इस कार्यक्रम के बारे में आप ने दावा किया था कि यह काफी लोकप्रिय हुआ है। कार्यक्रम में अरविंद केजरीवाल से केंद्र और दिल्ली सरकार के बीच मतभेद को लेकर सवाल किए गए थे। केजरीवाल ने उनके मुख्य सचिव की गिरफ्तारी का मुद्दा उठाते हुए सीबीआइ और केंद्र पर निशाना साधा था।
इस बीच सूत्रों ने बताया कि मनीष सिसोदिया के खिलाफ प्राथमिक जांच दिल्ली सरकार के सतर्कता विभाग की ओर से दर्ज कराई गई शिकायत के आधार पर शुरू की गई है। शिकायत में आरोप लगया कि विवादित कार्यक्रम ( टाक टु एके) के लिए एक जानी-मानी जन संपर्क कंपनी के सलाहकार की सेवा ली गई और इस मकसद के लिए डेढ़ करोड़ रुपए का प्रस्ताव तैयार किया गया। शिकायत में यह आरोप भी है कि कार्यक्रम को लेकर प्रमुख सचिव के एतराज के बावजूद केजरीवाल सरकार अपने प्रस्ताव पर आगे बढ़ी और सरकारी धन को फूंका गया। सरकारी सूत्रों ने कहा कि इन आरोपों की जांच के लिए सीबीआई ने प्राथमिक जांच शुरू की है और यह पता लगाने की कोशिश जाएगी कि इसमें सिसोदिया के अलावा और कौन शामिल हैं।
बहरहाल केजरीवाल सरकार को तगड़ा झटका देते हुए एक अन्य मामले में सीबीआइ ने बुधवार को आपके मंत्री सत्येंद्र जैन की बेटी सौम्या की दिल्ली सरकार की मोहल्ला क्लीनिक परियोजना की सलाहकार के रूप में नियुक्ति के सिलसिले में प्राथमिक जांच दर्ज की। इस मामले में जांच के लिए पूर्व उप राज्यपाल नजीब जंग ने सीबीआइ से कहा था। नियुक्ति को लेकर विवाद में घिरने के बाद तब सौम्या जैन ने इस्तीफा दे दिया था। लेकिन जंग ने इस नियुक्ति की फाइल मंगा ली थी। सौम्या मामले में सीबीआइ जांच पर भी अरविंदकेजरीवाल ने कड़ी प्रतिक्रिया जाहिर की और कहा-मोदी जी, रिश्वत खाकर ईमानदारों पर केस करते हो।
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