आम आदमी पार्टी और विवादों का साथ अलग होने का नाम ही नहीं लेता। एक बार फिर पार्टी के विधायकों के कृत्य पर हंगामा शुरु हो गया है। दरअसल, दिल्ली विधानसभा में पार्टी के ‘आप’ के एमएलए टोपी पहनकर आ गए। इसके बाद से ही विवाद छिड़ा हुआ है। सरकार पर इस बारे में विपक्ष नियमों के उल्लंघन का आरोप लग रहा है तो वहीं सरकार ऐसे किसी नियम ने न होने की बात कह रही है।
विधानसभा में आम आदमी पार्टी के विधायकों द्वारा टोपी पहन के आने पर विपक्ष के आरोपों से घिरी पार्टी ने सफाई दी है। आप का कहना है कि ऐसा सिर्फ पहली बार नहीं हुआ है। इससे पहले भी कई बार हुआ है। अगर असेंबली में टोपी पहनना गलत होता तो विधानसभा अध्यक्ष इस पर कोई टिप्पणी या कार्यवाई करते। वहीं, ‘आप’ विधायकों द्वारा टोपी पहनने पर भाजपा नेता विजेंद्र गुप्ता ने कहा, ‘पार्टी को दर्शाने वाली टोपी पहनकर सदन में बैठना नियम 261 के खिलाफ है। पार्टी के विधायक और खुद सीएम केजरीवाल ने इस नियम का उल्लंघन किया है’।
सदन में विपक्ष के नेता विजेंद्र गुप्ता ने कहा, नियम कहता है कि, सदन में बैठक के दौरान सदस्य पार्टी के किसी भी प्रतीक को नहीं लगा सकते और न ही उनका प्रदर्शन कर सकते हैं। विपक्ष के इस आरोप के बाद आप के विधायक सौरभ भारद्वाज ने कहा, ऐसा कोई भी काम पार्टी की तरफ से नहीं हुआ, जिससे नियम का उल्लंघन हो। उन्होंने कहा, पहली बार सरकार गठन के बाद भी पार्टी पहनकर आए थे। अगर नियम टूटा है तो विधानसभा अध्यक्ष इस पर ध्यान देंगे।