महाराष्ट्र में हुए सियासी उलटफेर के बीच शिवसेना के बागी गुट के नेता एकनाथ शिंदे ने गुरुवार (30 जून) को महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री के रूप में शपथ ग्रहण की। वहीं एक चौंका देने वाले घटनाक्रम के तहत भाजपा नेता देवेंद्र फडणवीस ने महाराष्ट्र के उपमुख्यमंत्री पद की शपथ ली। शपथ ग्रहण के बाद एकनाथ शिंदे को बधाई देते हुए एनसीपी नेता शरद पवार ने कहा कि इतने विधायकों को गुवाहाटी ले जाने की ताकत दिखाई, ये सब बिना तैयारी के नहीं हो सकता।
मुंबई में मीडिया से बात करते हुए NCP नेता शरद पवार ने कहा, “मैं एकनाथ शिंदे को उनकी नई जिम्मेदारी के लिए बधाई देता हूं। उन्होंने इतनी बड़ी संख्या में विधायकों को गुवाहाटी ले जाने की ताकत दिखाई। उन्होंने लोगों को शिवसेना छोड़ने के लिए प्रेरित किया। मुझे नहीं पता कि यह पहले हुआ था, लेकिन यह बिना तैयारी के नहीं हुआ।”
नई सरकार की पहली कैबिनेट बैठक: वहीं, दूसरी ओर शपथ ग्रहण के बाद महाराष्ट्र के नवनियुक्त मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे और डिप्टी सीएम देवेंद्र फडणवीस ने मुंबई में राज्य की नई सरकार की पहली कैबिनेट बैठक की। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने एकनाथ शिंदे को मुख्यमंत्री के रूप में शपथ लेने पर बधाई दी। पीएम ने लिखा, “एकनाथ शिंदे को महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री के रूप में शपथ लेने पर बधाई। एक जमीनी स्तर के नेता, वह अपने साथ समृद्ध राजनीतिक, विधायी और प्रशासनिक अनुभव लेकर आते हैं। मुझे विश्वास है कि वह महाराष्ट्र को और ऊंचाइयों पर ले जाने की दिशा में काम करेंगे।”
पीएम मोदी ने बीजेपी नेता देवेंद्र फडणवीस को भी बधाई देते हुए ट्वीट किया, “देवेंद्र फडणवीस जी को महाराष्ट्र के डिप्टी सीएम के रूप में शपथ लेने पर बधाई। वह हर भाजपा कार्यकर्ता के लिए प्रेरणा हैं। उनका अनुभव और विशेषज्ञता सरकार के लिए एक संपत्ति होगी। मुझे विश्वास है कि वह महाराष्ट्र के विकास पथ को और मजबूत करेंगे।”
इसके साथ ही शिवसेना विधायक दीपक केसरकर ने कहा, “हिंदुत्व को मानने वाली दो पार्टियां जो अलग हो गई थी, आज फिर से साथ जुड़ गई हैं। इसमें हमारे 50 साथियों का योगदान महत्वपूर्ण है। वो चाहते थे कि शिंदे साहब को एक बार मुख्यमंत्री पद मिलना चाहिए भाजपा ने इस फैसले को स्वीकार किया।”