मुंबई-पुणे एक्सप्रेसवे पर 1 अप्रैल 2023 से वाहनों का टोल 18 फीसदी बढ़ जाएगा। एमएसआरडीसी के एक वरिष्ठ अधिकारी ने पीटीआई-भाषा को बताया कि टोल में सालाना 6 फीसदी की बढ़ोतरी होती है। हालांकि, इसे हर तीन साल बाद एक साथ 18 फीसदी पर लागू किया जाता है।
महाराष्ट्र राज्य सड़क विकास निगम के अधिकारियों ने मंगलवार को कहा कि मुंबई-पुणे एक्सप्रेसवे पर वाहनों का टोल 1 अप्रैल से 18 फीसदी बढ़ जाएगा। एमएसआरडीसी के एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा कि हालांकि टोल में सालाना छह फीसदी की बढ़ोतरी होती है, लेकिन इसे हर तीन साल में एक साथ लागू किया जाता है तो टोल 18 फीसदी बढ़ेगा जैसा कि 9 अगस्त, 2004 की एक सरकारी अधिसूचना में निर्धारित किया गया था। हालांकि, अधिकारियों ने कहा कि 2030 तक टोल समान रहेगा क्योंकि 2026 में तीन साल बाद कोई संशोधन नहीं होगा।
किस वाहन पर कितना लगेगा टोल?
एक अन्य अधिकारी ने कहा कि नया टोल कार और जीप जैसे चौपहिया वाहनों के लिए मौजूदा 270 रुपये के बजाय 320 रुपये और मिनी बस और टेम्पो जैसे वाहनों के लिए मौजूदा 420 रुपये के बजाय 495 रुपये होगा। टू-एक्सल ट्रकों के लिए टोल मौजूदा 585 रुपये से बढ़कर 685 रुपये हो जाएगा। बसों के लिए यह 797 रुपये से बढ़कर 940 रुपये हो जाएगा। तीन-एक्सल ट्रकों के लिए 1,380 रुपये और मल्टी-एक्सल ट्रकों के बजाय 1,630 रुपये चार्ज लिया जाएगा। मशीनरी वाहनों के लिए मौजूदा 1,835 रुपये के बजाय 2,165 रुपये का पेमेंट करना होगा। अधिकारियों ने आगे बताया कि टोल 2030 तक समान रहेगा क्योंकि 2026 में तीन साल बाद कोई बदलाव नहीं होगा।
हालांकि, एमएसआरटीसी की बसों से यात्रा करने वाले लोगों को जेब पर दबाव महसूस होने की संभावना नहीं है। एक अधिकारी ने कहा कि किराया वृद्धि पर फैसला मुंबई में मुख्यालय से आता है। हमें अभी तक इसकी कोई सूचना नहीं मिली है।
मुंबई-पुणे एक्सप्रेसवे लगभग 95 किमी लंबा है। 6 लेन वाला यह एक्सप्रेसवे 2002 में पूरी तरह से चालू हो गया था। एक्सप्रेसवे पर टोल पांच टोल प्लाजा पर इकट्ठा किया जाता है, जिनमें से खालापुर और तालेगांव मुख्य हैं। मुंबई-पुणे एक्सप्रेसवे से रोजाना करीब डेढ़ लाख वाहन गुजरते हैं। इसकी शुरुआती नवी मुंबई में कालमबोली से होती है और ये पुणे के किवाले में खत्म होता है। 95 किलोमीटर लंबे इस एक्सप्रेसवे में कई सुरंगें हैं। इस पर अधिकतम गति 100 किलोमीटर प्रति घंटा की ही है।