Mumbai CST bridge collapse: मुंबई के छत्रपति शिवाजी महाराज टर्मिनस (सीएसटी) रेलवे स्टेशन के पास एक फुट ओवर ब्रिज का बड़ा हिस्सा गिरने से छह लोगों की मौत हो गई जबकि करीब 34 लोग घायल बताए जा रहे हैं। लेकिन गनीमत रही कि जिस वक्त यह हादसा हुआ उस समय ब्रिज के पास एक ट्रैफिक जंक्शन पर लाल बत्ती थी, नहीं तो यह हादसा और भी बड़ा हो सकता था। एक प्रत्यक्षदर्शी बाइक सवार के मुताबिक वह सिग्नल हरे होने का इंतजार कर रहा था लेकिन तभी अचानक से पुल का एक हिस्सा भरभराकर गिर पड़ा। उसने कहा कि अगर सिग्नल हरा होता तो स्थिति और भी भयावह हो सकती थी।
हादसे के बाद प्रत्यक्षदर्शी का बयान: बता दें कि जिस फुट ओवरब्रिज के एक बड़े हिस्से के गिरने से ये हादसा हुआ है, वह एक सड़क के ऊपर है। हादसे के वक्त पास में बने ट्रैफिक जंक्शन में रेड सिग्नल होने की वजह से लोग दोनों तरफ रुके हुए थे। इस दौरान हादसे से ठीक पहले एक बाइक सवार प्रत्यक्षदर्शी ने बताया, ” सब लोग काफी बेसब्री से लाल बत्ती के हरा होने का इंतजार कर रहे थे। लेकिन बत्ती हरी होती उससे पहले ही फुट ओवरब्रिज का एक हिस्सा लोगों समेत अचानक से गिर गया। अगर बत्ती पहले ही हरी हो जाती तो हालात और भी भयावह हो जाते।”
इसके बाद प्रत्यक्षदर्शी कहा, “उस समय पूरी मुंबई के लोग सीएसटी के पास से अपने घरों की ओर लौट रहे होते हैं। हम भी जल्दी घर पहुंचना चाहते थे लेकिन अब लगता है कि अच्छा हुआ सिग्नल लाल था। नहीं तो मैं भी हादसे का शिकार हो जाता।”
बाल-बाल बचा टैक्सी ड्राइवर: प्रत्यक्षदर्शी के मुताबिक हादसे के वक्त पास में ही एक टैक्सी खड़ी थी। हादसे में टैक्सी ड्राइवर तो बच गया लेकिन उसकी टैक्सी को काफी नुकसान हुआ। इस बीच पीछे बाइक सवार ने ब्रेक मारकर किसी बड़ी अनहोनी से खुद को बचा लिया। इस हादसे को देख लोग कांप उठे और जहां के तहां रक गए।
गौरतलब है कि हादसे वाले इस पुल को आम तौर पर लोग ‘कसाब पुल’ के नाम से जानते हैं क्योंकि 26/11 मुंबई आतंकवादी हमले के दौरान आतंकी इसी पुल से होकर गुजरे थे। बता दें कि ये पुल रेलवे स्टेशन को आजाद मैदान पुलिस स्टेशन से जोड़ता है।