MP: जबरन कर्जमाफी से भड़के किसान, कमल नाथ सरकार को दी सामूहिक खुदकुशी की चेतावनी
किसानों का कहना है कि उन्होंने कर्ज लिया ही नहीं फिर भी जबरन उनके नाम कर्जमाफी की सूची में डाल दिए गए। वहीं कुछ किसानों का कहना है कि उनकी तरफ से लिए गए कर्ज को बढ़ा-चढ़ाकर दिखाया गया है।

मध्य प्रदेश में सरकार बनने के बाद 10 दिन में किसानों की कर्जमाफी के ऐलान को कांग्रेस की जीत का सूत्रधार माना जा रहा था। मुख्यमंत्री के शपथ ग्रहण के चंद घंटों बाद ही इसका आधिकारिक ऐलान भी कर दिया गया। लेकिन जब कर्जमाफी के लिए चयनित किसानों की सूची जब गांव में पहुंची तो कई किसान कमल नाथ सरकार से नाराज हो गए। सागर जिले के हिलगन गांव में किसानों ने बेवजह कर्जमाफी की सूची में नाम डाले जाने से नाखुश होकर सामूहिक खुदकुशी की चेतावनी दी है।
क्या है फर्जी लोन का यह मामलाः कई किसानों का कहना है कि उन्होंने कर्ज लिया ही नहीं फिर भी जबरन उनके नाम कर्जमाफी की सूची में डाल दिए गए। वहीं कुछ किसानों का कहना है कि उनकी तरफ से लिए गए कर्ज को बढ़ा-चढ़ाकर दिखाया गया है। इतना ही नहीं रिपोर्ट्स के मुताबिक जो किसान मर चुके हैं उनके भी नाम इस सूची में दर्ज हैं। गांव के किसानों ने जल्द से जल्द मामला नहीं सुलझने पर सामूहिक खुदकुशी करने की चेतावनी दे डाली है।
सीएम ने जताई 2000 करोड़ के घोटाले की आशंकाः मामला सामने आने के बाद मध्य प्रदेश सरकार की तरफ से भी प्रतिक्रियाएं आई हैं। मुख्यमंत्री कमल नाथ ने कहा, ‘यह फर्जीवाड़ा कई सालों से चल रहा था। मुमकिन है करीब दो हजार करोड़ रुपए का फर्जीवाड़ा किया गया हो।’ वहीं राज्य सहकारिता मंत्री गोविंद सिंह ने कहा, ‘फर्जी कर्ज की जांच शुरू कर दी गई है। कर्ज नहीं लेने वालों को कोई परेशानी नहीं होगी।’