Jharkhand News: झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन (Jharkhand Chief Minister Hemant Soren) के विधायक प्रतिनिधि पंकज मिश्रा (Pankaj Mishra) ने अवैध खनन से जुड़े मनी लॉन्ड्रिंग मामले (Money Laundering Case) की जांच कर रहे ईडी के सहायक निदेशक के खिलाफ पीएमएलए कोर्ट (PMLA Court) में शिकायत याचिका दायर की है।
मिश्रा ने शनिवार (3 दिसंबर, 2022) को अपनी याचिका में दावा किया कि ईडी अधिकारी ने बरहरवा टेंडर मामले (Barharwa Tender Case) के तथ्यों को छिपाया और पीएमएलए अदालत के समक्ष अभियोजन शिकायत दायर की। याचिका के मुताबिक, झारखंड पुलिस (Jharkhand Police) ने साहेबगंज में बरहरवा टोल प्लाजा टेंडर मामले में मिश्रा को क्लीन चिट दे दी थी, जिसे ईडी ने अपने कब्जे में ले लिया था।
बता दें, हेमंत सोरेन (Jharkhand Chief Minister Hemant Soren) के विधायक प्रतिनिधि पंकज मिश्रा (Pankaj Mishra) पर संताल परगना के साहिबगंज जिले में अवैध खनन और टेंडर मैनेज करने के आरोप हैं। ईडी ने 19 जुलाई 2022 को पंकज (Pankaj Mishra) को गिरफ्तार किया था। रिमांड अवधि समाप्त होने के बाद उनकी तबीयत बिगड़ गयी थी। इसके बाद उनको रांची के रिम्स में भर्ती कराया गया था।
अवैध खनन मामले में न्यायिक हिरासत में हैं पंकज मिश्रा
उल्लेखनीय है कि मिश्रा वर्तमान में 1,000 करोड़ रुपये के अवैध खनन मामले में कथित संलिप्तता के लिए न्यायिक हिरासत में हैं। इस मामले में ईडी ने सीएम सोरेन से भी पूछताछ की थी। मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, शंभु नंदन कुमार की शिकायत के आधार पर एक प्राथमिकी दर्ज की गई थी, जिसमें आरोप लगाया गया था कि 22 जून, 2020 को बरहरवा टोल प्लाजा की बोली में भाग लेने के लिए उन्हें पंकज मिश्रा द्वारा धमकी दी गई थी।
कुमार ने यह भी दावा किया था कि उन्हें मिश्रा ने फोन पर बोली प्रक्रिया में भाग नहीं लेने के लिए कहा था और जब उन्होंने ऐसा करने से इनकार कर दिया तो कथित तौर पर मिश्रा के इशारे पर एक भीड़ ने उन पर हमला किया। प्रवर्तन निदेशालय के अनुसार, प्राथमिक कारण खनन स्थलों को जोड़ने वाले मार्ग पर बरहरवा नगर पंचायत के अंतर्गत आने वाले सभी छह टोल प्लाजा पर नियंत्रण हासिल करना था।