Jammu Kashmir Target Killing: जम्मू कश्मीर में एक बार फिर बाहरी लोग आतंकियों के निशाने पर हैं। आतंकियों ने 2 मजदूरों को गोली मार दी। एक बिहार और एक नेपाल का रहने वाला है। दोनों अनंतनाग जिले के एक प्राइवेट स्कूल में काम करते थे। उन्हें हॉस्पिटल में भर्ती कराया गया है।अनंतनाग जिले में आतंकियों ने एक बार फिर टारगेट किलिंग को अंजाम दिया है। गुरुवार (3 नवंबर) की देर शाम को आतंकियों ने बोंदियालगाम में गैर कश्मीरियों को निशाना बनाया है।
कश्मीर जोन के पुलिस ने बताया कि आतंकवादियों ने दो बाहरी मजदूरों (जिनमें से एक बिहार से और दूसरा नेपाल से था) को गोली मारी ये दोनों मजदूर अनंतनाग जिले के बोंडियालगाम में एक प्राइवेट स्कूल में काम करते थे। जम्मू कश्मीर में अब टारगेट किलिंग के मामले एक बार फिर से बढ़ते हुए दिखाई दे रहे हैं। इसके पहले 15 अक्टूबर को आतंकवादियों ने पूरन कृष्ण नाम के कश्मीरी पंडित की हत्या की थी। जिसके बाद से कश्मीरी पंडित घाटी से पलायन को मजबूर हैं।
कश्मीरी पंडितो में टारगेट किलिंग को लेकर नाराजगी
पूरन कृष्ण भट्ट की हत्या के बाद घाटी में आक्रोश का माहौल बन गया था। स्थानीय कश्मीरी पंडितों ने इस हत्या के बाद कहा था कि अब यह सब चीजें बर्दाश्त के बाहर हैं। पूरन कृष्ण की हत्या की जिम्मेदारी KFF(कश्मीर फ्रीडम फाइटर्स) ने ली थी। टारगेट किलिंग को लेकर कश्मीरी पंडितों में भी नाराजगी दिखाई दी है। वो इन हत्याओं के विरोध में आए दिन सड़कों पर उतरकर प्रदर्शन करते हैं।
मई के बाद से घाटी से पलायन कर रहे कश्मीरी पंडित
कश्मीरी पंडित संघर्ष समिति (KPSS) ने बताया था कि कश्मीरी पंडितों के 17 परिवारों ने अपने समुदायों पर टारगेट आतंकवादी हमलों के बीच मई के बाद दक्षिण कश्मीर में अपना घर छोड़ दिया है। इस साल पूरे कश्मीर में नागरिकों, अल्पसंख्यकों और प्रवासियों पर टारगेट हमलों में कम से कम 18 से ज्यादा लोग मारे गए हैं। इनमें से तीन कश्मीरी पंडित थे।