जम्मू-कश्मीर की पूर्व मुख्यमंत्री और पीडीपी प्रमुख महबूबा मुफ्ती ने बड़ा बयान दिया है। उनका कहना है कि घाटी के लोगों ने पाकिस्तान को ठुकराकर हिंदुस्तान का झंडा कबूल किया, लेकिन हमारे घरों में घुस-घुस कर झंडे लगाए जा रहे हैं।
उन्होंने भारतीय जनता पार्टी पर अमरनाथ यात्रा को सियासी हथकंडा बनाने का भी आरोप लगाया है। उन्होंने जम्मू-कश्मीर की आवाम से अपील की कि जो स्थिति आज है उसका मुकाबला करें, वरना हमारा वजूद मिट जाएगा।
उन्होंने कहा, “हम एक मस्लिम बहुल प्रदेश हैं। हमने पाकिस्तान के साथ जाने से इंकार कर हिंदुस्तान से हाथ मिलाया। हमने इस मुल्क का झंडा कबूल किया और उसके साथ अपना झंडा मिलाया और दोनों झंडों को सलाम करते रहे, लेकिन आज हमारे घरों में घुसकर झंडे लगाते हैं।”
मुफ्ती ने कहा, “ये समझते हैं कि जम्मू-कश्मीर किसी और का हिस्सा है और ‘घर में घुस कर मारेंगे’ जैसा सलूक करते हैं। हमें इसका मुकाबला करना है। अगर हमने यह सोचा कि ‘जो हो गया, सो हो गया’ तो हमारा वजूद मिट जाएगा। हमारी जमीन, नौकरियां जा रही हैं।”
उन्होंने अमरनाथ यात्रा और हर घर तिरंगा लगाए जाने को लेकर बीजेपी पर हमला बोला। उन्होंने कहा कि अमरनाथ यात्रा हिंदू-मुस्लिम भाईचारे की निशानी होती थी, लेकिन भाजपा ने इस यात्रा को सियासी हथकंडा बना दिया है, जैसे जम्मू-कश्मीर को फतह करना है। उन्होंने अमरनाथ यात्रा के दौरान भारी भीड़ का हवाला देते हुए कहा कि सरकार के पास रिपोर्ट है, जिसमें लिखा है कि एक दिन में यात्रा के लिए 5,000 से अधिक लोग नहीं जाने चाहिए।
वहीं, नेशनल कांफ्रेंस के राष्ट्रीय अध्यक्ष फारुक अब्दुल्ला का कहना है कि जब तक सरकार घाटी के लोगों का दिल नहीं जीत लेती, तब तक आतंकवाद का कारवां खत्म होने वाला नहीं है।
उन्होंने कहा कि मंत्री बार-बार बयान देते हैं कि ये खत्म हो जाएगा, लेकिन ये खत्म नहीं होगा, जब तक आप कश्मीर के लोगों का दिल जीतने की कोशिश नहीं करेंगे और पड़ोसी मुल्क से बात करके इसका हल नहीं ढूंढेंगे। मंगलवार को शहर में आतंकियों द्वारा एक पुलिस अधिकार की हत्या की निंदा करते हुए उन्होंने कहा कि जब तक वो हल नहीं ढूंढा जाएगा, हम लोग इसमें पिसते जाएंगे, मरते रहेंगे और कोई तवज्जो नहीं दी जाएगी।