मनीष सिसोदिया तिहाड़ जेल (Manish Sisodia in Tihar Jail) में बंद हैं। दिल्ली की आबकारी नीति के मामले में मनीष सिसोदिया जेल में बंद हैं। वहीं गुरुवार यानी आज मनीष सिसोदिया से पूछताछ करने ईडी (Enforcement Directorate) की टीम तिहाड़ जेल पहुंची है। जेल में पूछताछ करने के लिए जेल प्रशासन से ईडी ने इजाजत मांगी थी और अब पूछताछ जारी है। इसके पहले मंगलवार को भी ईडी ने मनीष सिसोदिया से पूछताछ की थी।
जांच एजेंसी ने मामले में एक नई गिरफ्तारी भी की है। ED ने हैदराबाद के व्यवसायी अरुण रामचंद्र पिल्लई को हिरासत में लिया। ईडी ने गुरुवार को भारतीय राष्ट्रीय समिति (बीआरएस) एमएलसी और तेलंगाना के मुख्यमंत्री के चंद्रशेखर राव की बेटी के कविता को भी पूछताछ के लिए बुलाया।
कविता से सीबीआई ने पिछले साल दिसंबर में भी पूछताछ की थी। सिसोदिया को 26 फरवरी को दिल्ली की आबकारी नीति के निर्माण और कार्यान्वयन में कथित अनियमितताओं से संबंधित एक मामले की चल रही जांच में गिरफ्तार किया गया था। दिल्ली की राउज एवेन्यू कोर्ट ने उन्हें 20 मार्च तक न्यायिक हिरासत में भेज दिया है।
ईडी ने पिछले साल मामले में अपना पहला आरोप पत्र दायर किया था। एजेंसी ने कहा कि दिल्ली के उपराज्यपाल की सिफारिश पर दर्ज सीबीआई के एक मामले का संज्ञान लेने के बाद प्राथमिकी दर्ज करने के बाद अब तक वह इस मामले में करीब 200 तलाशी अभियान चला चुकी है।
जुलाई में दायर दिल्ली के मुख्य सचिव की रिपोर्ट के निष्कर्षों पर सीबीआई जांच की सिफारिश की गई थी। इसमें प्रथम दृष्टया जीएनसीटीडी अधिनियम 1991, लेन-देन के व्यापार नियम (TOBR) 1993, दिल्ली उत्पाद शुल्क अधिनियम -2009 और दिल्ली उत्पाद शुल्क नियम -2010 का उल्लंघन दिखाया गया था।
अक्टूबर 2022 में ईडी ने मामले में दिल्ली के जोर बाग स्थित शराब वितरक इंडोस्पिरिट ग्रुप के प्रबंध निदेशक समीर महेंद्रू की गिरफ्तारी की और बाद दिल्ली और पंजाब में लगभग तीन दर्जन स्थानों पर छापेमारी की थी। सीबीआई ने भी इस सप्ताह की शुरुआत में मामले में अपना पहला आरोप पत्र दायर किया था।
ईडी और सीबीआई ने आरोप लगाया कि आबकारी नीति को संशोधित करते समय अनियमितता की गई थी। इसमें लाइसेंस धारकों को अनुचित लाभ दिया गया था, लाइसेंस शुल्क माफ या कम किया गया था और सक्षम प्राधिकारी की मंजूरी के बिना एल-1 लाइसेंस बढ़ाया गया था।